बेगूसराय: पंचायत चुनाव (Panchayat Election) के तहत बेगूसराय (Begusarai) सदर प्रखंड में मतदान होने वाला है. जिला प्रशासन निष्पक्ष चुनाव के लिए मुस्तैदी से जुटा हुआ है. शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए आपराधिक छवि के लोगों पर नजर रखी जा रही है, लेकिन इस बीच प्रशासन ने एक बड़ी चूक कर दी है. दरअसल, बिना जांच पड़ताल के ही 4-5 नाबालिग छात्रों को इलेक्शन में बलवा (दंगा-फसाद, उपद्रव) फैलाने, खून खराबा करने और इलेक्शन को प्रभावित करने का आरोप लगाया गया है. हास्यास्पद बात ये है कि इन बच्चों की उम्र 7 साल से 9 साल के बीच है.
ये भी पढ़ें: बेगूसराय में रंगदारी नहीं देने पर पिता-पुत्र को चाकू से गोदा, इलाज जारी
प्रशासन की ओर से जारी नोटिस को गौर से पढ़ने के बाद पता चलता है कि बच्चों पर पंचायत चुनाव-2021 के दौरान हिंसा करने, बूथ लूटने, मतदाता को डराने-धमकाने, खून-खराबा, बलवा करने की आशंका जताई गई है. इतना ही नहीं, इन से शांति भंग करने, विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने और चुनाव कार्य में व्यवधान उत्पन्न होने की संभावना है.
नोटिस मिलने के बाद सोमवार को इन बच्चों के साथ उनके अभिभावक संबंधित कोर्ट में हाजिर भी कराए गए. इस पूरी घटना को प्रशासनिक चूक का नतीजा माना जा रहा है, जिसके कारण पूरा परिवार मानसिक पीड़ा के साथ-साथ डरा-सहमा भी है.
ये भी पढ़ें: अपहरण के बाद तेजाब डालकर दो भाइयों की हत्या, बूढ़ी गंडक नदी से बरामद हुए शव
पीड़ित परिवार के लोगों को कहना है कि दुश्मनों की चाल है. जिस वजह से उसके बच्चों का भविष्य खराब करने की कोशिश की गई है. परिजनों ने बताया कि कुछ लोगों से मामूली मारपीट के विवाद में दुश्मनों ने मुफस्सिल थाना पुलिस अधिकारी के साथ मिलकर साजिश के तहत उसके बच्चों पर ऐसे संगीन आरोप लगाए गए हैं.
बताया जा रहा है कि जिन बच्चों को नोटिस मिला है, उनमें मुफस्सिल थाना क्षेत्र के राजौड़ा के रहने वाले मनन राय का 7 वर्षीय पुत्र सूर्यस कुमार, सिकंदरपुर रजवाड़ा के रहने वाले शुभम कुमार का 8 वर्षीय पुत्र सौरभ कुमार, रजवाड़ा के ही रहने वाले मुरलीधर पोद्दार का 8 वर्षीय पुत्र अजय कुमार और मुरलीधर पोद्दार का 9 वर्षीय पुत्र विजय कुमार शामिल है. फिलहाल प्रशासनिक चूक की इस घटना की हर तरफ चर्चा हो रही है, लेकिन इस मामले में कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है.