लखनऊ : मशहूर गायक कैलाश खेर खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के उद्घाटन समारोह के बाद अपने कार्यक्रम के दौरान अफसरों की बदसलूकी से नाराज हो गए. कैलाश खेर ने सार्वजनिक तौर पर दर्शकों के सामने इस बदतमीजी पर मुंहतोड़ जवाब दिया. उन्होंने कहा कि 'मैं 1 घंटे से इंतजार कर रहा हूं और उसके बाद में आप लोग बदतमीजी कर रहे हैं. खेलो इंडिया का मतलब तब है जब घर में आए लोग खुश होंगे.' इससे पहले उद्घाटन समारोह के दौरान अनेक तरह की बद इंतजामी से यहां आए दर्शक और अनेक लोग परेशान रहे.
उद्घाटन समारोह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली संबोधित किया था. इस दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया था. 70 मिनट का उद्घाटन समारोह बीबीडी यूनिवर्सिटी क्रिकेट ग्राउंड में आयोजित किया गया था, जिसके अंत में मशहूर प्लेबैक सिंगर कैलाश खेर का कार्यक्रम होना था. कैलाश खेर ने बम लहरी, कुड़िया उटपटांगा और ऐसे ही सैकड़ों मशहूर गीत गाए हैं. लोगों ने घंटों उनके कार्यक्रम का इंतजार किया था. ना केवल उनके प्रशिक्षक, बल्कि खुद कैलाश खेर को भी इस कार्यक्रम के लिए एक घंटों इंतजार कराया गया. जब उनका कार्यक्रम शुरू हुआ तो अधिकारियों ने उनको तमाम नियम कायदे बताना शुरू कर दिये. जिसको लेकर कैलाश खेर बुरी तरह से भड़क उठे.
यहां कैलाश खेर ने माइक पर ही बोला कि 'यह किस तरह की बदतमीजी हो रही है. पहले तो मुझे 1 घंटे इंतजार कराया गया और जब कार्यक्रम शुरू हुआ तो फिर से बदतमीजी शुरू हो गई है. खेलो इंडिया का मतलब यही है कि सबसे पहले घर के लोग खुश रहें, तभी तो बाहर के लोग खुश होंगे और अच्छा संदेश जाएगा. इसके बाद में वरिष्ठ अधिकारियों ने उनको शांत कराया और कार्यक्रम आगे बढ़ा. इस मामले में अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल ने बताया कि 'उन्होंने समझा कर कैलाश खेर की दिक्कतों को दूर कर दिया. कुछ गलतफहमी थी जो कि बाद में दूर हो गई.'