ETV Bharat / bharat

जीतनराम मांझी ने भगवान श्रीराम के अस्तित्‍व पर उठाए सवाल, मचा सियासी बवाल

मध्य प्रदेश में रामायण (Ramayana) को सिलेबस में शामिल करने के निर्णय के बाद बिहार में भी इसकी मांग होने लगी है. इस बीच जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने प्रभु राम को लेकर बेतुका बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राम तो काल्पनिक है, उनका कोई अस्तित्व नहीं है.

Jitan Ram
Jitan Ram
author img

By

Published : Sep 21, 2021, 10:06 PM IST

पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने भगवान श्रीराम (Sri Ram) के अस्तित्व पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने राम को भगवान मानने से इंकार करते हुए कहा कि वह तो काल्पनिक व्यक्ति हैं. वहीं, उनकी ओर से रामायण (Ramayana) की ऐतिहासिकता पर सवाल उठाने के बाद बिहार में सियासी बवाल खड़ा हो गया है. सहयोगी बीजेपी (BJP) ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है.

जीतनराम मांझी ने प्रभु राम के अस्तित्व को काल्पनिक बताते हुए कहा कि श्रीराम कोई जीवित और महापुरुष थे, ऐसा मैं नहीं मानता हूं. हालांकि रामायण कहानी में जो बातें बताई गई है, वो सीखने लायक है. महिलाओं की बात हो या फिर अपने से बड़ों के आदर और सम्मान की बात हो, रामायण हमें शिक्षा देती है.

हम प्रमुख के राम और रामायण को लेकर दिए गए इस बयान पर एनडीए (NDA) में उनकी सहयोगी बीजेपी ने कड़ा एतराज जताया है. बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार बबलू (Neeraj Kumar Bablu) ने कहा कि बिहार के स्कूलों और कॉलेजों में भगवान श्रीराम से संबंधित बातें पढ़ाई जानी चाहिए. इससे अधिक से अधिक लोग उनके बारे में जान सकेंगे.

ये भी पढ़ें: बुजुर्ग मुस्लिम ने सुनाया गीता का श्लोक, तेजस्वी ने Video शेयर कर कहा- भारत महान

वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Mangal Pandey) ने भी कहा कि रामायण हमें सदियों से सही राह दिखाती आई है. हम इतिहास पढ़ते हैं तो रामायण भी पढ़नी चाहिए. इतिहास के साथ हर वो विषय लोगों को पढ़नी चाहिए, जो लोगों को बेहतर संदेश देती है.

यहां ये बताना जरूरी हो जाता है कि हाल ही में मध्य प्रदेश की सरकार ने रामायण को सिलेबस में शामिल करने का फैसला लिया है. इसके बाद से बिहार में भी रामायण को सिलेबस में शामिल करने की मांग उठी है. ऐसे में मांझी के बयान से सियासत और गरमा गई है. हालांकि अभी तक मांझी के बयान पर जेडीयू (JDU) की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने भगवान श्रीराम (Sri Ram) के अस्तित्व पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने राम को भगवान मानने से इंकार करते हुए कहा कि वह तो काल्पनिक व्यक्ति हैं. वहीं, उनकी ओर से रामायण (Ramayana) की ऐतिहासिकता पर सवाल उठाने के बाद बिहार में सियासी बवाल खड़ा हो गया है. सहयोगी बीजेपी (BJP) ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है.

जीतनराम मांझी ने प्रभु राम के अस्तित्व को काल्पनिक बताते हुए कहा कि श्रीराम कोई जीवित और महापुरुष थे, ऐसा मैं नहीं मानता हूं. हालांकि रामायण कहानी में जो बातें बताई गई है, वो सीखने लायक है. महिलाओं की बात हो या फिर अपने से बड़ों के आदर और सम्मान की बात हो, रामायण हमें शिक्षा देती है.

हम प्रमुख के राम और रामायण को लेकर दिए गए इस बयान पर एनडीए (NDA) में उनकी सहयोगी बीजेपी ने कड़ा एतराज जताया है. बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार बबलू (Neeraj Kumar Bablu) ने कहा कि बिहार के स्कूलों और कॉलेजों में भगवान श्रीराम से संबंधित बातें पढ़ाई जानी चाहिए. इससे अधिक से अधिक लोग उनके बारे में जान सकेंगे.

ये भी पढ़ें: बुजुर्ग मुस्लिम ने सुनाया गीता का श्लोक, तेजस्वी ने Video शेयर कर कहा- भारत महान

वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Mangal Pandey) ने भी कहा कि रामायण हमें सदियों से सही राह दिखाती आई है. हम इतिहास पढ़ते हैं तो रामायण भी पढ़नी चाहिए. इतिहास के साथ हर वो विषय लोगों को पढ़नी चाहिए, जो लोगों को बेहतर संदेश देती है.

यहां ये बताना जरूरी हो जाता है कि हाल ही में मध्य प्रदेश की सरकार ने रामायण को सिलेबस में शामिल करने का फैसला लिया है. इसके बाद से बिहार में भी रामायण को सिलेबस में शामिल करने की मांग उठी है. ऐसे में मांझी के बयान से सियासत और गरमा गई है. हालांकि अभी तक मांझी के बयान पर जेडीयू (JDU) की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.