श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक चरखा का अनावरण किया. इस चरखे को जम्मू-कश्मीर खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड (KVIB) ने बनाया है. इसकी चौड़ाई 8.6 फीट और ऊंचाई 4.3 फीट है. इस चरखे का वजन 71 किलोग्राम है .
इस अवसर पर मनोज सिन्हा ने कहा कि चरखा महात्मा गांधी के आत्मनिर्भरता के विचार का प्रतीक है. णतंत्र दिवस पर श्रीनगर हवाई अड्डे पर इसकी स्थापना राष्ट्रपिता और भारत के सभी महान स्वतंत्रता सेनानियों को एक श्रद्धांजलि है. 1918 में आर्थिक आत्मनिर्भरता का प्रतीक बना चरखा गांधीजी के अहिंसा, सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा जैसे स्वतंत्रता आंदोलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया था.
इस अवसर को ऐतिहासिक बताते हुए उप राज्यपाल ने कहा कि श्रीनगर हवाई अड्डे पर चरखा लोगों को राज्य के विकास ढांचे में अधिक से अधिक भागीदारी के लिए प्रेरित करेगा. उन्होंने कहा कि हमारा देश 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहा है. साथ ही लगातार चौथी औद्योगिक क्रांति की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि एयरपोर्ट पर लगाया गया चरखा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के प्रतीक के रूप में काम करेगा.
इस मौके पर उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर के विश्व प्रसिद्ध हस्तशिल्प, कला और संस्कृति की पहचान को संरक्षित करने की अपील की. केंद्र शासित प्रदेश के लोगों को रोजगार देने के लिए जम्मू-कश्मीर खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड (KVIB) की पहल की जानकारी देते हुए मनोज सिन्हा ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में, प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत राज्य में11,978 यूनिट स्थापित की गई हैं. ग्रामीण रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 1,803 इकाइयां स्थापित की गई हैं, साथ ही वंचित वर्गों और महिलाओं के लिए 4,904 इकाइयां भी बनाई गई हैं. इन सभी योजनाओं के तहत, लगभग 1,50,000 लोगों को व्यावहारिक रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं.
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