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जहां सुशासन बाबू कर रहे थे शराबबंदी की समीक्षा, वहीं मिलीं दारू की बोतलें

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी कानून को लेकर आज समीक्षा बैठक कर रहे हैं. बैठक स्थल सचिवालय संवाद से मात्र कुछ कदम की दूरी पर कचरे में शराब की बोतले पायी गयी हैं.

सुशासन बाबू  की सभा में मिलीं दारू की बोतलें
सुशासन बाबू की सभा में मिलीं दारू की बोतलें
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Published : Nov 16, 2021, 1:33 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Ban in Bihar) को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं. यह समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में हो रही है. संवाद के बगल में ही जो कचरा प्वाइंट है, वहां पर शराब की बोतलें बिखरी पड़ी हैं. वहीं पर चने भी बिखरे पड़े रहे हैं. उसके निकट ही एक होर्डिंग लगा है जिस पर शराब नहीं पीने को लेकर स्लोगन लिखा हुआ है. बिहार में 2016 से ही पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. इसके बावजूद शराब की लगातार तस्करी हो रही है.

होम डिलीवरी जैसे कई बार मामले भी सामने आए है. विपक्ष लगातार शराबबंदी कानून को लेकर सरकार पर हमला भी करता रहा है. हाल ही में जहरीली शराब के सेवन से 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. अब मुख्यमंत्री इन शिकायतों और घटनाओं के बाद शराबबंदी कानून की समीक्षा करने के लिए आज बैठक करेंगे.

संवाददाता ने दी जानकारी

उससे पहले इस प्रकार से शराब की बोलत मिलने से किरकिरी हो रही है. जहां समीक्षा बैठक होना है, उसके बगल में ही कुछ कदम की दूरी ही शराब की बोतलें बिखरी पड़ी हैं. यह शराबबंदी कानून की पोल खोलने के लिए काफी है.

दारू की बोतलें
दारू की बोतलें

जिस तरह के हालात बिहार में दिख रहे हैं, इससे कहा जा सकता है कि शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल है. अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शराबबंदी कानून को लेकर क्या निर्णय लेते हैं. फिलहाल इसको लेकर समीक्षा बैठक कुछ देर में शुरू होने वाली है.

ये भी पढ़ें: सत्ता में 16 साल: बदले-बदले नजर आए 'सरकार', पिछले एक बरस में टूट गया सुशासन बाबू का 'तिलिस्म'

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Ban in Bihar) को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं. यह समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में हो रही है. संवाद के बगल में ही जो कचरा प्वाइंट है, वहां पर शराब की बोतलें बिखरी पड़ी हैं. वहीं पर चने भी बिखरे पड़े रहे हैं. उसके निकट ही एक होर्डिंग लगा है जिस पर शराब नहीं पीने को लेकर स्लोगन लिखा हुआ है. बिहार में 2016 से ही पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. इसके बावजूद शराब की लगातार तस्करी हो रही है.

होम डिलीवरी जैसे कई बार मामले भी सामने आए है. विपक्ष लगातार शराबबंदी कानून को लेकर सरकार पर हमला भी करता रहा है. हाल ही में जहरीली शराब के सेवन से 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. अब मुख्यमंत्री इन शिकायतों और घटनाओं के बाद शराबबंदी कानून की समीक्षा करने के लिए आज बैठक करेंगे.

संवाददाता ने दी जानकारी

उससे पहले इस प्रकार से शराब की बोलत मिलने से किरकिरी हो रही है. जहां समीक्षा बैठक होना है, उसके बगल में ही कुछ कदम की दूरी ही शराब की बोतलें बिखरी पड़ी हैं. यह शराबबंदी कानून की पोल खोलने के लिए काफी है.

दारू की बोतलें
दारू की बोतलें

जिस तरह के हालात बिहार में दिख रहे हैं, इससे कहा जा सकता है कि शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल है. अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शराबबंदी कानून को लेकर क्या निर्णय लेते हैं. फिलहाल इसको लेकर समीक्षा बैठक कुछ देर में शुरू होने वाली है.

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