पटना: राजधानी पटना के अशोक राजपथ स्थित पटना कॉलेज के सामने 300 वर्ष पुराने ब्रह्मस्थान को डबल डेकर पुल निर्माण के लिए तोड़ा जाना है. जिसके खिलाफ में मंदिर के पुजारी कई दिनों से धरना पर बैठे हैं. शुक्रवार को मंदिर के पुजारी अरविंद पाठक के समर्थन में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union minister Giriraj Singh) भी वहां पहुंचे. गिरिराज सिंह ने कहा कि मंदिर को तोड़ने से पहले प्रशासन को उनके चिता से गुजर कर जाना होगा.
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मंदिर तोड़ने के खिलाफ धरने पर बैठे केंद्रीय मंत्री: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने धरने पर बैठे लोगों का समर्थन किया. वहीं केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश की आजादी के समय लोगों ने धर्म के आधार पर देश को बांटने का काम किया था. उस समय हमारे पूर्वजों से भूल हो गयी थी. अगर पूरे मुस्लिम समाज को पाकिस्तान भेज दिया जाता और पाकिस्तान से हिन्दू को ले जाया गया होता तो आज ये स्थिति नहीं देखनी पड़ती. गिरिराज सिंह ने कहा कि हमारे देश की पहचान सनातन धर्म से है. सनातन की पहचान दुर्गा, राम, कृष्ण, लक्ष्मी, काली से है.
"देश की आजादी के समय लोगों ने धर्म के आधार पर देश को बांटने का काम किया था. उस समय हमारे पूर्वजों से भूल हो गयी थी. अगर पूरे मुस्लिम समाज को पाकिस्तान भेज दिया जाता और पाकिस्तान से हिन्दू को ले जाया गया होता तो आज ये स्थिति नहीं देखनी पड़ती."- गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
नीरज कुमार का गिरिराज सिंह पर हमला: जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने गिरिराज सिंह के धरने पर बैठने को लेकर कहा कि, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अशोक राजपथ पर स्थित मंदिर तोड़े जाने का ठेकड़ा किसी और पर नहीं फोड़ रहे हैं. इस डबल डेकर पुल का शिलान्यास आप ही के पार्टी के विधायक और तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने किया था. आपके कथना अनुसार आपके पार्टी के विधायक नितिन नवीन जिन्होंने इस मंदिर को तोड़े जाने का आदेश दिया था. वह सनातन विरोधी हैं. अगर वह सनातनी थे तो उन्हें मंदिर तोड़ने की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी.