पटना: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिनों के बिहार दौरे पर हैं. राष्ट्रपति ने चौथे कृषि रोड मैप का औपचारिक तौर पर उद्घाटन किया है. इस दौरान द्रौपदी मुर्मू ने अपने भाषण से बिहारवासियों का दिल जीत लिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू वैसे तो उड़ीसा की रहने वाली हैं, लेकिन बिहार से भी उनका गहरा लगाव है. बिहार दौरे पर आईं द्रौपदी मुर्मू का बिहार प्रेम भी छलक गया.
'मुझे गांव जाकर खेती करना है'- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू: राष्ट्रपति ने कहा कि नीतीश कुमार मुझे बार-बार बिहार आने के लिए आग्रह करते हैं. बिहार मेरा राज्य है. मैं बार-बार बिहार आऊंगी. बिहार से मेरा पुराना रिश्ता है. मैं भी किसान की बेटी हूं. बिहार भी मेरा राज्य है, मुझे यहां जरूर आना है. मुझे जैविक खेती, भंडारण के बारे में भी जानना है. राष्ट्रपति का कार्यकाल पूरा करने के बाद मुझे गांव जाकर खेती करना है.
"मुझे आप लोगों के बीच आकर हार्दिक प्रसन्नता हो रही है. बिहार की संस्कृति को मैंने महसूस किया है. बिहार को नजदीक से जानने का अवसर मिला है. कृषि बिहार के संस्कृति का हिस्सा है."- द्रौपदी मुर्मू, राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने जमकर की बिहार की तारीफ: कृषि रोड मैप उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जैविक खेती से उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है. जैविक खेती से किसानों के आय में वृद्धि हुई है और लोग न्यूट्रिशन युक्त भोजन कर पा रहे हैं. खेती और पशुपालन एक दूसरे के पूरक हैं. बिहार में अधिकांश किसान सीमान्त किसान हैं. नदियां और तालाब इस राज्य की पहचान रही है. मुझे यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि बिहार में एथेनॉल का उत्पादन हो रहा है.
'कई क्षेत्रों में रोड मैप बनाने की है जरूरत': राष्ट्रपति ने आगे कहा कि आप एक ऐसा समाज बनाएं, जिसमें सब की तरक्की हो. बिहार को एक विकसित राज्य बनाने के लिए समेकित विकास के अलावा कोई विकल्प नहीं है. बिहार की प्रगति के लिए एक रोड मैप निर्धारित करना होगा. मुझे और अधिक खुशी होती जब हर सेक्टर के लिए रोड मैप बनता. स्वास्थ्य शिक्षा और प्रति व्यक्ति आय के लिए भी रोड मैप बनाने की जरूरत है. दुर्गा पूजा की मैं सबको शुभकामना देती हूं. दुर्गा पूजा हम लोगों के लिए बड़ा त्यौहार है.
नीतीश ने द्रौपदी मुर्मू से बिहार आने का किया आग्रह: नीतीश कुमार ने बापू सभागार में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत किया. नीतीश कुमार ने कहा कि हमने 2008 में कृषि रोड मैप की शुरुआत की जिसके बाद उत्पादकता बढ़ने लगी. चतुर्थ कृषि रोड मैप के क्रियान्वयन के बाद आगे इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी. हम राज्यपाल महोदय से आग्रह करेंगे कि कृषि रोड मैप का काम सही से हो रहा है कि नहीं आप भी जाकर देखिएगा और विभाग को बता दीजिएगा.
"हम तो राष्ट्रपति जी का समर्थन किए ही थे. इनसे हमारा पुराना रिश्ता है. अटल जी की सरकार के समय से हमारा परिचय है. हम द्रौपदी मुर्मू जी से आग्रह करेंगे कि बराबर बिहार आते रहिएगा. बिहार आपसे अलग नहीं है. कम से कम तीन चार महीने में एक बार आ जाया कीजिएगा. हमें आपके आने की बेहद खुशी है."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार