दरभंगा: बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के पेपर लीक मामले (BPSC PT Paper Leak Case) में आर्थिक अपराध इकाई की जांच का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. अब इस मामले में ईओयू टीम ने एक संदिग्ध की तलाश में दरभंगा में छापेमारी (Raids in Darbhanga in BPSC paper leak) की. बीपीएससी पेपर लीक मामले में ईओयू ने यह छापेमारी दरभंगा शहर के लालबाग स्थित अंसारी टोला में मो. आफताब उर्फ राजा की खोज में की. हालांकि आफताब तो मौके से फरार हो गया लेकिन ईओयू की टीम उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की. मौके से कुछ सबूते जब्त किये गये हैं. एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है.
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पेपर लीक में इस मोबाइल का उपयोग: ईओयू द्वारा की जांच में पता चला है कि बीपीएससी पेपर लीक किए जाने के समय आफताब के मोबाइल का उपयोग पेपर को इधर-उधर भेजने में किया गया था. साथ ही उसके घर के इंटरनेट का भी इस्तेमाल किया गया है. आफताब के मोबाइल से कई सुराग मिले हैं. बताया जाता है कि आफताब के हॉटस्पॉट से जीमेल एकाउंट बनाया गया था. उसका पेपर लीक में इस्तेमाल हुआ था. ईओयू की टीम मोबाइल जब्त कर ले गई.
जांच टीम का विरोध: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार छापेमारी करने आई टीम को आफताब के परिजनों का विरोध झेलना पड़ा. इस कारण काफी देर तक कार्रवाई प्रभावित रही. बता दें कि शनिवार को अचानक से ईओयू की टीम नगर थाने की पुलिस के साथ संदिग्ध के आवास पर पहुंची. इस बीच आफताब बच निकला लेकिन उसका भाई मौके पर पकड़ा गया. इस दबिश के बारे में स्थानीय स्तर पर किसी अधिकारी ने कोई जानकारी नहीं दी. आठ मई को हुए पेपर लीक के मामले के मास्टरमाइंड पिंटू यादव के पटना के लोहानीपुर स्थित किराए के मकान में कंट्रोल रूम में मिले दस्तावेजों और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पटना और आसपास के जिलों में लगातार छापेमारी की जा रही है. इस कड़ी में टीम शनिवार की रात दरभंगा पहुंची थी.
पटना के कई कोचिंग संचालकों पर ईओयू नजर: इस पेपर लीक मामले में पटना के कुछ कोचिंग संचालकों की भूमिका संदिग्ध संदिग्ध मिली है. इस गिरोह के तार पटना से बाहर कई अन्य जिलों से जुड़े होने के प्रमाण मिले हैं. कई सरकारी अधिकारी व कर्मचारी भी जांच टीम की रडार पर हैं.
बीपीएससी पेपर लीक मामले में अब तक 8 गिरफ्तार : बता दें कि आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने बीपीएससी पेपर लीक कांड में अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बीपीएससी के 67वीं प्रीलिम्स परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के संबंध में आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 20/2022 दर्ज किया गया था. इसमें धारा 420 467 468 120 (भा.द.वि.) 66 आईटी एक्ट व धारा-3/10 बिहार परीक्षा नियंत्रण अधिनियम 1981 दर्ज किया गया है.
कदमकुआं में बना रखा था कंट्रोल रूम : इससे पहले, टीम ने बीते शुक्रवार की रात कदमकुआं के एक किराए के मकान से दोनों युवकों को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद से पूरे मामले की परत दर परत खुलते चली गई. आर्थिक अपराध इकाई के अनुसार इसी किराए के मकान को सेटर कंट्रोल रूप की तरह इस्तेमाल कर रहे थे. यही से सेटर पेपर लीक की सारी गतिविधि पर नजर बनाए हुए थे. बता दें कि इसी मकान से आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने दो युवकों को गिरफ्तार किया था.
प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच तेज: बता दें कि बीपीएससी 67वीं पीटी की परीक्षा के प्रश्न पत्र आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज से लीक हुए थे और उसके बाद इस पूरे मामले के कारण पूरे बिहार की किरकिरी एक बार फिर से पूरे देश में हुई थी. हालांकि मामले की जानकारी मिलते ही आयोग ने इस परीक्षा को रद्द करने के साथ-साथ इस पूरे मामले की जांच करने के आदेश जारी किए.
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