पटना: 18 जुलाई को विपक्षी एकता की बैठक के ठीक बाद बिना प्रेस कांफ्रेंस किए ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेंगलुरु से पटना के लिए रवाना हो गए थे. सूत्रों के हवाले से खबर आई कि नीतीश कुमार विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम इंडिया रखने पर ऐतराज जताया था और कहा कि इस नाम का क्या मतलब है? जनता दल (यूनाइटेड) ने आज इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि कहीं कोई नाराजगी नहीं है.
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बोले ललन सिंह- 'नीतीश कुमार नहीं नाराज': ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं और कहीं से भी वह नाराज नहीं है. इस दौरान ललन सिंह ने मीडिया पर भी अपनी भड़ास निकाली और दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया. जब उनसे पूछा गया कि क्या विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम इंडिया रखने पर नीतीश नाराज हैं, तो उन्होंने कहा कि सभी दलों की सहमति से नाम रखा गया है. इंडिया नाम को लेकर कहीं से कोई मतभेद नहीं है.
सुशील मोदी पर ललन का निशाना: साथ ही जब उनसे पूछा गया कि सुशील मोदी विपक्षी एकता के गठबंधन को लेकर तरह-तरह के बयान दे रहे हैं तो उन्होंने कहा कि सुशील मोदी को छपास की बीमारी है. उन्हें जो बोलना है बोलने दीजिए अगर वह बोलेंगे नहीं तो फिर सुर्खियों में आएंगे कैसे. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एनडीए की बैठक बुलाने को लेकर भी जमकर तंज कसा और कहा कि हम लोग 5 साल तक एनडीए गठबंधन में थे. कभी भी एनडीए गठबंधन दल की बैठक नहीं हुई.
"क्या जरूरत पड़ी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एनडीए गठबंधन की बैठक बुलानी पड़ी? विपक्षी एकता को देखकर कहीं ना कहीं नरेंद्र मोदी परेशान हैं, बेचैन हैं, यही कारण है कि एनडीए गठबंधन दल की उन्होंने बैठक की है, लेकिन उसमें जो दल हैं वह ज्यादातर दल नॉर्थ ईस्ट के हैं. हमारे साथ कौन दल हैं और किस पार्टी को कितना वोट परसेंटेज है, सब लोग जानते हैं."- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जनता दल (यूनाइटेड)
नीतीश के संयोजक बनने के सवाल पर ललन सिंह: ललन सिंह ने कहा कि विपक्षी एकता जिस तरह से देश में हो रही है उसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के लोग पूरी तरह से घबरा गए हैं. यही कारण है कि उसको लेकर तरह का बयान दे रहे हैं. उनसे जब पूछा गया कि कल के बैठक में नीतीश कुमार संयोजक बनने वाले थे क्या हुआ तो उन्होंने कहा कि इन सब बातों पर कोई चर्चा नहीं हुई है और मुंबई के बैठक में लगता है कि इन सब बातों पर चर्चा होगी. तीसरी बैठक में सब कुछ साफ हो जाएगा.
INDIA नाम के विरोध में हैं नीतीश कुमार?: दरअसल सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन के इंडिया नाम पसंद नहीं है, उन्हें यह नाम एनडीए के समान लगता है. उन्होंने इस नाम को लेकर मीटिंग में सवाल भी उठाया था. सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस ने इस नाम के बारे में कोई डिस्कशन नहीं किया. जिसके कारण नीतीश कुमार को झटका लगा है. विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद शुरू करने वाले नीतीश का मानना है कि कांग्रेस ने गठबंधन को हाईजैक कर लिया है.
बेंगलुरु में 26 विपक्षी दलों की हुई थी बैठक: 18 जुलाई का दिन देश की राजनीति के लिए बहद खास रहा. एक तरफ एनडीए की बड़ी बैठक हुई तो दूसरी तरफ 26 विपक्षी दलों की बेंगलुरु में मीटिंग हुई. बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती देने की रणनीति पर चर्चा की गई. साथ ही विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम इंडिया यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस रखा गया.
मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा?: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जन खरगे ने कहा कि हम 26 पार्टियां हैं, 11 राज्यों में सरकार में हैं. भाजपा को अकेले 303 सीटें नहीं मिलीं. उसने सहयोगियों के वोटों का इस्तेमाल किया और फिर उन्हें त्याग दिया.
बोले लालू-तेजस्वी- 'लोकतंत्र को बचाने के लिए साथ आए': बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपने पिता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ इस बैठक में शामिल हुए. इस दौरान दोनों ने एक सुर में कहा कि हम देश की लोकतंत्र को बचाने के लिए साथ आए हैं. देश में संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग किया जा रहा है. देश की संपत्तियों को बेचा जा रहा है.