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छपरा में प्रसव पीड़िता की गयी जान, मौत के बाद परिजनों का हंगामा - etv bharat nes

छपरा जिले में निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गई है. जिसके बाद परिजनों ने क्लिनिक पर जमकर हल्ला हंगामा करना शुरू कर दिया. पढ़ें पूरी खबर.

तरैया में प्रसव पीड़ित की मौत के बाद हल्ला हंगामा
तरैया में प्रसव पीड़ित की मौत के बाद हल्ला हंगामा
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Published : Aug 27, 2022, 7:54 AM IST

छपरा: बिहार के छपरा (Illegal Nursing Home In Chapra) जिले के तरैया प्रखंड में अवैध नर्सिंग होम धड़ल्ले से चल रहे हैं. जहां प्रसव के दौरान फिर एक महिला की मौत हो (maternity death during delivery) गई है. डॉक्टरों की लापरवाही से मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. विगत 20 दिनों में यह तीसरी घटना है, मृतका तरैया थाना क्षेत्र के डुमरी छपिया निवासी मुकेश कुमार की 25 वर्षीय पत्नी अंजली कुमारी बताई जाती है. जिसे गुरुवार की सुबह लगभग 3-4 बजे प्रसव पीड़ा होने के बाद नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था.

यह भी पढ़ें: टिकारी:- अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम को किया गया सील, फर्जी निकला चिकित्सक

निजी अस्पताल में महिला की हुई मौत: बताया जाता है कि डिलीवरी तो नॉर्मल हो गई लेकिन प्रसूता की हालत लगातार बिगड़ती चली गई और अंतिम समय में नर्सिंग होम की संचालिका द्वारा रोगी को बिना नाम पता बताएं मोबाइल के भरोसे उसे पटना रेफर कर दिया गया, जहां एक निजी अस्पताल में पहुंचकर महिला की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद भी पटना स्थित निजी अस्पताल द्वारा परिजनों से साठ हजार रुपये की मांग की गई लेकिन मौत होने के बाद परिजनों ने तरैया स्थित क्लीनिक पर हंगामा करना शुरू कर दिया.

परिजनों ने क्लिनिक पर जमकर किया हल्ला: जिसके बाद महिला चिकित्सक ने पटना फोन करके कुछ पैसे कम करा कर मृतका के शव को परिजनों को दिलवा दिया. शव लेकर परिजन तरैया के अपना मार्केट स्थित अवैध नर्सिंग होम की संचालिका प्रतिभा सोनी के क्लिनिक पहुंचे तब तक कथित महिला चिकित्सक अपने स्टाफ के साथ वहां से फरार हो चुकी थी. जिसके बाद परिजनों ने क्लिनिक पर जमकर हल्ला हंगामा करना शुरू कर दिया.

सिविल सर्जन के आदेश पर छापेमारी: घटना की सूचना मिलते ही तरैया थाने की पुलिस (Taraiya Police Station) मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया तथा परिजनों द्वारा लिखित शिकायत देने पर चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. ज्ञातव्य हो कि तरैया में बिना अनुभव के तथाकथित चिकित्सकों द्वारा चलाए जा रहे अवैध नर्सिंग होम की भरमार है. जिसके खिलाफ हाल ही में सारण डीएम और सिविल सर्जन के आदेश पर छापेमारी की गई थी.

20 दिनों के अंदर यह मौत की तीसरी घटना: तीन नर्सिंग होम को सील करके अन्य सभी को नर्सिंग होम संचालन से संबंधित कागजात पेश करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया था. नोटिस देने के बावजूद भी अवैध धंधे से अवैध कमाई कर रहे मौत के सौदागरों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी और मौत का यह खेल लगातार जारी रहा, नतीजा 20 दिनों के अंदर यह मौत की तीसरी घटना सामने आई है.

सात अवैध नर्सिंग होम और दो अल्ट्रासाउंड का हुआ जांच: हाल ही में रेफरल अस्पताल तरैया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्रीनाथ प्रसाद द्वारा तरैया में संचालित 26 अवैध नर्सिंग होम, 7 अवैधयू अल्ट्रासाउंड एवं 10 अवैध पैथोलॉजी जांच घर की सूची सिविल सर्जन को भेजी गई थी. जिसके बाद जिला से आई चिकित्सकों की टीम के साथ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने गत 18 अगस्त को सात अवैध नर्सिंग होम एवं दो अल्ट्रासाउंड सेंटर का जांच किया गया था.

यह भी पढ़ें:-डबल मर्डर से दहला पटना, लूट के दौरान मां-बेटी की हत्या

छपरा: बिहार के छपरा (Illegal Nursing Home In Chapra) जिले के तरैया प्रखंड में अवैध नर्सिंग होम धड़ल्ले से चल रहे हैं. जहां प्रसव के दौरान फिर एक महिला की मौत हो (maternity death during delivery) गई है. डॉक्टरों की लापरवाही से मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. विगत 20 दिनों में यह तीसरी घटना है, मृतका तरैया थाना क्षेत्र के डुमरी छपिया निवासी मुकेश कुमार की 25 वर्षीय पत्नी अंजली कुमारी बताई जाती है. जिसे गुरुवार की सुबह लगभग 3-4 बजे प्रसव पीड़ा होने के बाद नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था.

यह भी पढ़ें: टिकारी:- अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम को किया गया सील, फर्जी निकला चिकित्सक

निजी अस्पताल में महिला की हुई मौत: बताया जाता है कि डिलीवरी तो नॉर्मल हो गई लेकिन प्रसूता की हालत लगातार बिगड़ती चली गई और अंतिम समय में नर्सिंग होम की संचालिका द्वारा रोगी को बिना नाम पता बताएं मोबाइल के भरोसे उसे पटना रेफर कर दिया गया, जहां एक निजी अस्पताल में पहुंचकर महिला की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद भी पटना स्थित निजी अस्पताल द्वारा परिजनों से साठ हजार रुपये की मांग की गई लेकिन मौत होने के बाद परिजनों ने तरैया स्थित क्लीनिक पर हंगामा करना शुरू कर दिया.

परिजनों ने क्लिनिक पर जमकर किया हल्ला: जिसके बाद महिला चिकित्सक ने पटना फोन करके कुछ पैसे कम करा कर मृतका के शव को परिजनों को दिलवा दिया. शव लेकर परिजन तरैया के अपना मार्केट स्थित अवैध नर्सिंग होम की संचालिका प्रतिभा सोनी के क्लिनिक पहुंचे तब तक कथित महिला चिकित्सक अपने स्टाफ के साथ वहां से फरार हो चुकी थी. जिसके बाद परिजनों ने क्लिनिक पर जमकर हल्ला हंगामा करना शुरू कर दिया.

सिविल सर्जन के आदेश पर छापेमारी: घटना की सूचना मिलते ही तरैया थाने की पुलिस (Taraiya Police Station) मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया तथा परिजनों द्वारा लिखित शिकायत देने पर चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. ज्ञातव्य हो कि तरैया में बिना अनुभव के तथाकथित चिकित्सकों द्वारा चलाए जा रहे अवैध नर्सिंग होम की भरमार है. जिसके खिलाफ हाल ही में सारण डीएम और सिविल सर्जन के आदेश पर छापेमारी की गई थी.

20 दिनों के अंदर यह मौत की तीसरी घटना: तीन नर्सिंग होम को सील करके अन्य सभी को नर्सिंग होम संचालन से संबंधित कागजात पेश करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया था. नोटिस देने के बावजूद भी अवैध धंधे से अवैध कमाई कर रहे मौत के सौदागरों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी और मौत का यह खेल लगातार जारी रहा, नतीजा 20 दिनों के अंदर यह मौत की तीसरी घटना सामने आई है.

सात अवैध नर्सिंग होम और दो अल्ट्रासाउंड का हुआ जांच: हाल ही में रेफरल अस्पताल तरैया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्रीनाथ प्रसाद द्वारा तरैया में संचालित 26 अवैध नर्सिंग होम, 7 अवैधयू अल्ट्रासाउंड एवं 10 अवैध पैथोलॉजी जांच घर की सूची सिविल सर्जन को भेजी गई थी. जिसके बाद जिला से आई चिकित्सकों की टीम के साथ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने गत 18 अगस्त को सात अवैध नर्सिंग होम एवं दो अल्ट्रासाउंड सेंटर का जांच किया गया था.

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