नई दिल्ली : सेना भर्ती फिर से शुरू करने और अन्य मांगों को लेकर देशभर के युवाओं ने मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. मंगलवार को देश के कोने-कोने से आए हजारों छात्रों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. बता दें, कोविड-19 महामारी के बाद से सेना भर्ती रैली पर रोक लगी है. युवाओं की मांग है कि सेना भर्ती परीक्षा और सेना रैली फिर से शुरू की आए. साथ ही सैन्य भर्ती उम्र में दो वर्ष की छूट दी जाए. जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने सेना भर्ती प्रक्रिया में देरी के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया.
ईटीवी भारत से बात करते हुए, प्रदर्शनकारी छात्रों ने केंद्र की मोदी सरकार पर भर्ती प्रक्रिया में देरी करने का आरोप लगाया और कहा, 'जब कोविड अपने चरम पर था तब सरकार ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव कराने में संकोच क्यों नहीं किया. उसके बाद भी हाल ही में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए.'
यूपी और बिहार से प्रदर्शन करने आए कुछ छात्रों ने कहा, 'सरकार के पास दिल नहीं है और वो गरीब लोगों की समस्याओं की परवाह नहीं करती है. क्या हम कुछ अवैध मांग रहे हैं! एक प्रतिष्ठित नौकरी की तलाश करना और राष्ट्र के लिए काम करना हमारा संवैधानिक अधिकार है. लेकिन बदले में हमें क्या मिल रहा है, हम सिर्फ इंतजार कर रहे हैं.' उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक छात्र ने कहा कि हमें आवेदन किए लगभग दो साल हो चुके हैं. हममें से कई लोगों ने 2021 में आवेदन किया और फिजिकल भी पास किया. लेकिन लिखित परीक्षा स्थगित कर दी गई है. यह कब आयोजित की जाएगी.
बता दें, कोविड-19 प्रतिबंध हटाए जा रहे हैं और व्यवसाय और उद्योग गति पकड़ रहे हैं, लेकिन सेना भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की जा रही है. इसलिए छात्र अपनी जायज मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं.
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