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नीतीश जी... शराब माफिया की खबर देने वालों को ही पकड़ रही है दरभंगा पुलिस - मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

शराबबंदी अभियान को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अपील पर उत्साहित होना हनुमान नगर प्रखंड के माधोपुर गांव के लोगों को काफी महंगा पड़ रहा है. पुलिस ने शराब माफिया की सूचना देने वालों के नाम भी केस दर्ज कर लिये हैं. अब एक तरफ पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है तो दूसरी ओर शराब माफिया जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.

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Published : Feb 22, 2022, 11:43 AM IST

दरभंगा: नीतीश सरकार बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) लागू करने के लिए समीक्षा बैठक कर आम लोगों से अपील कर कह रही है कि अपने क्षेत्रों के शराब कारोबारी की सूचना दें. आपकी जानकारी प्रशासन द्वारा गुप्त रखी जाएगी लेकिन सरकार के इस अपील का पालन करना हनुमान नगर प्रखंड के गोदायी पट्टी पंचायत के माधोपुर गांव निवासी को महंगा पड़ रहा है. यहां पुलिस ने शराब माफिया की खबर देने वाले ग्रामीणों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है.

यहां ग्रामीणों ने पुलिस को शराब कारोबारी की सूचना देकर पकड़वा दिया. अब शराब कारोबारी धमकी दे रहे हैं. पुलिस उन्हीं ग्रामीणों पर शराब कारोबारी को संरक्षण देने का लगाकर परेशान कर रही है. पीड़ित सरपंचप पति मोहन मिश्रा ने मोड़ो थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की अपील पर शराब माफिया की सूचना देकर पकड़वाना हम लोगों को भारी पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें: होली के पहले शराब माफिया एक्टिव.. अलर्ट मोड पर काम कर रही बिहार पुलिस

मोरो थाना द्वारा एफआईआर में उन्हीन लोगों का शामिल किया गया है कि जिन्होंने शराब कारोबारी की सूचना जिला मद्य निषेध विभाग को दी थी. उन्होंने कहा कि मोरो थाना को इससे पहले कई बार सूचना दी गयी लेकिन थाना प्रभारी द्वारा किसी प्रकार की करवाई नहीं की गई. इसके बाद हमलोगों ने इसकी सूचना जिला मद्य निषेध विभाग की टीम को दी.

देखें वीडियो



मोहन मिश्रा ने कहा कि सूचना के बाद 14 फरवरी 22 को रात्रि के 11 बजे करवाई करते हुए दो पिकअप वैन और पांच मोटर साइकिल तथा एक ट्रक को जब्त किया गया. वहीं पुलिस को आता देख शराब कारोबारी भागने लगे. भागते देख ग्रामीणों ने तीन कारोबारियों को खदेड़कर पकड़ लिया और पुलिस को सौप दिया. इसके बाद मोरो थाना की पुलिस ने शराब कारोबारी काे संरक्षण देने के आरोप में गांव के लोगों के साथ मेरा नाम भी जोड़कर परेशान कर रही है.

आलम यह है कि एक तरफ मोरो थाना की पुलिस गांव में छापेमारी कर परेशान कर रही है तो दूसरी तरफ शराब कारोबारी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. ग्रामीण रामविनोद मिश्र ने कहा कि अब यह हालत हो गई है कि एक तरफ शराब कारोबारी जान से मारने की धमकी देते हैं। दूसरी तरफ पुलिस लगातार छापेमारी कर पकड़ने का प्रयास कर रही है. यदि शराब का सूचना देना इतना महंगा पड़ेगा तो कोई आदमी क्यों ऐसा करेगा. शराब माफिया से दुश्मनी क्यों लेगा? उन्होंने कहा कि सरकार को जहां शराब की सूचना देने वाले को सम्मानित करना चाहिए, उल्टे प्रशासन उन्हें तंग करने में लगा हुआ है.

ये भी पढ़ें: बेतिया पुलिस की छापेमारी में 17 कार्टन शराब बरामद, कार्रवाई से तस्करों में हड़कंप

वहीं, वरीय पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार प्रसाद ने बताया कि मोरो थाना क्षेत्र में 3 हजार 585 लीटर विदेशी शराब जब्त किया गया था. साथ ही तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. घटनास्थल से पांच मोटरसाइकिल, दो पिकअप वैन तथा एक ट्रक को भी जब्त किया गया था. उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीणों को शिकायत है कि वे लोग निर्दोष होते हुए भी फंस गए हैं, किसी ने उन लोगों का नाम दे दिया है तो वे इस संबंध में आवेदन दे सकते हैं. हमलोग घटनास्थल पर जाकर निष्पक्ष जांच कर बेकसूर लोगों को मुक्त करेंगे. ग्रामीण जनता से कहना चाहता हूं कि एकदम निर्भीक होकर रहें. यदि वहां पर किसी प्रकार की और सूचना मिलती है तो वे पुलिस को दें. दरभंगा पुलिस उनके साथ खड़ी है.

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दरभंगा: नीतीश सरकार बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) लागू करने के लिए समीक्षा बैठक कर आम लोगों से अपील कर कह रही है कि अपने क्षेत्रों के शराब कारोबारी की सूचना दें. आपकी जानकारी प्रशासन द्वारा गुप्त रखी जाएगी लेकिन सरकार के इस अपील का पालन करना हनुमान नगर प्रखंड के गोदायी पट्टी पंचायत के माधोपुर गांव निवासी को महंगा पड़ रहा है. यहां पुलिस ने शराब माफिया की खबर देने वाले ग्रामीणों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है.

यहां ग्रामीणों ने पुलिस को शराब कारोबारी की सूचना देकर पकड़वा दिया. अब शराब कारोबारी धमकी दे रहे हैं. पुलिस उन्हीं ग्रामीणों पर शराब कारोबारी को संरक्षण देने का लगाकर परेशान कर रही है. पीड़ित सरपंचप पति मोहन मिश्रा ने मोड़ो थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की अपील पर शराब माफिया की सूचना देकर पकड़वाना हम लोगों को भारी पड़ रहा है.

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मोरो थाना द्वारा एफआईआर में उन्हीन लोगों का शामिल किया गया है कि जिन्होंने शराब कारोबारी की सूचना जिला मद्य निषेध विभाग को दी थी. उन्होंने कहा कि मोरो थाना को इससे पहले कई बार सूचना दी गयी लेकिन थाना प्रभारी द्वारा किसी प्रकार की करवाई नहीं की गई. इसके बाद हमलोगों ने इसकी सूचना जिला मद्य निषेध विभाग की टीम को दी.

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मोहन मिश्रा ने कहा कि सूचना के बाद 14 फरवरी 22 को रात्रि के 11 बजे करवाई करते हुए दो पिकअप वैन और पांच मोटर साइकिल तथा एक ट्रक को जब्त किया गया. वहीं पुलिस को आता देख शराब कारोबारी भागने लगे. भागते देख ग्रामीणों ने तीन कारोबारियों को खदेड़कर पकड़ लिया और पुलिस को सौप दिया. इसके बाद मोरो थाना की पुलिस ने शराब कारोबारी काे संरक्षण देने के आरोप में गांव के लोगों के साथ मेरा नाम भी जोड़कर परेशान कर रही है.

आलम यह है कि एक तरफ मोरो थाना की पुलिस गांव में छापेमारी कर परेशान कर रही है तो दूसरी तरफ शराब कारोबारी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. ग्रामीण रामविनोद मिश्र ने कहा कि अब यह हालत हो गई है कि एक तरफ शराब कारोबारी जान से मारने की धमकी देते हैं। दूसरी तरफ पुलिस लगातार छापेमारी कर पकड़ने का प्रयास कर रही है. यदि शराब का सूचना देना इतना महंगा पड़ेगा तो कोई आदमी क्यों ऐसा करेगा. शराब माफिया से दुश्मनी क्यों लेगा? उन्होंने कहा कि सरकार को जहां शराब की सूचना देने वाले को सम्मानित करना चाहिए, उल्टे प्रशासन उन्हें तंग करने में लगा हुआ है.

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वहीं, वरीय पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार प्रसाद ने बताया कि मोरो थाना क्षेत्र में 3 हजार 585 लीटर विदेशी शराब जब्त किया गया था. साथ ही तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. घटनास्थल से पांच मोटरसाइकिल, दो पिकअप वैन तथा एक ट्रक को भी जब्त किया गया था. उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीणों को शिकायत है कि वे लोग निर्दोष होते हुए भी फंस गए हैं, किसी ने उन लोगों का नाम दे दिया है तो वे इस संबंध में आवेदन दे सकते हैं. हमलोग घटनास्थल पर जाकर निष्पक्ष जांच कर बेकसूर लोगों को मुक्त करेंगे. ग्रामीण जनता से कहना चाहता हूं कि एकदम निर्भीक होकर रहें. यदि वहां पर किसी प्रकार की और सूचना मिलती है तो वे पुलिस को दें. दरभंगा पुलिस उनके साथ खड़ी है.

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