प्रयागराज : 27 फरवरी को मतदान के दिन बम फटने से साइकिल सवार युवक की मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस के मुताबिक इन युवकों ने साजिश के तहत मतदान के दिन दहशत फैलाने के लिए बम मारकर युवक की हत्या की थी. पकड़े गए तीन युवकों के अलावा घटना में छह अन्य लोग भी शामिल थे. इनकी पुलिस तलाश कर रही है. इनके पकड़े जाने के बाद ही घटना का मास्टर माइंड सामने आएगा.
यूपी विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में प्रयागराज में 27 फरवरी को मतदान हो रहा था. उसी दौरान दोपहर में गौस नगर इलाके में साइकिल से जा रहे अर्जुन कोल की साइकिल पर बम फटा और उसकी मौत हो गई थी. वहीं, साथ जा रहा उसका भाई घायल हो गया था. घटना के बाद पुलिस ने बताया कि युवक साइकिल पर झोले में बम लेकर जा रहा था. साइकिल गिरने से बम फटा और युवक की मौत हो गई.
बाद में पुलिस ने घटना की विस्तार से जांच शुरू की तो पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से कई ऐसे साक्ष्य मिले जिनसे घटना को लेकर पुलिस का पूरा नजरिया ही बदल दिया. पुलिस को घटना से पहले साइकिल पर कोई थैला या पैकेट नहीं दिखा था. इसके बाद पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो पता चला कि घटनास्थल के पास वाले कब्रिस्तान से बम फेंका गया था. यह बम साइकिल की हैंडल से जाकर टकराया और फट गया. इससे युवक की मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि हसन, मोइनुद्दीन और आसिफ नाम के तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए युवकों के पास से दो बम और तमंचा बरामद हुआ है. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर कब्रिस्तान से मिस हुआ बम भी बरामद किया है और बम निरोधक दस्ते से उसे निष्क्रिय करवाया है.
सफेदपोश का भी हो सकता है हाथ
पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए कहा कि बमबाजी की घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इस दौरान घटना में शामिल 6 अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है. एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि घटना का मकसद दहशत फैलाना था.
पुलिस ने फिलहाल घटना में किसी राजनीतिक व्यक्ति के शामिल होने से इनकार किया है. हालांकि यह दावा भी किया है कि घटना के पीछे किसी सफेदपोश का हाथ हुआ तो उसका भी खुलासा जल्द कर दिया जाएगा. पुलिस के अनुसार युवकों ने दहशत फैलाने के इरादे से बमबाजी की थी. इस कारण आशंका बढ़ जाती है कि मतदान के दिन बम फोड़कर और दहशत फैलाकर सीधे-सीधे मतदान को प्रभावित करने की कोशिश की गई. यह कारण घटना के पीछे किसी राजनीतिक व्यक्ति के शामिल होने की आशंका को बल दे रहा है.
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