पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बावजूद ना ही अवैध रूप से शराब की बिक्री कम हुई है और ना ही जहरीली शराब से होने वाली मौतों में कमी आ रही है.छपरा में अब तक जहरीली शराब से 36 लोगों की संदिग्ध मौत हो चुकी है. विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को लगातार घेर रहा है और सीएम नीतीश से जवाब मांगा जा रहा है. वहीं नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विपक्ष के सवालों का जवाब दिया है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जो शराब पिएगा वो मरेगा ही. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराब बिहार में बंद है. लोग इसका उपयोग ना करें. (CM Nitish Kumar on Bihar Hooch Tragedy) ( deaths due to poisonous Liquor in Chhapra)
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'शराब पीना बुरा, जो पियेगा वो मरेगा' : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जो नकली शराब पिएगा, वह तो मरेगा ही, लोगों को खुद ही सचेत रहना होगा. उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में शराबबंदी नहीं है, वहां भी जहरीली शराब पीने से मौत होती रहती है. जब बिहार में शराबबंदी नहीं थी, तब भी लोग नकली शराब पीकर मर जाते थे. लोगों को सचेत रहना चाहिए.
'बिहार में शराबबंदी है, तो कुछ न कुछ नकली बिकेगा, इसे पीकर लोगों की मौत हो गई. नीतीश कुमार ने कहा कि शराब बुरी आदत है, इसे नहीं पीना चाहिए. अधिकारियों को साफ तौर पर कहा है कि गरीबों को न पकड़ें, जो लोग इसका व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें पकड़ें. शराबबंदी कानून से कई लोगों को फायदा हुआ है कई लोगों ने शराब छोड़ दी है. गड़बड़ी करने वाले तो हर जगह होंगे. कानून तो बना ही है, फिर भी गड़बड़ करने वाले लोग करते ही हैं.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
छपरा जहरीली शराब कांड: बिहार के सारण जिले में हर घंटे जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा एक-एक कर बढ़ता जा रहा है. जहरीली शराब पीने से अब तक 36 लोदों की मौत हो गई, जबकि कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई. ये मौतें मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक हुई हैं. वहीं, शराब कांड में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए SDPO का ट्रांसफर, थानाध्यक्ष और कांस्टेबल को किया सस्पेंड कर दिया है.