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मधुबनी जज-पुलिस मारपीट कांड: आरोपी थानाध्यक्ष और ASI डीएमसीएच में भर्ती, पुलिस एसोसिएशन ने की निष्पक्ष जांच की मांग

बिहार के मधुबनी जिले (Madhubani judge police assault case) के झंझारपुर कोर्ट के एडीजे अविनाश कुमार (ADJ Avinash Kumar) पर जानलेवा हमला करने के आरोपी घायल दोनों पुलिस अधिकारी घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण और एएसआई अभिमन्यु शर्मा को डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

मधुबनी जज-पुलिस मारपीट कांड
मधुबनी जज-पुलिस मारपीट कांड
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Published : Nov 20, 2021, 7:50 AM IST

Updated : Nov 20, 2021, 8:59 AM IST

दरभंगा : बिहार के मधुबनी जिले (Madhubani judge police assault case) के झंझारपुर कोर्ट के एडीजे अविनाश कुमार (ADJ Avinash Kumar) पर जानलेवा हमला करने के आरोपी घायल दोनों पुलिस अधिकारी घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण और एएसआई अभिमन्यु शर्मा को शुक्रवार को मधुबनी के डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफर (dmch hospita) कर दिया. यहां दोनों का इलाज चल रहा है. इस मामले में दरभंगा पुलिस ने दोनों पुलिस अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं.

इसे भी पढ़ें : जज पर हमला मामला: हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने पर झंझारपुर पहुंचे IG और DM, न्यायिक हिरासत में आरोपी

घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण ने अपने फर्द बयान में एडीजे अविनाश कुमार पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पहले उन पर अभद्र टिप्पणी की थी. कई मामलों में आरोपित व्यक्ति को 'सर' कहकर संबोधित करने का निर्देश दिया था. ऐसा नहीं करने पर उन्हें जूते से मारा और फिर मौजूद कर्मियों को निर्देश दिया कि उनके गले में रस्सी बांध कर टांग दिया जाए.

दरअसल, घोघरडीहा थाने के एसएसआई वीरेंद्र कुमार ने कहा कि थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण को मारपीट के एक मामले में पेश होने के लिए एडीजे ने बुलाया था. लेकिन उस दिन छापेमारी की व्यस्तता की वजह से वे पेश नहीं हो सके. अगले दिन थानाध्यक्ष और एएसआई एडीजे के चैंबर में पहुंचे, जहां एडीजे ने दोनों के साथ गाली-गलौज और मारपीट की. इतना ही नहीं उनके स्टाफ और 20-25 की संख्या में पहुंचे वकीलों ने दोनों को कमरे में बंद कर दिया और उन्होंने भी मारपीट की.

बिहार पुलिस एसोसिएशन की निष्पक्ष जांच की मांग

'एडीजे अनिवाश कुमार ने गलत आरोप लगाया है. थानाध्यक्ष ने पिस्टल तान दी और उनके साथ मारपीट की ये आरोप झूठा है. उल्टे थानाध्यक्ष का पिस्टल छीन लिया गया. वकीलों ने दोनों को कमरे में बंद कर दिया और मारपीट की.' :-वीरेंद्र कुमार, एएसआई, घोघरडीहा थाना.

उधर, शुक्रवार की रात घायल पुलिस अधिकारियों से मिलने पटना से बिहार पुलिस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष यशोदानंद पांडेय डीएमसीएच पहुंचे. उन्होने इस मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि न्यायालय में सीसीटीवी लगे हैं. उससे मामले की जांच की जाए. जो भी दोषी हो उस पर कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि एक जांच टीम का गठन किया जाए जिसमें सिविल प्रशासन, पुलिस और न्यायपालिका के वरीय अधिकारी शामिल हों. उन्होंने कहा कि वे लोग एसोसिएशन की बिहार की कार्यकारिणी की बैठक बुलाएंगे. उन्होंने कहा कि घटना दिल दहलाने वाली है. ऐसा दोबारा न हो ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

वहीं, व्यवहार न्यायालय झंझारपुर में एडीजे अविनाश कुमार पर हुए हमले और मारपीट के मामले में एडीजे अविनाश कुमार के आवेदन पर पुलिस पर कार्रवाई हो गयी है. दोनों के खिलाफ झंझारपुर थाना में मामला दर्ज किया दोनों पुलिस अधिकारी को झंझारपुर थाना पुलिस ने रात करीब 10 बजे हिरासत में लिया गया. दोनों को चोटें आई थी जिसके लिए प्राथमिक उपचार के बाद डीएमसीएच दरभंगा डीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

बता दें कि बीते16 नवंबर को को घोघरडीहा थानाध्यक्ष के खिलाफ घोघरडीहा प्रखंड की भोलीराही निवासी उषा देवी ने बीते मंगलवार को एक आवेदन दिया था. जिसमें पीड़ित ने बताया था कि घोघरडीहा के थानाध्यक्ष ने उसके पति, ननद, वृद्ध सास व ससुर को झूठे मुकदमे में फंसा दिया है. साथ ही, पति के साथ दुर्व्यवहार किए जाने की शिकायत की. शिकायत मिलने के बाद सत्यता जानने के लिए थानाध्यक्ष को पक्ष रखने की सूचना फोन पर दी गई. लेकिन, थानाध्यक्ष आने से टालमटोल करते रहे. इसके बाद गुरुवार को 11 बजे आने का समय दिया गया.

थानाध्यक्ष निर्धारित समय पर न आकर दोपहर 2 बजे जज के चैंबर में पहुंचे. चैंबर में प्रवेश करते ही थानाध्यक्ष ऊंची आवाज में बात करने लगा, जब जज साहब शांति से बात करने को कहा तो उसने कहा कि हम इसी अंदाज में बात करेंगे. क्योंकि यही मेरा अंदाज है. इसी बीच थानाध्यक्ष ने गाली-गलौज शुरू करते हुए कहा कि तुम मेरे बॉस (एसपी साहब) को नोटिस देकर कोर्ट बुलाते हो. आज तुम्हारी औकात बता देता हूं इसी बात को लेकर जमकर मारपीट हुई जिसे वकीलों ने न्यायिक है के लिए काला दिन बताया था और 2 बजे से कार्य का बहिष्कार कर दिया गया.

ये भी पढ़ें : जज पर हमला मामला: हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने पर झंझारपुर पहुंचे IG और DM, न्यायिक हिरासत में आरोपी

दरभंगा : बिहार के मधुबनी जिले (Madhubani judge police assault case) के झंझारपुर कोर्ट के एडीजे अविनाश कुमार (ADJ Avinash Kumar) पर जानलेवा हमला करने के आरोपी घायल दोनों पुलिस अधिकारी घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण और एएसआई अभिमन्यु शर्मा को शुक्रवार को मधुबनी के डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफर (dmch hospita) कर दिया. यहां दोनों का इलाज चल रहा है. इस मामले में दरभंगा पुलिस ने दोनों पुलिस अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं.

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घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण ने अपने फर्द बयान में एडीजे अविनाश कुमार पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पहले उन पर अभद्र टिप्पणी की थी. कई मामलों में आरोपित व्यक्ति को 'सर' कहकर संबोधित करने का निर्देश दिया था. ऐसा नहीं करने पर उन्हें जूते से मारा और फिर मौजूद कर्मियों को निर्देश दिया कि उनके गले में रस्सी बांध कर टांग दिया जाए.

दरअसल, घोघरडीहा थाने के एसएसआई वीरेंद्र कुमार ने कहा कि थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण को मारपीट के एक मामले में पेश होने के लिए एडीजे ने बुलाया था. लेकिन उस दिन छापेमारी की व्यस्तता की वजह से वे पेश नहीं हो सके. अगले दिन थानाध्यक्ष और एएसआई एडीजे के चैंबर में पहुंचे, जहां एडीजे ने दोनों के साथ गाली-गलौज और मारपीट की. इतना ही नहीं उनके स्टाफ और 20-25 की संख्या में पहुंचे वकीलों ने दोनों को कमरे में बंद कर दिया और उन्होंने भी मारपीट की.

बिहार पुलिस एसोसिएशन की निष्पक्ष जांच की मांग

'एडीजे अनिवाश कुमार ने गलत आरोप लगाया है. थानाध्यक्ष ने पिस्टल तान दी और उनके साथ मारपीट की ये आरोप झूठा है. उल्टे थानाध्यक्ष का पिस्टल छीन लिया गया. वकीलों ने दोनों को कमरे में बंद कर दिया और मारपीट की.' :-वीरेंद्र कुमार, एएसआई, घोघरडीहा थाना.

उधर, शुक्रवार की रात घायल पुलिस अधिकारियों से मिलने पटना से बिहार पुलिस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष यशोदानंद पांडेय डीएमसीएच पहुंचे. उन्होने इस मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि न्यायालय में सीसीटीवी लगे हैं. उससे मामले की जांच की जाए. जो भी दोषी हो उस पर कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि एक जांच टीम का गठन किया जाए जिसमें सिविल प्रशासन, पुलिस और न्यायपालिका के वरीय अधिकारी शामिल हों. उन्होंने कहा कि वे लोग एसोसिएशन की बिहार की कार्यकारिणी की बैठक बुलाएंगे. उन्होंने कहा कि घटना दिल दहलाने वाली है. ऐसा दोबारा न हो ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

वहीं, व्यवहार न्यायालय झंझारपुर में एडीजे अविनाश कुमार पर हुए हमले और मारपीट के मामले में एडीजे अविनाश कुमार के आवेदन पर पुलिस पर कार्रवाई हो गयी है. दोनों के खिलाफ झंझारपुर थाना में मामला दर्ज किया दोनों पुलिस अधिकारी को झंझारपुर थाना पुलिस ने रात करीब 10 बजे हिरासत में लिया गया. दोनों को चोटें आई थी जिसके लिए प्राथमिक उपचार के बाद डीएमसीएच दरभंगा डीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

बता दें कि बीते16 नवंबर को को घोघरडीहा थानाध्यक्ष के खिलाफ घोघरडीहा प्रखंड की भोलीराही निवासी उषा देवी ने बीते मंगलवार को एक आवेदन दिया था. जिसमें पीड़ित ने बताया था कि घोघरडीहा के थानाध्यक्ष ने उसके पति, ननद, वृद्ध सास व ससुर को झूठे मुकदमे में फंसा दिया है. साथ ही, पति के साथ दुर्व्यवहार किए जाने की शिकायत की. शिकायत मिलने के बाद सत्यता जानने के लिए थानाध्यक्ष को पक्ष रखने की सूचना फोन पर दी गई. लेकिन, थानाध्यक्ष आने से टालमटोल करते रहे. इसके बाद गुरुवार को 11 बजे आने का समय दिया गया.

थानाध्यक्ष निर्धारित समय पर न आकर दोपहर 2 बजे जज के चैंबर में पहुंचे. चैंबर में प्रवेश करते ही थानाध्यक्ष ऊंची आवाज में बात करने लगा, जब जज साहब शांति से बात करने को कहा तो उसने कहा कि हम इसी अंदाज में बात करेंगे. क्योंकि यही मेरा अंदाज है. इसी बीच थानाध्यक्ष ने गाली-गलौज शुरू करते हुए कहा कि तुम मेरे बॉस (एसपी साहब) को नोटिस देकर कोर्ट बुलाते हो. आज तुम्हारी औकात बता देता हूं इसी बात को लेकर जमकर मारपीट हुई जिसे वकीलों ने न्यायिक है के लिए काला दिन बताया था और 2 बजे से कार्य का बहिष्कार कर दिया गया.

ये भी पढ़ें : जज पर हमला मामला: हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने पर झंझारपुर पहुंचे IG और DM, न्यायिक हिरासत में आरोपी

Last Updated : Nov 20, 2021, 8:59 AM IST
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