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Manish Kashyap Case: हिमाचल में बिहार के मजदूरों ने किया प्रदर्शन, बिहार के यू-ट्यूबर मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग

हिमाचल के कुल्लू जिले में बिहार के प्रवासी मजदूरों ने आज प्रदर्शन किया. ये प्रदर्शन बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के खिलाफ था. मजदूरों ने मनीष कश्यप के समर्थन में नारेबाजी की और बिहार सरकार को खरी-खरी सुनाई. (Manish Kashyap Case)

मनीष कश्यप के समर्थन में हिमाचल में बिहार के मजदूरों ने किया प्रदर्शन
मनीष कश्यप के समर्थन में हिमाचल में बिहार के मजदूरों ने किया प्रदर्शन
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Published : Mar 21, 2023, 2:56 PM IST

Updated : Mar 21, 2023, 4:21 PM IST

बिहार के मजदूरों ने यूट्यूबर मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग की है.

कुल्लू : बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के प्रवासी मजदूर भी सड़क पर उतर आए हैं. कुल्लू जिले के जिला मुख्यालय पर प्रवासी मजदूरों ने मनीष कश्यप की गिरफ्तारी का विरोध किया.

मनीष कश्यप की रिहाई की मांग- बिहार से हिमाचल में मेहनत मजदूरी करने आए मनीष कुमार ने कहा कि जहां भी प्रवासी मजदूरों पर कोई संकट आता है तो यूट्यूबर मनीष कश्यप पहुंचता है लेकिन बिहार का कोई भी नेता नहीं पहुंचता है. जो शख्स मजदूरों के लिए आवाज उठा रहा है उसे सरकार ने जेल में डाल दिया है. इसलिये हम मनीष कश्यप की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. बिहार में भ्रष्टाचार है, लोग काम के लिए पलायन कर रहे हैं लेकिन सरकार इन मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय सिर्फ राजनीति कर रही है. बिहार के लोग हर राज्य में मजदूरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं लेकिन किसी दूसरे राज्य का आदमी बिहार में नहीं आता. ऐसा क्यों होता है.

बिहार के मजदूरों ने यूट्यूबर मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग की है
बिहार के मजदूरों ने यूट्यूबर मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग की है

मनीष कश्यप के समर्थन में आए मजदूरों ने कहा कि मनीष कश्यप को रिहा किया जाए, अन्यथ मनीष कश्यप के समर्थन में कोर्ट पहुंचेंगे. मजदूरों ने कहा प्रवासी मजदूरों की आवाज उठाने की सजा मनीष कश्यप को मिल रही है. बिहार की सरकार शिक्षा से लेकर प्रवासी मजदूरों पर ध्यान नहीं दे रही सिर्फ आवाज उठाने वालों को जेल में डाला जा रहा है. प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने बिहार सरकार से सवाल किया कि हमें बिहार में रोजगार क्यों नहीं मिलता है ? क्यों बिहार के लोग दूसरे राज्यों में मजदूरी के लिए जाते हैं औऱ फिर जो शख्स गरीब, मजदूर की आवाज उठाता है उसे जेल में डाल दिया जाता है.

कौन है मनीष कश्यप- मनीष कश्यप बिहार के जाने-माने यूट्यूबर है, जो खुद को डिजिटल पत्रकार बताता है. मनीष कश्यप का यूट्यूब पर सच तक नाम से चैनल है जिसके लगभग 60 लाख से ज्यादा सबस्क्राइबर्स हैं. मनीष के बनाए वीडियो ज्यादातर सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हैं. यही वजह है कि उनके बनाए वीडियो यूट्यूब पर लाखों व्यूज मिलते हैं.

क्यों हुई है मनीष कश्यप की गिरफ्तारी- पिछले दिनों तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों से मारपीट के कई वीडियो सोशल मीडिया पर डाले गए. जिन्हें तमिलनाडु और बिहार पुलिस की ओर से फेक बताया गया. इन वायरल वीडियो की बदौलत दोनों राज्यों और प्रवासी मजदूरों के बीच टेंशन का माहौल बन गया था. मनीष कश्यप पर इसी मामले में विवादित सूचना और फर्जी वीडियो पोस्ट करने का आरोप है. मनीष के खिलाफ तमिलनाडु और बिहार दोनों राज्यों में कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं और वो फिलहाल पुलिस रिमांड पर है.

ये भी पढ़ें: Manish Kashyap Case: तमिलनाडु मामले में पहले बनाया फर्जी VIDEO, गिरफ्तार हुआ तो फफक-फफक कर रो पड़ा

बिहार के मजदूरों ने यूट्यूबर मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग की है.

कुल्लू : बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के प्रवासी मजदूर भी सड़क पर उतर आए हैं. कुल्लू जिले के जिला मुख्यालय पर प्रवासी मजदूरों ने मनीष कश्यप की गिरफ्तारी का विरोध किया.

मनीष कश्यप की रिहाई की मांग- बिहार से हिमाचल में मेहनत मजदूरी करने आए मनीष कुमार ने कहा कि जहां भी प्रवासी मजदूरों पर कोई संकट आता है तो यूट्यूबर मनीष कश्यप पहुंचता है लेकिन बिहार का कोई भी नेता नहीं पहुंचता है. जो शख्स मजदूरों के लिए आवाज उठा रहा है उसे सरकार ने जेल में डाल दिया है. इसलिये हम मनीष कश्यप की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. बिहार में भ्रष्टाचार है, लोग काम के लिए पलायन कर रहे हैं लेकिन सरकार इन मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय सिर्फ राजनीति कर रही है. बिहार के लोग हर राज्य में मजदूरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं लेकिन किसी दूसरे राज्य का आदमी बिहार में नहीं आता. ऐसा क्यों होता है.

बिहार के मजदूरों ने यूट्यूबर मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग की है
बिहार के मजदूरों ने यूट्यूबर मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग की है

मनीष कश्यप के समर्थन में आए मजदूरों ने कहा कि मनीष कश्यप को रिहा किया जाए, अन्यथ मनीष कश्यप के समर्थन में कोर्ट पहुंचेंगे. मजदूरों ने कहा प्रवासी मजदूरों की आवाज उठाने की सजा मनीष कश्यप को मिल रही है. बिहार की सरकार शिक्षा से लेकर प्रवासी मजदूरों पर ध्यान नहीं दे रही सिर्फ आवाज उठाने वालों को जेल में डाला जा रहा है. प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने बिहार सरकार से सवाल किया कि हमें बिहार में रोजगार क्यों नहीं मिलता है ? क्यों बिहार के लोग दूसरे राज्यों में मजदूरी के लिए जाते हैं औऱ फिर जो शख्स गरीब, मजदूर की आवाज उठाता है उसे जेल में डाल दिया जाता है.

कौन है मनीष कश्यप- मनीष कश्यप बिहार के जाने-माने यूट्यूबर है, जो खुद को डिजिटल पत्रकार बताता है. मनीष कश्यप का यूट्यूब पर सच तक नाम से चैनल है जिसके लगभग 60 लाख से ज्यादा सबस्क्राइबर्स हैं. मनीष के बनाए वीडियो ज्यादातर सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हैं. यही वजह है कि उनके बनाए वीडियो यूट्यूब पर लाखों व्यूज मिलते हैं.

क्यों हुई है मनीष कश्यप की गिरफ्तारी- पिछले दिनों तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों से मारपीट के कई वीडियो सोशल मीडिया पर डाले गए. जिन्हें तमिलनाडु और बिहार पुलिस की ओर से फेक बताया गया. इन वायरल वीडियो की बदौलत दोनों राज्यों और प्रवासी मजदूरों के बीच टेंशन का माहौल बन गया था. मनीष कश्यप पर इसी मामले में विवादित सूचना और फर्जी वीडियो पोस्ट करने का आरोप है. मनीष के खिलाफ तमिलनाडु और बिहार दोनों राज्यों में कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं और वो फिलहाल पुलिस रिमांड पर है.

ये भी पढ़ें: Manish Kashyap Case: तमिलनाडु मामले में पहले बनाया फर्जी VIDEO, गिरफ्तार हुआ तो फफक-फफक कर रो पड़ा

Last Updated : Mar 21, 2023, 4:21 PM IST
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