भागलपुर: अनाज के भंडारण के लिए निजी उद्यमी गारंटी (पीईजी) (Private Entrepreneur Guarantee) योजना के अंतर्गत तय मानकों के अनुरूप निजी गोदामों को न्यूनतम 10 वर्षों के लिए एसएफसी किराये पर लेगी. राज्य ने खरीफ फसल में धान और रबी में गेहूं अधिप्राप्ति के लिए एसएफसी को नोडल एजेंसी बनाया है. वित्तीय वर्ष 2020-21 में 35.59 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदारी की गई थी. वहीं, रबी में भी 4.56 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई थी.
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राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत आपूर्ति एवं वितरण में भी एसएफसी की अहम भूमिका है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में धान और गेहूं की खरीद कई गुना बढ़ेगी. ऐसे में एसएफसी ने निजी उद्यम गारंटी योजना के तहत प्रत्येक प्रखंड में 10 वर्ष के लिए किराए पर गोदाम लेने का निर्णय लिया है. इसके लिए इच्छुक व्यक्ति को एसएफसी को प्रपोजल देना है.
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बता दें कि 5,000 मीट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम के साथ शौचालय, गोदाम तक वाहन पहुंचने के लिए पथ, पार्किंग, बिजली, चारदीवारी, जल निकासी आदि की व्यवस्था करनी होगी. इसके साथ ही गोदाम प्रखंड या नगर निकाय के 5 किलोमीटर के दायरे में होना भी जरूरी है. वहीं, बाढ़ के कारण धान की फसल में क्षति झेल चुके किसानों को रबी फसल की अच्छी उपज की उम्मीद है.
रबी फसल के लिए इस साल जिला कृषि कार्यालय से बुआई का लक्ष्य विभाग को भेज दिया गया है. इस बार लगभग 86,000 हेक्टेयर में रबी फसल लगाने का लक्ष्य रखा गया है. कृषि पदाधिकारियों का कहना है कि इस साल रबी में अच्छी उपज होने की उम्मीद है. खेतों में नमी अभी ठीक है. गेहूं के उत्पादन का लक्ष्य 45,000 हेक्टेयर रखा गया है.
पिछले साल भी 45,000 हेक्टेयर ही रखा गया था. इस बार खेतों की जो स्थिति है उसके अनुसार रबी का लगान ससमय पूरी होने की संभावना है. दलहन के लिए लगभग 15,000 हेक्टेयर में आच्छादन लक्ष्य रखा गया है. बीज निगम द्वारा डीलरों को बीज उपलब्ध करा दिया गया है.
बता दें कि भागलपुर जिले में मुख्यमंत्री तीव्र बीज वितरण योजना के तहत गेहूं 608 क्विंटल, चना 184 क्विंटल और मसूर 108 क्विंटल वितरण किया गया है. इस पर 90% तक का अनुदान है.