मुंबई : महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के 'निकाह' की कथित तस्वीरें ट्वीट कीं. मलिक का दावा है कि समीर वानखेड़े की पहली शादी डॉ शबाना कुरैशी के साथ हुई है. मलिक ने वानखेड़े के निकाह के दावे के समर्थन में निकाहनामा भी ट्वीट किया है. राकांपा नेता नवाब मलिक इससे पहले वानखेड़े के जन्म प्रमाण पत्र को लेकर भी दावे कर चुके हैं.
मलिक की बयानबाजी से जुड़े एक अन्य घटनाक्रम में बॉम्बे हाईकोर्ट में शहर के एक निवासी ने जनहित याचिका दायर की है. इसमें बॉम्बे हाईकोर्ट से महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को ड्रग्स के मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के खिलाफ कोई टिप्पणी करने से परहेज करने का निर्देश देने की मांग की गई है.
नवाब मलिक ने प्रेस वार्ता में समीर वानखेड़े के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग की. मलिक ने कहा कि जन्म प्रमाण पत्र या 'निकाहनामा' जो मैंने ट्वीट किया था, अगर वे मुझे गलत साबित करते हैं, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा, अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा. उन्होंने कहा कि मैं समीर वानखेड़े से इस्तीफा देने के लिए नहीं कह रहे हैं, लेकिन वह कानून के अनुसार अपनी नौकरी खो देंगे.
ड्रग्स मामले को लेकर मलिक ने कहा कि लगभग एक साल से एक प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसके आधार पर दीपिका पादुकोण, सारा अली खान और श्रद्धा कपूर को बुलाया गया था, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मालदीव यात्रा पर भी सच्चाई की पड़ताल होनी चाहिए.
मलिक ने दावा किया कि कॉर्डेलिया क्रूज़ पर कथित मादक पदार्थों की पार्टी के आयोजकों ने नौका के संचालन की अनुमति केन्द्र के 'नौवहन निदेशालय' से ली थी, राज्य पुलिय या राज्य गृह विभाग से नहीं.
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय मादक पदार्थ गिरोह का सदस्य उस ही क्रूज़ जाहज पर मौजूद था. उन्होंने पूछा कि वह कैसे अब भी आजाद घूम रहा है, जबकि अन्य लोगों को क्रूज़ जहाज पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था.
उन्होंने कहा, 'कॉर्डेलिया क्रूज़ पर पार्टी के आयोजक 'फैशन टीवी' ने नौका के संचालन की अनुमति महाराष्ट्र पुलिस या राज्य के गृह विभाग से नहीं ली थी. उन्होंने नौवहन निदेशालय से अनुमति ली थी, जो केन्द्रीय बंदरगाह, नौवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के अधीन आता है.'
मलिक ने कहा, 'मेरा मानना है कि दिल्ली से एनसीबी के शीर्ष अधिकारियों की एक समिति यहां आई है. उन्हें एनसीबी की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक समीर वानखेड़े, केपी गोसावी, प्रभाकर सैल और वानखेड़े के चालक के माणे के निजी फोनों पर आए सभी कॉल की सघन जांच करनी चाहिए. आपको कोई बयान दर्ज नहीं करने पड़ेंगे. फोन कॉल से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा.'
उन्होंने दावा किया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय मादक पदार्थ गिरोह का एक सदस्य भी उसी क्रूज़ जाहज पर मौजूद था. मलिक ने पूछा, 'पार्टी की कुछ वीडियो सामने आई है, जिनमें एक दाढ़ी वाले एक व्यक्ति को देखा जा सकता है. मुझे बताया गया है कि वह पहले तिहाड़ जेल (दिल्ली) में और राजस्थान की जेल में बंद था. एनसीबी के दिल्ली से आए दल को क्रूज़ पर लगे सीसीटीवी की फुटेज देखनी चाहिए. कैसे कुछ लोग गिरफ्तार हुए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय मादक पदार्थ गिरोह का यह सदस्य आजाद घूम रहा है.'
मलिक के बयान पर जनहित याचिका
जनहित याचिका (PIL) मंगलवार को एक कौसर अली द्वारा दायर की गई थी, जो एक पुजारी और नशा करने वालों के पुनर्वास के लिए काम करने वाले व्यक्ति होने का दावा करता है. अली ने उच्च न्यायालय से मलिक को एनसीबी या आर्यन खान मामले से जुड़ी किसी अन्य जांच एजेंसी और ऐसी एजेंसियों के अधिकारियों के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं करने का निर्देश देने का आग्रह किया है. याचिकाकर्ता का कहना है कि इस तरह की बयानबाजी से जांच एजेंसियों का मनोबल गिरेगा और नशीली दवाओं के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा.
इससे पहले राकांपा नेता मलिक (NCP leader Nawab Malik) ने बुधवार को वानखेड़े की पहली शादी का दावा कर ट्वीट किया और लिखा, 'प्यारे जोड़े समीर दाऊद वानखेड़े और डॉ शबाना कुरैशी (Sameer Dawood Wankhede and Dr Shabana Qureshi) की तस्वीर.'
नवाब मलिक ने डॉ शबाना कुरैशी को वानखेड़े की पहली पत्नी बताया और अपने दावे के समर्थन में वानखेड़े के साथ शबाना कुरैशी की फोटो और 'निकाहनामा' (Nikah Nama of Wankhade) का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया.
गौरतलब है कि मंगलवार को मलिक ने कथित तौर से एक एनसीबी अधिकारी से प्राप्त पत्र को शेयर कर दावा किया था कि वानखेड़े ने नियमों का उल्लंघन किया है. मलिक का दावा है कि पैसे उगाही के लिए लोगों को झूठे मामलों में फंसाया गया है.
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इसी बीच एनसीबी ने मंगलवार को प्राप्त गुमनाम पत्र की जांच से इनकार कर दिया. मलिक ने कहा था कि उन्होंने पत्र एनसीबी महानिदेशक एसएन प्रधान को भेजा है.
बता दें कि मलिक ने पहले भी वानखेड़े पर अपनी सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. उन्होंने ट्विटर पर वानखेड़े का जन्म प्रमाण पत्र साझा करते हुए कहा था, 'समीर दाऊद वानखेड़े के फर्जीवाड़े की शुरुआत यहीं से हुई थी.'
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हालांकि, मलिक के आरोपों के बाद वानखेड़े ने कहा था कि वह मलिक से कानूनी रूप से लड़ेंगे. वानखेड़े ने कहा था कि सभी आरोप झूठे हैं और उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि वह अपने खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए तैयार हैं.
(एएनआई इनपुट)