नई दिल्ली : अमरनाथ यात्रा शुरू होने में अब मुश्किल से 20 दिन बचे हैं. वहीं इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने तीर्थयात्रा के पहले और उसके दौरान खलल पैदा करने के लिए पाकिस्तान के गैर-राज्य तत्वों का उपयोग करने के इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के नापाक मंसूबे का पर्दाफाश किया है. आईबी की रिपोर्ट में पाकिस्तान और उसके आतंकी संगठनों द्वारा दो साल के अंतराल के बाद हो रही अमरनार यात्रा में व्यवधान डालने और नुकसान पहुंचाने के लिए अपनाई जा रही छह अलग-अलग रणनीतियों के बारे में बताया गया है.
ईटीवी भारत के पास मौजूद रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआई ने जम्मू क्षेत्र में अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाकर स्टिकी बम का इस्तेमाल कर गतिरोध हमलों की योजना बनाई है. इसके लिए नए लोगों को हमलों को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि लश्कर ए तैयबा (LeT), अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले लावेपोरा बाईपास एनएच 44 या नरबल ब्रिज (गुलमर्ग की ओर जाने वाली सड़क) पर सीएफपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिसकर्मियों पर हमले की योजना बना रहा है.
इसके साथ ही, मिले इनपुट्स में संकेत दिया गया है कि लश्कर ने अमरनाथ यात्रा मार्ग (गांदरबल-बालटाल मार्ग) को रेकी की है और वह वुसन, गांदरबल पुलिस स्टेशन और कंगन बाजार के बीच ग्रेनेड हमले की योजना बना रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दो आतंकवादियों का समूह यात्रा के दौरान या उससे पहले पंथा चौक से परिमपोरा तक एनएच 44 के साथ गैर स्थानीय या अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हमला करने की भी योजना बना रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद, संभवतः सुंबल-हाजिन खंड या कंगन क्षेत्र यात्रा पर हमला करने की योजना बना रहा है. इसके अतिरिक्त, आईबी की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बांदीपोरा जिले के अजस से 2-3 आतंकियों के एक दल को गांदरबल जिले के छतरगुल-अंदरवां में रेकी करने के लिए भेजा गया. रिपोर्ट के अनुसार यह योजना जैश-ए-मोहम्मद कैडर वसीम नूर द्वारा बनाई गई, जिसे श्रीनगर सेंट्रल जेल में हिरासत में लिया गया था और 2016 में पाकिस्तान भेज दिया गया था.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा ने अपने दो सदस्य लतीफ अहमद राथर और आदिल पैरी का इस्तेमाल करके ग्रेनेड हमले को अंजाम देने की योजना बनाई है. वहीं संकेत भी मिला है कि आतंकि संगठन टीआरएफ (द रेसिसटेंस फ्रंट) ने कश्मीर घाटी में जम्मू-कश्मीर के बाहर के पर्यटकों पर हमले करने की भी योजना बनाई है. इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी संगठनों ने अपने सोशल मीडिया चैनलों पर अमरनाथ यात्रा को लेकर धमकी दी है. वहीं दूसरी तरफ, अलर्ट के बाद गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षा एजेंसियों और अर्धसैनिक बलों से कहा है कि वे आतंकवादी संगठनों द्वारा यात्रा को नुकसान पहुंचाने के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए अपनी चौकसी तेज करें.