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Panna Diamond: हीरानगरी ने फिर चमकाई दंपति की किस्मत, 8.01 कैरेट का मिला हीरा, अब तक 11 बार पा चुका है डायमंड

मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती ने एक बार फिर एक दंपति की किस्मत चमकाई है. पन्ना की खदान में काम कर रहे एक दंपति को 8.01 कैरेट का हीरा मिला है, जिसकी कीमत करीब 35 लाख रुपए बताई जा रही है. बता दें इस दंपति को अभी तक 11 बार हीरे मिल चुके हैं.

Panna Diamond
हीरानगरी ने फिर चमकाई दंपति की किस्मत
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Published : Jul 31, 2023, 6:49 PM IST

Updated : Aug 1, 2023, 2:33 PM IST

हीरानगरी ने फिर चमकाई दंपति की किस्मत

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले हीरानगरी ने कईयों को रंक से राजा बनाया है. इस हीरानगरी में कब किसकी किस्मत चमक जाए, इसका कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. आए दिन इसके उदाहरण देखने मिलते हैं. वहीं पन्ना की खदान से एक दंपति को हीरा मिला है. यह हीरा 8.01 कैरेट का है, जिसकी कीमत करीब 35 लाख रुपए बताई जा रही है. खास बात यह है कि इस दंपति को यह हीरा कोई पहली बार नहीं मिला है, बल्कि 11 बार हीरा मिल चुका है. दंपति ने हीरा को कार्यालय में जमा कराया है.

नोएडा दंपति की चमकी किस्मत: नोएडा निवासी मीणा सिंह पति राणा प्रताप सिंह को 8.01 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है. जिसकी अनुमानित कीमत करीब 35 लाख रुपए बताई जा रही है. इसके पहले भी इस दंपति को 11 हीरे पन्ना की हीरा खदानों से मिल चुके हैं. जानकारी के अनुसार नोएडा निवासी राणा प्रताप सिंह नोएडा में बिल्डिंग मटेरियल के काम करते थे. पन्ना में हीरा खदान के बारे में उन्हें दोस्तों ने बताया था. जिसके बाद राणा प्रताप के मन में पन्ना में हीरा खदान लगाने और अपनी किस्मत आजमाने का ख्याल मन में आया.

दंपति को अभी तक मिले 11 हीरे: इसके बाद राणा प्रताप अपने मुनीम को काम सौंप कर एमपी के पन्ना आ गए. यहा उन्होंने वर्ष 2021 में पन्ना आकर हीरा खदान लगाने का काम शुरू किया. जिसके बाद उन्हें एक के बाद 10 हीरे मिले. वहीं सोमवार को मिला हीरा 11वां है. यह 8.01 कैरेट का उज्ज्वल किस्म का बेशकीमती हीरा है. जो पन्ना के जरुआपुर गांव की उथली हीरा खदान से मिला है. बता दें राणा प्रताप ने पन्ना में पत्नी मीणा सिंह के नाम से पट्टा लिया था. राणा प्रताप ने पत्नी मीणा के नाम से सभी हीरे कार्यालय में जमा कराए हैं.

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यह दूसरा बड़ा हीरा: राणा प्रताप ने यह खदान जरुआपुर गांव के निवासी किसान विमल सरकार के खेत में लगाई थी. इस खदान में खेत मालिक विमल सरकार 20%के पार्टनर है. इसके अलावा संजय अधिकारी 5%के पार्टनर है. खदान खेत मालिक की देख-रेख में तुआदार गौतम मिस्त्री द्वारा संचालित की जा रही थी. जिसमें मजदूरों से काम करवाकर हीरा उत्खनन का किया था. करीब तीन माह की मेहनत के बाद यह हीरा मिला है. जिसे खदान मालिक की गैर मौजूदगी में तुआदार गौतम मिस्त्री, खेत मालिक,और पार्टनर के द्वारा हीरा कार्यालय पहुंचकर यह हीरा जमा करवा दिया गया है. आपको बता दें राणा प्रताप को मिले हीरे में यह दूसरे बड़ा हीरा है. इससे पहले 9.64 कैरेट का हीरा मिला था.

हीरानगरी ने फिर चमकाई दंपति की किस्मत

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले हीरानगरी ने कईयों को रंक से राजा बनाया है. इस हीरानगरी में कब किसकी किस्मत चमक जाए, इसका कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. आए दिन इसके उदाहरण देखने मिलते हैं. वहीं पन्ना की खदान से एक दंपति को हीरा मिला है. यह हीरा 8.01 कैरेट का है, जिसकी कीमत करीब 35 लाख रुपए बताई जा रही है. खास बात यह है कि इस दंपति को यह हीरा कोई पहली बार नहीं मिला है, बल्कि 11 बार हीरा मिल चुका है. दंपति ने हीरा को कार्यालय में जमा कराया है.

नोएडा दंपति की चमकी किस्मत: नोएडा निवासी मीणा सिंह पति राणा प्रताप सिंह को 8.01 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है. जिसकी अनुमानित कीमत करीब 35 लाख रुपए बताई जा रही है. इसके पहले भी इस दंपति को 11 हीरे पन्ना की हीरा खदानों से मिल चुके हैं. जानकारी के अनुसार नोएडा निवासी राणा प्रताप सिंह नोएडा में बिल्डिंग मटेरियल के काम करते थे. पन्ना में हीरा खदान के बारे में उन्हें दोस्तों ने बताया था. जिसके बाद राणा प्रताप के मन में पन्ना में हीरा खदान लगाने और अपनी किस्मत आजमाने का ख्याल मन में आया.

दंपति को अभी तक मिले 11 हीरे: इसके बाद राणा प्रताप अपने मुनीम को काम सौंप कर एमपी के पन्ना आ गए. यहा उन्होंने वर्ष 2021 में पन्ना आकर हीरा खदान लगाने का काम शुरू किया. जिसके बाद उन्हें एक के बाद 10 हीरे मिले. वहीं सोमवार को मिला हीरा 11वां है. यह 8.01 कैरेट का उज्ज्वल किस्म का बेशकीमती हीरा है. जो पन्ना के जरुआपुर गांव की उथली हीरा खदान से मिला है. बता दें राणा प्रताप ने पन्ना में पत्नी मीणा सिंह के नाम से पट्टा लिया था. राणा प्रताप ने पत्नी मीणा के नाम से सभी हीरे कार्यालय में जमा कराए हैं.

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यह दूसरा बड़ा हीरा: राणा प्रताप ने यह खदान जरुआपुर गांव के निवासी किसान विमल सरकार के खेत में लगाई थी. इस खदान में खेत मालिक विमल सरकार 20%के पार्टनर है. इसके अलावा संजय अधिकारी 5%के पार्टनर है. खदान खेत मालिक की देख-रेख में तुआदार गौतम मिस्त्री द्वारा संचालित की जा रही थी. जिसमें मजदूरों से काम करवाकर हीरा उत्खनन का किया था. करीब तीन माह की मेहनत के बाद यह हीरा मिला है. जिसे खदान मालिक की गैर मौजूदगी में तुआदार गौतम मिस्त्री, खेत मालिक,और पार्टनर के द्वारा हीरा कार्यालय पहुंचकर यह हीरा जमा करवा दिया गया है. आपको बता दें राणा प्रताप को मिले हीरे में यह दूसरे बड़ा हीरा है. इससे पहले 9.64 कैरेट का हीरा मिला था.

Last Updated : Aug 1, 2023, 2:33 PM IST
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