नई दिल्ली: डीजीसीए ने विमानन कंपनी इंडिगो को सोमवार को राहत प्रदान करते हुए उन सभी प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्ल्यू) इंजनों को बदलने के लिए दी गई समय-सीमा 31 जनवरी से बढ़ाकर 31 मई कर दी, जिनमें सुधार नहीं किया गया था.
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक नवम्बर को कहा था कि चीजें दुरूस्त करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है. डीजीसीए ने इंडिगो को 97 ए320 निओ विमानों के पीडब्ल्यू इंजनों को 31 जनवरी तक हर हाल में बदलने के लिए भी कहा था. नियामक ने यहां तक कहा था कि अगर इंजन में सुधार नहीं किया गया तो उन विमानों की उड़ान पर रोक लगा दी जाएगी.
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बाद में, इंजनों को बदलने में कंपनी की गति से असंतुष्ट होकर नियामक ने 25 नवंबर को कुछ ए320 निओ विमानों को उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी थी. डीजीसीए ने सोमवार को कहा कि उसका मानना है कि जिन पीडब्ल्यू इंजनों में सुधार नहीं किया गया है, वे असुरक्षित हैं और इससे अवांछनीय स्थिति पैदा हो सकती है. इसलिए इसे हटाने की जरूरत है.
नियामक ने सोमवार को अपने बयान में कहा कि एक नवंबर 2019 के डीजीसीए के आदेश के बाद विमानन कंपनी और विमान तथा इंजन निर्माताओं ने कार्य पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं. उन्होंने संयुक्त रूप से एक पूरी कार्ययोजना प्रस्तुत की है जिसके तहत जून 2020 के अंत तक संपूर्ण बेड़े के लिए इंजनों में बदलाव संभव है.
बयान में कहा गया है कि इसके लिए करीब 135 इंजनों की खरीद शामिल है और लक्ष्य हासिल करने के लिए महीना वार विवरणों पर काम किया गया है. डीजीसीए ने महसूस किया कि इस लक्ष्य को मई 2020 तक प्राप्त किया जा सकता है.
डीजीसीए ने इंडिगो के लिए ए320 निओ विमानों में पीडब्ल्यू इंजन बदलने की समय-सीमा 31 मई तक बढ़ाई - बिजनेस न्यूज
इंडिगो को सोमवार को राहत प्रदान करते हुए उन सभी प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्ल्यू) इंजनों को बदलने के लिए दी गई समय-सीमा 31 जनवरी से बढ़ाकर 31 मई कर दी.
नई दिल्ली: डीजीसीए ने विमानन कंपनी इंडिगो को सोमवार को राहत प्रदान करते हुए उन सभी प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्ल्यू) इंजनों को बदलने के लिए दी गई समय-सीमा 31 जनवरी से बढ़ाकर 31 मई कर दी, जिनमें सुधार नहीं किया गया था.
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक नवम्बर को कहा था कि चीजें दुरूस्त करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है. डीजीसीए ने इंडिगो को 97 ए320 निओ विमानों के पीडब्ल्यू इंजनों को 31 जनवरी तक हर हाल में बदलने के लिए भी कहा था. नियामक ने यहां तक कहा था कि अगर इंजन में सुधार नहीं किया गया तो उन विमानों की उड़ान पर रोक लगा दी जाएगी.
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बाद में, इंजनों को बदलने में कंपनी की गति से असंतुष्ट होकर नियामक ने 25 नवंबर को कुछ ए320 निओ विमानों को उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी थी. डीजीसीए ने सोमवार को कहा कि उसका मानना है कि जिन पीडब्ल्यू इंजनों में सुधार नहीं किया गया है, वे असुरक्षित हैं और इससे अवांछनीय स्थिति पैदा हो सकती है. इसलिए इसे हटाने की जरूरत है.
नियामक ने सोमवार को अपने बयान में कहा कि एक नवंबर 2019 के डीजीसीए के आदेश के बाद विमानन कंपनी और विमान तथा इंजन निर्माताओं ने कार्य पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं. उन्होंने संयुक्त रूप से एक पूरी कार्ययोजना प्रस्तुत की है जिसके तहत जून 2020 के अंत तक संपूर्ण बेड़े के लिए इंजनों में बदलाव संभव है.
बयान में कहा गया है कि इसके लिए करीब 135 इंजनों की खरीद शामिल है और लक्ष्य हासिल करने के लिए महीना वार विवरणों पर काम किया गया है. डीजीसीए ने महसूस किया कि इस लक्ष्य को मई 2020 तक प्राप्त किया जा सकता है.
डीजीसीए ने इंडिगो के लिए ए320 निओ विमानों में पीडब्ल्यू इंजन बदलने की समय-सीमा 31 मई तक बढ़ाई
नई दिल्ली: डीजीसीए ने विमानन कंपनी इंडिगो को सोमवार को राहत प्रदान करते हुए उन सभी प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्ल्यू) इंजनों को बदलने के लिए दी गई समय-सीमा 31 जनवरी से बढ़ाकर 31 मई कर दी, जिनमें सुधार नहीं किया गया था.
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक नवम्बर को कहा था कि चीजें दुरूस्त करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है. डीजीसीए ने इंडिगो को 97 ए320 निओ विमानों के पीडब्ल्यू इंजनों को 31 जनवरी तक हर हाल में बदलने के लिए भी कहा था. नियामक ने यहां तक कहा था कि अगर इंजन में सुधार नहीं किया गया तो उन विमानों की उड़ान पर रोक लगा दी जाएगी.
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बाद में, इंजनों को बदलने में कंपनी की गति से असंतुष्ट होकर नियामक ने 25 नवंबर को कुछ ए320 निओ विमानों को उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी थी. डीजीसीए ने सोमवार को कहा कि उसका मानना है कि जिन पीडब्ल्यू इंजनों में सुधार नहीं किया गया है, वे असुरक्षित हैं और इससे अवांछनीय स्थिति पैदा हो सकती है. इसलिए इसे हटाने की जरूरत है.
नियामक ने सोमवार को अपने बयान में कहा कि एक नवंबर 2019 के डीजीसीए के आदेश के बाद विमानन कंपनी और विमान तथा इंजन निर्माताओं ने कार्य पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं. उन्होंने संयुक्त रूप से एक पूरी कार्ययोजना प्रस्तुत की है जिसके तहत जून 2020 के अंत तक संपूर्ण बेड़े के लिए इंजनों में बदलाव संभव है.
बयान में कहा गया है कि इसके लिए करीब 135 इंजनों की खरीद शामिल है और लक्ष्य हासिल करने के लिए महीना वार विवरणों पर काम किया गया है. डीजीसीए ने महसूस किया कि इस लक्ष्य को मई 2020 तक प्राप्त किया जा सकता है.
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