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MP: ग्वालियर में अनोखी शादी, पिता ने जगत के पालनहार को ही सौंप दिया दिव्यांग बेटी का हाथ - शादी की खबर सुनकर चौंक गए थे रिश्तेदार

जब बेटी घर में पैदा होती तो हर पिता उसी दिन से उसके विवाह की तैयारियां शुरू कर देता है. कहा भी जाता है कि बेटी पराया धन होती है. अगर वही बेटी जब न बोल सके, न सुन सके और चल सके तो उस पिता की पीड़ा का अंदाजा आप सहज ही लगा सकते हैं. सनातन धर्म में कन्या दान महादान माना जाता है. अब इस स्थिति में पिता अपनी बेटी का कन्या दान करे भी कैसे, कौन थामेगा उनकी इस बेटी का हाथ. शारीरिक रूप अक्षम इस बेटी के लिए उसके पिता एस. राठौर ने हार नहीं मानी और अंततः उन्होंने विश्व के पालनहार (caretaker of world) श्री कृष्ण कन्हैया को ही उसका हाथ सौंप दिया. बोले अब कन्हैया ही इसकी भवसागर से नैय्या पार लगाएंगे. मुरली वाले के साथ हुई इस शादी को देखकर जितना लोग खुश से उससे कहीं ज्यादा भावुक थे.

Gwalior Unique Marriage
ग्वालियर में अनोखी शादी
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Published : Nov 10, 2022, 1:46 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के मोहना निवासी शिशुपाल राठौर प्रतिष्ठित व्यवसाई हैं. उनकी बेटी 21 साल से गंभीर बीमारी से जूझ रही है. बेड से भी नहीं उठ पाती. उन्होंने अपने तमाम रिश्तेदारों को अचानक फोन किया और अपनी (handicapped daughter) बेटी की शादी में आने आमंत्रित किया. रिश्तेदार भी शादी का निमंत्रण पाकर आश्चर्य में रह गए.

शादी की खबर सुनकर चौंक गए थे रिश्तेदारः कुछ रिश्तेदारों का कहना था कि ऐसा कौन सा युवक है, जो शारीरिक रूप से अक्षम (handicapped daughter) बेटी से शादी कर रहा है. तो लड़की की बुआ ने चहकते हुए कहा, कि अरे वृंदावन से स्वयं कन्हैया (Shree Kanhaiya) जी आ गए भतीजी को ब्याहने के लिए. रिश्तेदार शादी में पहुंचे तो मालूम हुआ की बेबस हो चुके पिता ने बेटी की खुशी के लिए सच में अपनी बेटी कन्हैया जी से ही बिहाई है. बारात आई, भोज हुआ, मेहंदी हुई, भांवर हुई, विदाई हुई. वापस भाई मंदिर से विदाई कराकर घर भी ले आए. तमाम रिश्तेदारों ने जश्न मनाया, खुशी साझा की और अंत में विदाई के समय खूब जमकर रोए.

ग्वालियर में अनोखी शादी

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शादी में छिपा असहनीय दर्दः इस अनूठी शादी में एक दर्द भी छिपा हुआ था. जो भावना और अरमानों भरा हुआ है. जिस बेटी की शादी पिता ने कि वह दिव्यांग है वह न तो सुन सकती है और न हीं बोल सकती है और न हीं चल सकती है. इसलिए पिता ने बेटी की खुशी के खातिर उसकी शादी अनोखे तरीके से की और वह भी ब्रह्मांड के आराध्य Prabhu Shree Kanhaiya जी से. बता दे जिले के मोहना के रहने वाली एस. राठौर एक व्यवसाई है. 26 साल से उनकी बेटी सोनल राठौर गंभीर रूप से बीमारी से जूझ रही है. बीमारी के चलते उसके पिता को सिर्फ सबसे बड़ा बोझ और दर्द यही था कि उसकी बेटी से कौन शादी करेगा. सामाजिक संस्कार की जिम्मेदारी के तहत एक पिता ने अपनी बेटी की डोर भगवान के हाथ सौंप दी. बेटी सोनल का रिश्ता भगवान कृष्ण से कर दिया. विगत छह तारीख को उन्होंने तमाम रिश्तेदारों को अचानक फोन किया और बेटी की शादी में 7 तारीख को आने का निमंत्रण दिया. एक बार को सभी रिश्तेदार निमंत्रण को देख कर चौक गए थे. जब वह शादी में पहुंचे तो उन्हें असल जानकारी हुई. हालांकि यह शादी देखकर सभी का मन भर आया था. पिता एस. राठौर ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा के उसकी बेटी का सहारा अब श्री कन्हैया जी ही है और वही उनके पति हैं.

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के मोहना निवासी शिशुपाल राठौर प्रतिष्ठित व्यवसाई हैं. उनकी बेटी 21 साल से गंभीर बीमारी से जूझ रही है. बेड से भी नहीं उठ पाती. उन्होंने अपने तमाम रिश्तेदारों को अचानक फोन किया और अपनी (handicapped daughter) बेटी की शादी में आने आमंत्रित किया. रिश्तेदार भी शादी का निमंत्रण पाकर आश्चर्य में रह गए.

शादी की खबर सुनकर चौंक गए थे रिश्तेदारः कुछ रिश्तेदारों का कहना था कि ऐसा कौन सा युवक है, जो शारीरिक रूप से अक्षम (handicapped daughter) बेटी से शादी कर रहा है. तो लड़की की बुआ ने चहकते हुए कहा, कि अरे वृंदावन से स्वयं कन्हैया (Shree Kanhaiya) जी आ गए भतीजी को ब्याहने के लिए. रिश्तेदार शादी में पहुंचे तो मालूम हुआ की बेबस हो चुके पिता ने बेटी की खुशी के लिए सच में अपनी बेटी कन्हैया जी से ही बिहाई है. बारात आई, भोज हुआ, मेहंदी हुई, भांवर हुई, विदाई हुई. वापस भाई मंदिर से विदाई कराकर घर भी ले आए. तमाम रिश्तेदारों ने जश्न मनाया, खुशी साझा की और अंत में विदाई के समय खूब जमकर रोए.

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