पटना: विपक्षी दलों की बैठक से ठीक पहले बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में सत्ता परिवर्तन जरूरी है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मोदी सरकार तानाशाही पर उतर आई है, उससे संविधान और लोकतंत्र खतरे में है. लिहाजा जरूरी है कि सभी समान विचारधारा वाली पार्टियों एक साथ आएं. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष में कई ऐसे नेता हैं, जो पीएम मोदी से अधिक अनुभवी हैं.
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वोटों का बिखराव रोकने के लिए साथ आएगा विपक्ष: तेजस्वी यादव ने बीजेपी के उस आरोप पर भी पलटवार किया, जिसमें कहा जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र के डर से विपक्ष एकजुट हो रहा है. डिप्टी सीएम ने कहा कि हमें कोई डर नहीं है. किस बात का डर होगा. जब हमारे मुद्दे एक हैं तो हम अलग-अलग क्यों लडें? उन्होंने कहा कि हम सब समान विचारधारा वाली पार्टियां हैं. हम अपने वोट का बिखराव क्यों करें? अगर हम साथ मिलकर लड़ेंगे तो मोदी सरकार को सत्ता से हटाने में कामयाब होंगे.
"कोई डर नहीं है. किस बात का डर? अलग-अलग क्यों लड़ना, जब हमारे मुद्दे एक हैं. हम सब समान विचारधारा वाली पार्टियां हैं. हम अपने वोट का बिखराव क्यों करें?"- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार
'हमारे पास मोदी से अधिक अनुभवी नेत': तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि कोई मोदी पर बात नहीं कर रहा है. विपक्षी दलों की बैठक में मुद्दे की बात होगी प्रशासनिक, सामाजिक और राजनीतिक मामलों में विपक्ष में कई ऐसे नेता हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अधिक अनुभवी हैं. विपक्ष में कोई ऐसा नेता नहीं है, जो मीडिया द्वारा निर्मित हो. विपक्ष में ऐसे नेता हैं, जो जनता के बीच जाते हैं.
23 जून को पटना में विपक्ष की बैठक: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की कोशिश हो रही है. इसी के तहत 23 जून को पटना में विपक्ष की बैठक होगी. जिसमें मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, हेमंत सोरेन, भगवंत मान, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन, सीताराम येचुरी और डी राजा समेत 18 से अधिक दलों के बड़े नेता शामिल हो सकते हैं.