दरभंगा: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देशहित में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की है. इसी के सिलसिले में दरभंगा डीएम डॉ त्यागराजन ने हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों से अपील की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दोनों समुदाय अपने त्योहारों को घर पर रहकर ही मनाएं. डीएम की अपील पर ही खानकाहे समरकंदी में एक शहर के उलेमाओं और मस्जिदों के इमामों की एक बैठक हुई.
प्रशासन की अपील को देखते हुए लिया फैसला
हजरत अल्लामा मौलाना सैयद शमसुल्लाह जान बाबू हुजूर ने इस बैठक की अध्यक्षता की. इसमें सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि 9 अप्रैल को मनाई जाने वाली शब-ए-बारात सभी लोग अपने अपने घरों में ही मनायेंगे. घरों में रहकर इबादत करेंगें, कुरान पढ़ेंगे, नफिल की नमाज अदा करेंगें. मौलाना ने लोगों से अपील की और कहा कि किसी भी हाल में कब्रिस्तान या मजारों पर न जाएं. जो लोग आपको छोड़ कर चले गए हैं उनके लिए घर से ही फातिहा और दुआएं करें.
घरो में रहकर ही मनाएं शब-ए-बारात
बैठक की अध्यक्षता कर रहे हजरत अल्लामा मौलाना सैयद शमसुल्लाह जान ने कहा की पूरे देश में लॉक डाउन है. हमें सरकार और जिला प्रशासन के बताए गए निर्देशों का पालन करना होगा. कोरोना वायरस को लेकर देश के अंदर जो हालात है, उसके लिए यह बहुत जरूरी है. देश हित में जाति और मजहब से ऊपर उठकर देखने की जरूरत है. मोहल्लों में ऐलान कर लोगों को यह समझाने की कोशिश की जाए की सभी अपने अपने घरो में रहकर ही शब-ए-बारात मनाएं.