ETV Bharat / city

JAP सुप्रीमो पप्पू यादव को मिलेगी बेल? DMCH से मधेपुरा कोर्ट हुए रवाना - डीएमसीएच दरभंगा

अपहरण के एक 32 साल पुराने मामले में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव की आज मधेपुरा कोर्ट में पेशी है. वे डीएमसीएच से मधेपुरा पहुंच चुके हैं. पप्पू यादव के समर्थकों को उम्मीद है कि आज बेल मिल सकती है.

सुप्रीमो पप्पू यादव
सुप्रीमो पप्पू यादव
author img

By

Published : Oct 4, 2021, 10:37 AM IST

दरभंगा: जाप (JAP) सुप्रीमो पप्पू यादव (Pappu Yadav) अपहरण के एक 32 साल पुराने मामले में न्यायिक हिरासत में डीएमसीएच दरभंगा (DMCH Darbhanga) के मेडिसिन आईसीयू में भर्ती हैं. जन अधिकार पार्टी (JAP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की सोमवार को 10 दिनों के भीतर मधेपुरा कोर्ट (Madhepura Court) में दूसरी बार पेशी होगी. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच डीएमसीएच से मधेपुरा कोर्ट ले जाया गया. उनके साथ डीएमसीएच और मधेपुरा की मेडिकल टीम भी गयी है.

ये भी पढ़ें: 'गुलाब' ने DMCH को टापू में किया तब्दील, मरीज समेत कर्मचारी परेशान

पप्पू यादव करीब 5 महीनों से न्यायिक हिरासत में डीएमसीएच के मेडिसिन आईसीयू में इलाजरत हैं. उनके समर्थकों ने उम्मीद जताई कि मधेपुरा कोर्ट से आज पप्पू यादव को जमानत मिल सकती है. रिहा होकर वे जनता के बीच आएंगे. इसके पहले 24 सितंबर को हुई सुनवाई में कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था.

बता दें कि पप्पू यादव को 32 साल पुराने अपहरण के एक मामले में मधेपुरा कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में सुपौल के वीरपुर जेल भेजा था. वहां पप्पू यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद डॉक्टरों की टीम ने उन्हें इलाज के लिए डीएमसीएच दरभंगा रेफर कर दिया था. तब से वे डीएमसीएच में इलाजरत हैं. इस बीच कार्यकर्ता पूरे बिहार में उनकी रिहाई के लिए लगातार आंदोलन चला रहे हैं.

बता दें कि पप्पू यादव को 32 साल पुराने अपहरण के एक मामले में मधेपुरा कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में सुपौल के वीरपुर जेल भेजा था. वहां पप्पू यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद डॉक्टरों की टीम ने उन्हें इलाज के लिए दरभंगा के डीएमसीएच रेफर कर दिया था.

पप्पू यादव 1989 में रामकुमार यादव और उमाकांत यादव एक साथ रहते थे. गुट के ही एक युवक ने एक लड़की से शादी कर ली थी. इस कारण पप्पू यादव का रामकुमार यादव और उमाकांत यादव से मतभेद हो गया था. इसके बाद 29 जनवरी 1989 को रामकुमार यादव के चचेरे भाई शैलेन्द्र यादव ने मुरलीगंज थाना में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि पप्पू यादव ने दिनदहाड़े रामकुमार यादव और उमाकांत यादव को जान से मारने की नीयत से अपहरण कर लिया. इसी मामले को लेकर पुलिस ने इतने दिनों बाद उन्हें गिरफ्तार किया था.

पप्पू यादव को गिरफ्तार किए जाने के बाद उनके समर्थक और कार्यकर्ता उन्हें रिहा करने के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. हजारों कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी. जगह-जगह लगातार पुतले फूंके जाते रहे हैं. भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन उनके कार्यकर्ता लगाता कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बिहार IMA का खंडन: पप्पू यादव को नहीं दिया कोई 'कोरोना वॉरियर सम्मान'

दरभंगा: जाप (JAP) सुप्रीमो पप्पू यादव (Pappu Yadav) अपहरण के एक 32 साल पुराने मामले में न्यायिक हिरासत में डीएमसीएच दरभंगा (DMCH Darbhanga) के मेडिसिन आईसीयू में भर्ती हैं. जन अधिकार पार्टी (JAP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की सोमवार को 10 दिनों के भीतर मधेपुरा कोर्ट (Madhepura Court) में दूसरी बार पेशी होगी. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच डीएमसीएच से मधेपुरा कोर्ट ले जाया गया. उनके साथ डीएमसीएच और मधेपुरा की मेडिकल टीम भी गयी है.

ये भी पढ़ें: 'गुलाब' ने DMCH को टापू में किया तब्दील, मरीज समेत कर्मचारी परेशान

पप्पू यादव करीब 5 महीनों से न्यायिक हिरासत में डीएमसीएच के मेडिसिन आईसीयू में इलाजरत हैं. उनके समर्थकों ने उम्मीद जताई कि मधेपुरा कोर्ट से आज पप्पू यादव को जमानत मिल सकती है. रिहा होकर वे जनता के बीच आएंगे. इसके पहले 24 सितंबर को हुई सुनवाई में कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था.

बता दें कि पप्पू यादव को 32 साल पुराने अपहरण के एक मामले में मधेपुरा कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में सुपौल के वीरपुर जेल भेजा था. वहां पप्पू यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद डॉक्टरों की टीम ने उन्हें इलाज के लिए डीएमसीएच दरभंगा रेफर कर दिया था. तब से वे डीएमसीएच में इलाजरत हैं. इस बीच कार्यकर्ता पूरे बिहार में उनकी रिहाई के लिए लगातार आंदोलन चला रहे हैं.

बता दें कि पप्पू यादव को 32 साल पुराने अपहरण के एक मामले में मधेपुरा कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में सुपौल के वीरपुर जेल भेजा था. वहां पप्पू यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद डॉक्टरों की टीम ने उन्हें इलाज के लिए दरभंगा के डीएमसीएच रेफर कर दिया था.

पप्पू यादव 1989 में रामकुमार यादव और उमाकांत यादव एक साथ रहते थे. गुट के ही एक युवक ने एक लड़की से शादी कर ली थी. इस कारण पप्पू यादव का रामकुमार यादव और उमाकांत यादव से मतभेद हो गया था. इसके बाद 29 जनवरी 1989 को रामकुमार यादव के चचेरे भाई शैलेन्द्र यादव ने मुरलीगंज थाना में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि पप्पू यादव ने दिनदहाड़े रामकुमार यादव और उमाकांत यादव को जान से मारने की नीयत से अपहरण कर लिया. इसी मामले को लेकर पुलिस ने इतने दिनों बाद उन्हें गिरफ्तार किया था.

पप्पू यादव को गिरफ्तार किए जाने के बाद उनके समर्थक और कार्यकर्ता उन्हें रिहा करने के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. हजारों कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी. जगह-जगह लगातार पुतले फूंके जाते रहे हैं. भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन उनके कार्यकर्ता लगाता कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बिहार IMA का खंडन: पप्पू यादव को नहीं दिया कोई 'कोरोना वॉरियर सम्मान'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.