पटना: बिहार के वरिष्ठ आईएएस केके पाठक (Senior IAS KK Pathak) की बदजुबानी का वीडियो वायरल हो रहा है. भरी मीटिंग में वो अपने कनिष्ठ अफसरों के साथ गाली-गलौज पर उतर आए हैं. बता दें कि ये वही केके पाठक हैं जिनपर भरोसा जताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने उनके कंधे पर शराबबंदी को सफल कराने का जिम्मा सौंपा है. आईएएस केके पाठक फिलहाल मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव हैं. वो यूपी के मेरठ के मूल निवासी है. जिस तरह से उन्होंने बिहार एडमिनिस्ट्रेशन और डिप्टी कलेक्टर्स को भरी मीटिंग में गाली दी है, बिहार के लोगों को अपशब्द कहा. इस वीडियो के बाद उन्हें कटघरे में खड़ा किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- IPS Rakesh Dubey: निलंबित IPS राकेश दुबे के खिलाफ ED ने दर्ज किया केस, समन जारी
''... (गाली) डिप्टी कलेक्टरों की ....करता हूं. ...... बिहार एडमिनेस्ट्रेशन ......साल हो गया. यहां का. .. आदमी ऐसा है. चेन्नई में लोग बांए से चलता है. देखे हो यहां किसी को बाएं से चलते है? लाल लाइट में किसी को हॉर्न बजाते किसी को देखे हो चेन्नई में, यहां तो ..... लाल लाइट पर ट्रैफिक में खड़े होकर पे-पे हॉर्न बजाएगा. यहां का .... आदमी-आदमी है? यहां के .....डिप्टी कलेक्टर का ये हाल है? अरे दो चार लोग लिखकर दो तो कागज पर. ..... डिप्टी कलेक्टर ...का .... '' - केके पाठक, प्रधान सचिव, मद्य निषेध विभाग
बिहार के लोगों को दुत्कार, चेन्नई से प्यार? : वायरल हो रहे वीडियो में एक वरिष्ठ आईएएस अफसर की भाषा इतनी गिरी हुई और स्तरहीन कैसे हो सकती है? इस वीडियो को जिसने भी देखा या सुना उसने केके पाठक जैसे ऑफिसर को लेकर हैरानी जताई. इस मामले में मंत्री अब संज्ञान ले चुके हैं. बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारियों में एक के के पाठक की छवि एक कड़क मिजाज और तेज तर्रार प्रशासनिक पदाधिकारी के रूप में है. बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद हमेशा उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गयी है. विशेष तौर पर उन्हें फिर से मद्य निषेध विभाग की कमान सौंपी गयी.
मद्य विभाग के प्रधानसचिव की 'बदजुबानी': केके पाठक अपनी कार्यशैली के लिए ही जाने जाते हैं. लेकिन जिस तरह से ये वीडियो बाहर आया है उससे कहीं न कहीं मद्य निशेष विभाग के मंत्री के गले की हड्डी बनने जा रहा है. मद्य निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने कहा उन्होंने वायरल हो रहे वीडियो को देखा है. दफ्तर पहुंचने के बाद वो इस मामले की पूरी पड़ताल करेंगे. उन्होंने ये भी आश्वासन दिया कि अगर वीडियो की सच्चाई यही है तो उनपर उचित कार्रवाई की जाएगी.
बिहार प्रशासनिक सेवा संघ ने खोला मोर्चा: बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी केके पाठक के वायरल वीडियो सामने आने के बाद बवाल मचा हुआ है. बासा यानी Bihar Administrative Service Association ने वायरल वीडियो के आधार पर मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक के खिलाफ पटना के सचिवालय थाने में शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक अपने ही विभाग के अधिकारियों को अपशब्द बोलते हैं.
BJP ने की बर्खास्तगी की मांग : वहीं बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने इस मामले में ट्वीट कर लिखा कि, ''IAS के के पाठक बहुत पढ़े-लिखे विद्वान हो सकते हैं लेकिन लंबे समय तक ब्यूरोक्रेसी में रहने के दौरान ये मानसिक अवसाद और कुंठा से ग्रसित हो चुके हैं. इसका ईलाज कराओ. ये BASA अधिकारियों को मां-बहन की गाली सड़कछाप गुंडे-मवाली की तरह दे रहा है. ये माफी मांगे या इसको बर्खास्त करो.''
-
IAS के०के० पाठक बहुत पढ़े-लिखे विद्वान हो सकते हैं लेकिन लंबे समय तक ब्यूरोक्रेसी में रहने के दौरान ये मानसिक अवसाद और कुंठा से ग्रसित हो चुके हैं। इसका ईलाज कराओ।
— Nikhil Anand (@NikhilAnandBJP) February 2, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
ये BASA अधिकारियों को मां-बहन की गाली सड़कछाप गुंडे-मवाली की तरह दे रहा है।
ये माफी मांगे या इसको बर्खास्त करो। pic.twitter.com/CoTq0t2bZv
">IAS के०के० पाठक बहुत पढ़े-लिखे विद्वान हो सकते हैं लेकिन लंबे समय तक ब्यूरोक्रेसी में रहने के दौरान ये मानसिक अवसाद और कुंठा से ग्रसित हो चुके हैं। इसका ईलाज कराओ।
— Nikhil Anand (@NikhilAnandBJP) February 2, 2023
ये BASA अधिकारियों को मां-बहन की गाली सड़कछाप गुंडे-मवाली की तरह दे रहा है।
ये माफी मांगे या इसको बर्खास्त करो। pic.twitter.com/CoTq0t2bZvIAS के०के० पाठक बहुत पढ़े-लिखे विद्वान हो सकते हैं लेकिन लंबे समय तक ब्यूरोक्रेसी में रहने के दौरान ये मानसिक अवसाद और कुंठा से ग्रसित हो चुके हैं। इसका ईलाज कराओ।
— Nikhil Anand (@NikhilAnandBJP) February 2, 2023
ये BASA अधिकारियों को मां-बहन की गाली सड़कछाप गुंडे-मवाली की तरह दे रहा है।
ये माफी मांगे या इसको बर्खास्त करो। pic.twitter.com/CoTq0t2bZv
नोट: ईटीवी भारत वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.