भागलपुर: जिले में इन दिनों साइबर क्रिमनलों के हौसले बुलंद हैं. आलम ये है कि अब ये साबर क्रिमनल्स प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सबसे महत्वकांक्षी योजना को भी बख्शने के मुड में नहीं है. 24 फारवरी 2019 को प्रधानमंत्री मोदी की ओर से देश के किसानों को आर्थिक मदद देने की यह स्कीम अब भागलपुर के साइबर क्रिमनलों के निशाने पर है. यहां के साइबर क्रिमनल्स अब उस राशि को बटोरने में लगे हैं, जो इस योजना के गैर लाभवंती लोगों को सरकार ने दिए हैं. मतलब ये कि सरकार ने उन किसानों से निधी की राशि वापस करने को कहा है, जो आयकर के दायरे में आते हैं. अब ये किसान जो राशि वापस कर रहे हैं. उसे सरकार के पास पहुंचने से पहले ही साइबर ठब उड़ा लेते हैं.
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ठगों ने संयुक्त निदेशक के नाम से जारी किया है फर्जी पत्र
दरअसल, पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को अनुदान दिया गया था. इसमें ऐसे किसान जो आयकर भरते हैं, वे भी शामिल हो गए थे. जिसके बाद कृषि विभाग ने ऐसे किसानों को अयोग्य करार दिया और उनको कृषि निदेशालय द्वारा पत्र जारी कर अनुदान राशि वापस करने को कहा. भागलपुर जिले में ऐसे कुल 922 किसानों को सरकार को अनुदान की राशि वापस करनी है. अनुदान की राशि वापस लेने के लिए कृषि निदेशालय से एसबीआई का खाता नंबर 38269533475 और आईएसएसई कोड SBIN0006379 जारी किया है.
लेकिन यहीं पर साइबर ठगो ने अपना दिमाग लगा दिया. इन ठगों ने सरकार की ओर से जारी पत्र की एक हूबहू कॉपी संयुक्त निदेशक के नाम से तैयार कर ली और उसे जारी कर दिया. इस पत्र में ठगों की ओर से गलत खाता नंबर 343668942101 डाल कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है. ठगों की ओर से किसानों को मैसेज कर उक्त अकाउंट नंबर में राशि जमा करने के लिए कहा जा रहा है. कुछ किसानों ने फर्जी अकाउंट में राशि भी जमा कर दिया है.
जिले के 922 किसानों को वापस करनी है राशि
ऐसे में फर्जी पत्र देखने के बाद जिला कृषि पदाधिकारी ने किसानों को आगाह किया है कि वे कृषि विभाग द्वारा जारी खाता नंबर में ही राशि जमा करें. इस बारे में जिला कृषि पदाधिकारी केके झा ने बताया- 'भागलपुर के 922 किसान को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का राशि लौटाना है. इसके लिए कृषि निदेशालय से पत्र जारी कर खाता नंबर जारी किया गया है. उसी नंबर पर किसानों को राशि जमा करनी है.'
उन्होंने बताया कि ठग ने पत्र की कॉपी कर संयुक्त निदेशक के नाम से फर्जी पत्र जारी कर किसान को गुमराह कर रहे हैं. साइबर अपराधियों ने पत्र में अपना अकाउंट नंबर भी डाला है. उन्होंने किसानों से अपील की है कि संयुक्त निदेशक के नाम से जारी पत्र फर्जी है, उस में दिया हुआ खाता नंबर गलत है. किसान वहां पैसा जमा नहीं कराएं.
सूबे के 36823 किसान अयोग्य बताए गए
बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को जब आधार कार्ड के जरिए अनुदान राशि खाते में भेजी गई तब भागलपुर के 922 किसान सहित सूबे के कुल 36823 किसानों को भी इसका लाभ मिला. ये सभी किसान आयकर के दायरे में आते हैं. ऐसे में मंत्रालय की ओर से इन्हें अयोग्य करार देकर राशि वापस करने का निर्देश दिया. किसानों को कुल 32 करोड़ 78 लाख 18 हजार रुपया वापस सरकार को देना है.