ETV Bharat / bharat

IT Raid in bihar: जलेबी की दुकान से धन्ना सेठ का सफर, JDU MLC राधाचरण शाह की कुंडली खंगालती रिपोर्ट - raid ON MLC Radha Charan Sah residence

जलेबी बेचने वाला सैकड़ों करोड़ का धन्ना सेठ हो जाए तो लोगों को आश्चर्य हो सकता है. बिहार के जदयू कोटे के एमएलसी राधाचरण शाह और उनके सहयोगी डॉ अशोक कुमार और जीवन कुमार के विभिन्न ठिकानों पर आयकर विभाग की हुई छापेमारी से अब तक खुलासा से यही बात सामने आयी है. उसके बाद बीजेपी लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है. संजय जायसवाल का तो यहां तक कहना है कि हम लोग पहले से कहते रहे हैं बालू और शराब कारोबार में सही ढंग से जांच हो जाए तो 10000 करोड़ का घोटाला सामने आएगा.

JDU MLC Radhacharan Shah
JDU MLC Radhacharan Shah
author img

By

Published : Feb 10, 2023, 6:10 PM IST

देखें रिपोर्ट.

पटना: जदयू एमएलसी राधाचरण शाह आठवीं पास हैं, लेकिन आज अकूत संपत्ति के मालिक हैं. कभी आरा स्टेशन के बाहर जलेबी की दुकान चलाते थे. जलेबी बेचने से लेकर आज बालू के सबसे बड़े कारोबारियों में से एक हैं. ऐसे तो इनके कई धंधा है. होटल और रिसोर्ट भी चलाते हैं और पैसे की लेनदेन भी करते हैं. आयकर विभाग की टीम की छापेमारी से जो जानकारी मिल रही है सबको चौंका दिया है. अभी तक ढाई सौ करोड़ के लेनदेन में टैक्स चोरी के मामले आयकर विभाग की टीम ने पकड़ी है.

इसे भी पढ़ेंः IT Raid in Bihar : जेडीयू MLC राधा चरण साह के कई ठिकानों पर छापा, बालू कारोबार में टैक्स चोरी का आरोप

आठवीं पासः आयकर विभाग की बड़ी टीम ना केवल बिहार में बल्कि बिहार से बाहर झारखंड, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, उत्तराखंड, मनाली और अन्य स्थानों पर जांच पड़ताल की है. ऐसे आधिकारिक रूप से आयकर विभाग की टीम ने अभी तक कुछ कहा नहीं है. जांच पड़ताल अभी भी चल रही है. राधाचरण शाह और उनके सहयोगियों के ठिकाने पर हुए छापेमारी के बाद सियासत भी शुरू हो गई है. राजनीति में आने से पहले 80 के दशक में आरा स्टेशन के बाहर जलेबी की दुकान चलाया करते थे. बहुत ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं. इन्होंने जो अपनी एफिडेविट दी है उसमें आठवीं पास बताया है.

बालू के बड़े कारोबारीः आज राधाचरण शाह बालू के बड़े कारोबारी हैं. उसके अलावा होटल, रिसोर्ट और जमीन के कारोबार में भी जुड़े हुए हैं. मनाली और हरिद्वार में भी राधाचरण शाह के होटल हैं. जो जानकारी मिल रही है आयकर विभाग की टीम ने 70 से अधिक अफसरों को राधाचरण शाह और उनके सहयोगियों की संपत्ति और अवैध कारोबार को खोजने में लगाया है. जो नकदी मिली उसे गिनने के लिए बैंक से नोट गिनने की मशीन मंगायी गयी है.

इसे भी पढ़ेंः Bihar politics: राधाचरण शाह के ठिकानों पर छापेमारी, बोले उमेश कुशवाहा- 'BJP का है यही एजेंडा'

आरजेडी के विधान पार्षद थेः राधाचरण शाह पहले आरजेडी के विधान पार्षद हुआ करते थे. 2020 से पहले आरजेडी के 8 में से 5 विधान पार्षद टूटकर जदयू में शामिल हो गए, उसमें राधाचरण शाह भी शामिल थे. राधाचरण शाह पहली बार 2015 में आरजेडी कोटे से ही एमएलसी का चुनाव लड़े थे. उस समय लालू यादव के काफी नजदीकी माने जाते थे. एमएलसी चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार हुलास पांडे को हराया था. आरजेडी के 8 में से 5 विधान पार्षद जदयू में शामिल हुए थे और इसके कारण इनका एमएलसी पर असर नहीं पड़ा. इस टूट में ललन सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 2022 में आरा बक्सर स्थानीय प्राधिकार से हैं फिर से चुनाव लड़े और जीत हासिल की.

सरकार संरक्षण दे रहीः पार्टी के कार्यक्रमों में बढ़कर अपनी हिस्सेदारी देते हैं. अभी कर्पूरी जयंती जदयू के तरफ से बापू सभागार में मनाया गया जिसमें राधाचरण शाह पार्टी को काफी मदद की है. राधाचरण शाह और उनके सहयोगियों के यहां आयकर विभाग की छापेमारी में जो अब तक चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं उसके बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर हैं. संजय जायसवाल कहते हैं कि हम लोग पहले से कहते रहे हैं बालू और शराब कारोबार में सही ढंग से जांच हो जाए तो 10000 करोड़ का घोटाला सामने आएगा. लेकिन सरकार संरक्षण दे रही है.

इसे भी पढ़ेंः कांग्रेस कार्यलय झंडोत्तोलन में जेडीयू के MLC,चर्चा का बाजार गर्म

सरकार बचाती नहींः जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा राधाचरण शाह का बचाव कर रहे हैं. उमेश कुशवाहा का कहना है राधाचरण शाह आयकर की टीम को अपना जवाब देंगे, लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर उमेश कुशवाहा कहते हैं कि यह बिहार सरकार ना तो किसी को बचाती है नहीं किसी को फंसाती है. लेकिन केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसी को जिस प्रकार से इस्तेमाल कर रही है वह सबके सामने है. जहां बीजेपी शासित राज्य नहीं है वही केंद्रीय एजेंसी डराने के लिए छापेमारी करती है.

"हम लोग पहले से कहते रहे हैं बालू और शराब कारोबार में सही ढंग से जांच हो जाए तो 10000 करोड़ का घोटाला सामने आएगा. लेकिन सरकार संरक्षण दे रही है"- संजय जायसवाल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष

देखें रिपोर्ट.

पटना: जदयू एमएलसी राधाचरण शाह आठवीं पास हैं, लेकिन आज अकूत संपत्ति के मालिक हैं. कभी आरा स्टेशन के बाहर जलेबी की दुकान चलाते थे. जलेबी बेचने से लेकर आज बालू के सबसे बड़े कारोबारियों में से एक हैं. ऐसे तो इनके कई धंधा है. होटल और रिसोर्ट भी चलाते हैं और पैसे की लेनदेन भी करते हैं. आयकर विभाग की टीम की छापेमारी से जो जानकारी मिल रही है सबको चौंका दिया है. अभी तक ढाई सौ करोड़ के लेनदेन में टैक्स चोरी के मामले आयकर विभाग की टीम ने पकड़ी है.

इसे भी पढ़ेंः IT Raid in Bihar : जेडीयू MLC राधा चरण साह के कई ठिकानों पर छापा, बालू कारोबार में टैक्स चोरी का आरोप

आठवीं पासः आयकर विभाग की बड़ी टीम ना केवल बिहार में बल्कि बिहार से बाहर झारखंड, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, उत्तराखंड, मनाली और अन्य स्थानों पर जांच पड़ताल की है. ऐसे आधिकारिक रूप से आयकर विभाग की टीम ने अभी तक कुछ कहा नहीं है. जांच पड़ताल अभी भी चल रही है. राधाचरण शाह और उनके सहयोगियों के ठिकाने पर हुए छापेमारी के बाद सियासत भी शुरू हो गई है. राजनीति में आने से पहले 80 के दशक में आरा स्टेशन के बाहर जलेबी की दुकान चलाया करते थे. बहुत ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं. इन्होंने जो अपनी एफिडेविट दी है उसमें आठवीं पास बताया है.

बालू के बड़े कारोबारीः आज राधाचरण शाह बालू के बड़े कारोबारी हैं. उसके अलावा होटल, रिसोर्ट और जमीन के कारोबार में भी जुड़े हुए हैं. मनाली और हरिद्वार में भी राधाचरण शाह के होटल हैं. जो जानकारी मिल रही है आयकर विभाग की टीम ने 70 से अधिक अफसरों को राधाचरण शाह और उनके सहयोगियों की संपत्ति और अवैध कारोबार को खोजने में लगाया है. जो नकदी मिली उसे गिनने के लिए बैंक से नोट गिनने की मशीन मंगायी गयी है.

इसे भी पढ़ेंः Bihar politics: राधाचरण शाह के ठिकानों पर छापेमारी, बोले उमेश कुशवाहा- 'BJP का है यही एजेंडा'

आरजेडी के विधान पार्षद थेः राधाचरण शाह पहले आरजेडी के विधान पार्षद हुआ करते थे. 2020 से पहले आरजेडी के 8 में से 5 विधान पार्षद टूटकर जदयू में शामिल हो गए, उसमें राधाचरण शाह भी शामिल थे. राधाचरण शाह पहली बार 2015 में आरजेडी कोटे से ही एमएलसी का चुनाव लड़े थे. उस समय लालू यादव के काफी नजदीकी माने जाते थे. एमएलसी चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार हुलास पांडे को हराया था. आरजेडी के 8 में से 5 विधान पार्षद जदयू में शामिल हुए थे और इसके कारण इनका एमएलसी पर असर नहीं पड़ा. इस टूट में ललन सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 2022 में आरा बक्सर स्थानीय प्राधिकार से हैं फिर से चुनाव लड़े और जीत हासिल की.

सरकार संरक्षण दे रहीः पार्टी के कार्यक्रमों में बढ़कर अपनी हिस्सेदारी देते हैं. अभी कर्पूरी जयंती जदयू के तरफ से बापू सभागार में मनाया गया जिसमें राधाचरण शाह पार्टी को काफी मदद की है. राधाचरण शाह और उनके सहयोगियों के यहां आयकर विभाग की छापेमारी में जो अब तक चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं उसके बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर हैं. संजय जायसवाल कहते हैं कि हम लोग पहले से कहते रहे हैं बालू और शराब कारोबार में सही ढंग से जांच हो जाए तो 10000 करोड़ का घोटाला सामने आएगा. लेकिन सरकार संरक्षण दे रही है.

इसे भी पढ़ेंः कांग्रेस कार्यलय झंडोत्तोलन में जेडीयू के MLC,चर्चा का बाजार गर्म

सरकार बचाती नहींः जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा राधाचरण शाह का बचाव कर रहे हैं. उमेश कुशवाहा का कहना है राधाचरण शाह आयकर की टीम को अपना जवाब देंगे, लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर उमेश कुशवाहा कहते हैं कि यह बिहार सरकार ना तो किसी को बचाती है नहीं किसी को फंसाती है. लेकिन केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसी को जिस प्रकार से इस्तेमाल कर रही है वह सबके सामने है. जहां बीजेपी शासित राज्य नहीं है वही केंद्रीय एजेंसी डराने के लिए छापेमारी करती है.

"हम लोग पहले से कहते रहे हैं बालू और शराब कारोबार में सही ढंग से जांच हो जाए तो 10000 करोड़ का घोटाला सामने आएगा. लेकिन सरकार संरक्षण दे रही है"- संजय जायसवाल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.