नई दिल्ली: वर्ष 2020-21 के लिए केंद्रीय बजट एक फरवरी को पेश किया जा सकता है. इसके साथ ही आर्थिक सर्वेक्षण 31 जनवरी को होने की संभावना है. वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी. यह 2015-16 के बाद पहली बार होगा, जब बजट शनिवार को पेश किया जाएगा.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी से शुक्रवार को पूछा गया कि क्या सरकार फरवरी के पहले दिन बजट पेश करने की परंपरा के साथ जाएगी, या इसमें कोई बदलाव हो सकता है, क्योंकि एक फरवरी को शनिवार है, जोकि एक गैर-कार्य दिवस है. इस पर जोशी ने कहा, परंपरा जारी रहेगी.
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फरवरी की शुरुआत में बजट पेश करने के पीछे का कारण 31 मार्च तक बजटीय प्रक्रिया को पूरा करना होता है, ताकि 12 महीने के लिए खर्च की कवायद एक अप्रैल से ही शुरू हो सके.
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पांच जुलाई को पेश किए गए आम बजट से एक दिन पहले चार जुलाई को हुए आर्थिक सर्वेक्षण 2019 में कहा गया था, "भारत को 2030 तक 10 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की आवश्यकता है. भारत को अपने सकल घरेलू उत्पाद का सात से आठ फीसदी सालाना बुनियादी ढांचे पर खर्च करने की जरूरत है, जो 2030 तक 10 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा."