नई दिल्ली: नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर संसद भवन के सामने महिला पंचायत करने की जिद पर हिरासत में लिए गए पहलवान, छूटने के बाद फिर से लोगों की सहानुभूति बटोरने में जुट गए हैं. इसके लिए वे तरह-तरह की अपील कर रहे हैं. पहलवान विनेश फोगाट ने ट्विटर पर कविता लिखकर अपनी मंशा जाहिर की है. कविता से यह साफ होता है कि पहलवानों का आंदोलन अभी रुकने वाला नहीं है. वे किसी न किसी तरीके से इसे जारी रखना चाहते हैं. विनेश फोगाट ने ट्वीट किया:
"दरिया अब तेरी ख़ैर नहीं,
बूँदो ने बग़ावत कर ली है
नादां ना समझ रे बुज़दिल,
लहरों ने बग़ावत कर ली है,
हम परवाने हैं मौत समाँ,
मरने का किसको ख़ौफ़ यहाँ
रे तलवार तुझे झुकना होगा,
गर्दन ने बग़ावत कर ली है।"
विनेश फोगाट के इस ट्वीट से साफ है कि सभी पहलवानों ने अभी आंदोलन खत्म करने का इरादा नहीं बनाया है. वहीं, पुलिस हिरासत से छूटने के बाद बजरंग पूनिया भी यह कह चुके हैं कि अपने साथियों से मिलने के बाद आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे. इधर, विनेश फोगाट के ट्वीट पर लोगों ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है. कुछ लोगों ने उल्टे विनेश फोगाट को विपक्षी दलों के हाथों की कठपुतली न बनने का मशविरा दिया है तो कुछ ने आंदोलन में उनको समर्थन किया है.
गौरतलब है कि भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवान रविवार को नए संसद भवन के सामने महिला सम्मान पंचायत करने पर अड़े थे. जंतर मंतर से संसद भवन की तरफ निकलते ही दिल्ली पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया था. इसके बाद देर रात सभी पहलवानों को पुलिस ने छोड़ दिया. पहलवानों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज कर ली है.
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