पटना: बिहार के स्पेशल टास्क फोर्स (Special Task Force) यानी बिहार एसटीएफ (Bihar STF) को जल्द उनका खुद का ट्रेनिंग सेंटर मिलेगा. जिसमें 200 जवान एक बार में ट्रेनिंग ले सकेंगे. दरअसल अब तक एसटीएफ के पास अपना कोई ट्रेनिंग सेंटर नहीं था. वर्ष 2015 में बोधगया में एसटीएफ के लिए ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण (training center in Bodhgaya) शुरू हुआ था, जोकि अब लगभग बनकर तैयार हो गया है. एसटीएफ को 22 साल बाद अपना ट्रेनिंग सेंटर मिलने वाला है. बोधगया के बीएसएपी 3 में निर्माणाधीन ट्रेनिंग सेंटर बनकर तैयार हो गया है. जल्द ही उसे एसटीएफ को सौंप दिया जाएगा.
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कोरोना संक्रमण की वजह से निर्माण में देरी: साल 2015 में बोधगया में एसटीएफ के लिए ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण शुरू हुआ था लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से इसमें देरी हुई. हालांकि अब यह बनकर तैयार हो गया है और यहां एक बार में 200 जवानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. एसटीएफ के अलावा अन्य बलों के जवानों को भी प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी. जरूरत के मुताबिक जिला पुलिस और बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के जवानों को भी उक्त सेंटर में कमांडो और जंगल बार फायर का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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28 थाना भवनों के निर्माण का लक्ष्य: दरअसल बिहार पुलिस और जवानों को लगातार मॉडर्नाइजेशन की ओर ले जाने की कोशिश हो रही है. इसी कड़ी में बिहार में नक्सल प्रभावित 28 थाना भवनों का निर्माण होना है. जिनमें से 14 थानों का काम पूरा हो गया है. बाकी बचे 14 का काम चल रहा है. स्टेट प्लान के तहत 763 थानों में महिला शौचालय और स्नानघर का कार्य पूरा हो गया है. 51 पुलिस लाइन और बिहार विशेष ससस्त्र केंद्र में 20 सीट का महिला शौचालय और स्नानघर का निर्माण पूरा कर लिया गया है. इसके अलावा बिहार के 447 थानों में आगंतुक कक्ष बनाने का काम पूरा कर लिया गया, जबकि 181 थानों में कार्य जारी है.
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