दरभंगा: बिहार का ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (Lalit Narayan Mithila University) शुक्रवार यानी 5 अगस्त को 50 साल का (LNMU Completes 50 Years) हो गया है. 5 अगस्त 1972 को बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर से अलग कर इसकी स्थापना की गई थी. बाद में भूपेंद्र मंडल विवि मधेपुरा इससे अलग होकर अस्तित्व में आया था. विश्वविद्यालय स्थापना के स्वर्ण जयंती समारोह का बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Education Minister Vijay Choudhary) ने उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने विवि की स्थापना में योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया. यूनीवर्सिटी के जुबली हॉल में समारोह का उद्घाटन करते हुए शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि उन्हें बेहद खुशी होती है कि वे ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्थापना काल के छात्र रहे हैं.
ये भी पढ़ें- LNMU के कर्मचारी हड़ताल पर, यूनिवर्सिटी ने प्रदर्शनकारियों को 'नो वर्क नो पे' का आदेश
'यह सुखद संयोग है कि वे कभी यहां के छात्र हुआ करते थे और आज बिहार के शिक्षा मंत्री के रूप में इसके 50वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हो रहे हैं. विवि में पढ़ाई-लिखाई और शोध का वातावरण तभी बन सकता है. जब छात्र कक्षाओं में पढ़ने आएं और शिक्षक पढ़ाने में रूचि लें. राज्य के विवि में बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से शिक्षकों की नियुक्ति हो रही है. साथ ही अतिथि शिक्षक भी आ रहे हैं.' - विजय चौधरी, शिक्षा मंत्री, बिहार
LNMU के 50 साल पूरे : LNMU के स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने घोषणा किया कि बिहार में ऐसी नीति बनाई जा रही है, जिसके तहत खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को नौकरी दी जाएगी. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय कार्यक्रम में बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा, नगर विधायक संजय सरावगी, बेनीपुर के विधायक विनय चौधरी, विधान पार्षद हरि सहनी और विवि के कुलपति प्रो. एसपी सिंह समेत कई गण्यमान्य लोग मौजूद थे.