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चारधाम यात्रा: केदारनाथ के लिए हेली बुकिंग शुरू, जानिए किराया और कैसे कराएं ऑनलाइन टिकट

उत्तराखंड में आगामी 3 मई से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो रही है. केदारनाथ धाम में अब काफी कम बर्फ है. इस कारण यात्रा की तैयारियों को अमलीजामा पहनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है. वहीं हेली सर्विस को लेकर भी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और ऑनलाइन टिकट खोल दी गई है.

Heli booking starts for Kedarnath
केदारनाथ के लिए हेली बुकिंग शुरू
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Published : Apr 6, 2022, 3:54 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में शासन-प्रशासन चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटा हुआ है. केदारनाथ धाम में अब काफी कम बर्फ है, जिस कारण यात्रा की तैयारियों को अमलीजामा पहनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है. वहीं हेली सर्विस को लेकर भी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और ऑनलाइन टिकट बुकिंग शुरू कर दी गई है. हेली सेवा के लिए टिकट कैसे बुक करना है, कितने का है और ओवर रेटिंग से कैसे बचा जा सकता है? इस बारे में हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं.

हेली बुकिंग सेवा शुरू: उत्तराखंड में आगामी 3 मई से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो रही है. इस बार शुरू हो रही चारधाम यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण है. प्रदेश में नई सरकार के गठन की बात हो या फिर कोविड-19 महामारी के बाद बिना बंदिशों की यात्रा हो, श्रद्धालुओं में जोश दोगुना बना हुआ है. ऐसे में चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण द्वारा हेली सेवाओं की बुकिंग के लिए भी गढ़वाल मंडल विकास निगम की वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग खोल दी गई है. उत्तराखंड सिविल एविएशन अथॉरिटी द्वारा यह बुकिंग फिलहाल केवल 6 मई से 20 मई तक के लिए खोली गई है जो कि लगातार जारी है.

केदारनाथ के लिए हेली बुकिंग शुरू.

GMVN को मिली जिम्मेदारी: उत्तराखंड सिविल एविएशन अथॉरिटी ने खासतौर से केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं की ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए केवल गढ़वाल मंडल विकास निगम के अधिकृत वेबसाइट को अधिकृत किया है. अगर आप केदारनाथ धाम उत्तराखंड सरकार द्वारा तय किए गए न्यूनतम मूल्य पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से जाना चाहते हैं तो आप गढ़वाल मंडल विकास निगम की वेबसाइट heliservices.uk.gov.in पर जाकर अपनी टिकिट बुक कर सकते हैं. इसके अलावा कोई अन्य वेबसाइट आपको टिकिट उपलब्ध करवाती है तो यह अधिकृत नहीं है. इसलिए आपको अधिक सतर्क रहने की जरूरत है. उत्तराखंड सरकार ने केवल GMVN को केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा की बुकिंग के लिए अधिकृत किया है. जीएमबीएन के अधिकारियों ने बताया कि देश में कई प्रदेशों में गढ़वाल मंडल विकास निगम के कार्यालय मौजूद हैं और वहां से भी हेली सेवा के लिए प्रचारित-प्रसारित किया जा रहा है.

जानिए कितना है किराया: केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार ने हेली सेवाओं के लिए 3 रूट निर्धारित किए हैं. उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण द्वारा केदारनाथ धाम के लिए गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम, फाटा से केदारनाथ धाम और सिरसी से केदारनाथ धाम रूट को अधिकृत किया गया है. केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं के किराए की अगर बात की जाए तो अन्य निजी कंपनियों की तुलना में उत्तराखंड सरकार द्वारा बेहद कम किराए पर हेली सेवाएं दी जा रही है. जिसके लिए आपको उत्तराखंड सरकार द्वारा अधिकृत हेली सेवा से ही टिकट बुक करवाना होगा. किराए की अगर बात करें तो गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम- 3875x2 (जाना-आना), कुल- 7750₹ प्रति व्यक्ति है. फाटा से केदारनाथ धाम- 2360x2 (जाना-आना), कुल- 4720₹ प्रति व्यक्ति किराया रखा गया है. वहीं सिरसी से केदारनाथ धाम 2340x2 (जाना-आना), कुल- 4680₹ प्रति व्यक्ति किराया रखा गया है. इतने किराए के साथ-साथ प्रति यात्री अपने साथ 2 से 3 किलो तक का लगेज ले जा सकता है जिसकी जानकारी टिकट बुक कराने पर टिकट में भी लिखी रहती है.

ये भी पढ़ें - 3 मई को खुलेंगे गंगोत्री धाम के कपाट, यमुनोत्री धाम का समय 8 अप्रैल को होगा तय

ऐसे होता है कंपनियों का चयन: केदारनाथ धाम में हेली सेवा देने के लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा प्रत्येक 3 साल के लिए ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया के तहत हेली सेवा देने वाले कंपनियों का चयन किया जाता है. आखिरी बार 2019 में 3 साल के लिए हेली कंपनियों का चयन किया गया था जो कि इस प्रकार से है.

हेली सेवा का किराया.
हेली सेवा का किराया.
1)- गुप्तकाशी से 2 हेली कंपनी- आर्यन एविएशन, एरो एयरक्राफ्ट और फाटा से 4 कंपनियां- पवनहंस, थंबी एविएशन, चिप्सन एविएशन, पिनाकल एयर साथ ही सिरसी से 3 कंपनियां- एरो एयरक्राफ्ट, क्रिस्टल एविएशन और हिमालयन हेली सर्विसेज हैं.इस तरह से केदारनाथ धाम के लिए उत्तराखंड सिविल एविएशन अथॉरिटी के तहत 9 कंपनियां अपनी सेवाएं दे रही हैं. प्राधिकरण के अनुसार केदारघाटी में एक साथ में केवल अधिकतम 6 हेलीकॉप्टर ही उड़ान भर सकते हैं और एक बार में एक कंपनी के केवल एक ही हेलीकॉप्टर को उड़ान भरने की अनुमति है.

केदारनाथ के अलावा अन्य जगह हवाई सेवा: उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण द्वारा मिली जानकारी के अनुसार प्राधिकरण द्वारा केवल केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं को ऑपरेट किया जाता है बाकी अन्य जगहों पर निजी चार्टर द्वारा प्राइवेट कंपनियां अपनी सेवाएं देती हैं. यह निजी कंपनियां देहरादून सहस्त्रधारा हेलीपैड, जौलीग्रांट एयरपोर्ट और अन्य जगह से अपनी सेवाएं देती हैं और उनके टैरिफ भी इन कंपनियों द्वारा खुद तैयार किए जाते हैं, जिस पर प्राधिकरण का हस्तक्षेप नहीं है.

ओवर रेटिंग और ठगी से कैसे बचें: उत्तराखंड सिविल एविएशन अथॉरिटी द्वारा केदारनाथ धाम हेली सेवा की टिकट बुक करने के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम को अधिकृत किया गया है. टिकट बुकिंग में 70 फीसदी टिकट ऑनलाइन बुकिंग पर रखी गई हैं और 30 फीसदी टिकट को मौके पर दिए जाने का प्रावधान रखा गया है. सर्विस प्वाइंट पर दी जाने वाली 30 तीस परसेंट टिकट केवल आपातकालीन स्थिति और अपरिहार्य स्थितियों के लिए रखी गई हैं तो वहीं प्राधिकरण द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार हेली सेवा देने वाली कंपनियों को भी 12 टिकट देने का प्रावधान रखा गया है. लेकिन टिकट यात्री को किसी भी माध्यम से प्राप्त हो उसका किराया किसी भी स्थिति में सरकार के किराए से ज्यादा नहीं होगा या फिर टिकट जिस नाम से बुक किया गया है उसके अलावा कोई दूसरा व्यक्ति यात्रा नहीं करेगा. शासन स्तर पर इस संबंध में सख्त निर्देश दिए गए हैं.

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क्या कह रहे अधिकारी: नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि इसके लिए सर्विस प्वाइंट पर जिला प्रशासन की टीम को तैनात किया गया है. अगर कोई भी इस तरह से अनियमितता में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. वहीं बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेय अजय का कहना है कि हर यात्रा सीजन में हेली सेवा में टिकट की ओवर रेटिंग और टिकट ब्लैक को लेकर काफी चर्चाएं रहती हैं. इसे देखते हुए हाल ही में तैयारियों को लेकर हुई बैठक में उनके द्वारा यह विषय उठाया गया. जिस पर मुख्यमंत्री ने इस मामले में कड़े निर्देश जारी करते हुए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

देहरादून: उत्तराखंड में शासन-प्रशासन चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटा हुआ है. केदारनाथ धाम में अब काफी कम बर्फ है, जिस कारण यात्रा की तैयारियों को अमलीजामा पहनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है. वहीं हेली सर्विस को लेकर भी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और ऑनलाइन टिकट बुकिंग शुरू कर दी गई है. हेली सेवा के लिए टिकट कैसे बुक करना है, कितने का है और ओवर रेटिंग से कैसे बचा जा सकता है? इस बारे में हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं.

हेली बुकिंग सेवा शुरू: उत्तराखंड में आगामी 3 मई से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो रही है. इस बार शुरू हो रही चारधाम यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण है. प्रदेश में नई सरकार के गठन की बात हो या फिर कोविड-19 महामारी के बाद बिना बंदिशों की यात्रा हो, श्रद्धालुओं में जोश दोगुना बना हुआ है. ऐसे में चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण द्वारा हेली सेवाओं की बुकिंग के लिए भी गढ़वाल मंडल विकास निगम की वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग खोल दी गई है. उत्तराखंड सिविल एविएशन अथॉरिटी द्वारा यह बुकिंग फिलहाल केवल 6 मई से 20 मई तक के लिए खोली गई है जो कि लगातार जारी है.

केदारनाथ के लिए हेली बुकिंग शुरू.

GMVN को मिली जिम्मेदारी: उत्तराखंड सिविल एविएशन अथॉरिटी ने खासतौर से केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं की ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए केवल गढ़वाल मंडल विकास निगम के अधिकृत वेबसाइट को अधिकृत किया है. अगर आप केदारनाथ धाम उत्तराखंड सरकार द्वारा तय किए गए न्यूनतम मूल्य पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से जाना चाहते हैं तो आप गढ़वाल मंडल विकास निगम की वेबसाइट heliservices.uk.gov.in पर जाकर अपनी टिकिट बुक कर सकते हैं. इसके अलावा कोई अन्य वेबसाइट आपको टिकिट उपलब्ध करवाती है तो यह अधिकृत नहीं है. इसलिए आपको अधिक सतर्क रहने की जरूरत है. उत्तराखंड सरकार ने केवल GMVN को केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा की बुकिंग के लिए अधिकृत किया है. जीएमबीएन के अधिकारियों ने बताया कि देश में कई प्रदेशों में गढ़वाल मंडल विकास निगम के कार्यालय मौजूद हैं और वहां से भी हेली सेवा के लिए प्रचारित-प्रसारित किया जा रहा है.

जानिए कितना है किराया: केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार ने हेली सेवाओं के लिए 3 रूट निर्धारित किए हैं. उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण द्वारा केदारनाथ धाम के लिए गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम, फाटा से केदारनाथ धाम और सिरसी से केदारनाथ धाम रूट को अधिकृत किया गया है. केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं के किराए की अगर बात की जाए तो अन्य निजी कंपनियों की तुलना में उत्तराखंड सरकार द्वारा बेहद कम किराए पर हेली सेवाएं दी जा रही है. जिसके लिए आपको उत्तराखंड सरकार द्वारा अधिकृत हेली सेवा से ही टिकट बुक करवाना होगा. किराए की अगर बात करें तो गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम- 3875x2 (जाना-आना), कुल- 7750₹ प्रति व्यक्ति है. फाटा से केदारनाथ धाम- 2360x2 (जाना-आना), कुल- 4720₹ प्रति व्यक्ति किराया रखा गया है. वहीं सिरसी से केदारनाथ धाम 2340x2 (जाना-आना), कुल- 4680₹ प्रति व्यक्ति किराया रखा गया है. इतने किराए के साथ-साथ प्रति यात्री अपने साथ 2 से 3 किलो तक का लगेज ले जा सकता है जिसकी जानकारी टिकट बुक कराने पर टिकट में भी लिखी रहती है.

ये भी पढ़ें - 3 मई को खुलेंगे गंगोत्री धाम के कपाट, यमुनोत्री धाम का समय 8 अप्रैल को होगा तय

ऐसे होता है कंपनियों का चयन: केदारनाथ धाम में हेली सेवा देने के लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा प्रत्येक 3 साल के लिए ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया के तहत हेली सेवा देने वाले कंपनियों का चयन किया जाता है. आखिरी बार 2019 में 3 साल के लिए हेली कंपनियों का चयन किया गया था जो कि इस प्रकार से है.

हेली सेवा का किराया.
हेली सेवा का किराया.
1)- गुप्तकाशी से 2 हेली कंपनी- आर्यन एविएशन, एरो एयरक्राफ्ट और फाटा से 4 कंपनियां- पवनहंस, थंबी एविएशन, चिप्सन एविएशन, पिनाकल एयर साथ ही सिरसी से 3 कंपनियां- एरो एयरक्राफ्ट, क्रिस्टल एविएशन और हिमालयन हेली सर्विसेज हैं.इस तरह से केदारनाथ धाम के लिए उत्तराखंड सिविल एविएशन अथॉरिटी के तहत 9 कंपनियां अपनी सेवाएं दे रही हैं. प्राधिकरण के अनुसार केदारघाटी में एक साथ में केवल अधिकतम 6 हेलीकॉप्टर ही उड़ान भर सकते हैं और एक बार में एक कंपनी के केवल एक ही हेलीकॉप्टर को उड़ान भरने की अनुमति है.

केदारनाथ के अलावा अन्य जगह हवाई सेवा: उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण द्वारा मिली जानकारी के अनुसार प्राधिकरण द्वारा केवल केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं को ऑपरेट किया जाता है बाकी अन्य जगहों पर निजी चार्टर द्वारा प्राइवेट कंपनियां अपनी सेवाएं देती हैं. यह निजी कंपनियां देहरादून सहस्त्रधारा हेलीपैड, जौलीग्रांट एयरपोर्ट और अन्य जगह से अपनी सेवाएं देती हैं और उनके टैरिफ भी इन कंपनियों द्वारा खुद तैयार किए जाते हैं, जिस पर प्राधिकरण का हस्तक्षेप नहीं है.

ओवर रेटिंग और ठगी से कैसे बचें: उत्तराखंड सिविल एविएशन अथॉरिटी द्वारा केदारनाथ धाम हेली सेवा की टिकट बुक करने के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम को अधिकृत किया गया है. टिकट बुकिंग में 70 फीसदी टिकट ऑनलाइन बुकिंग पर रखी गई हैं और 30 फीसदी टिकट को मौके पर दिए जाने का प्रावधान रखा गया है. सर्विस प्वाइंट पर दी जाने वाली 30 तीस परसेंट टिकट केवल आपातकालीन स्थिति और अपरिहार्य स्थितियों के लिए रखी गई हैं तो वहीं प्राधिकरण द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार हेली सेवा देने वाली कंपनियों को भी 12 टिकट देने का प्रावधान रखा गया है. लेकिन टिकट यात्री को किसी भी माध्यम से प्राप्त हो उसका किराया किसी भी स्थिति में सरकार के किराए से ज्यादा नहीं होगा या फिर टिकट जिस नाम से बुक किया गया है उसके अलावा कोई दूसरा व्यक्ति यात्रा नहीं करेगा. शासन स्तर पर इस संबंध में सख्त निर्देश दिए गए हैं.

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क्या कह रहे अधिकारी: नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि इसके लिए सर्विस प्वाइंट पर जिला प्रशासन की टीम को तैनात किया गया है. अगर कोई भी इस तरह से अनियमितता में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. वहीं बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेय अजय का कहना है कि हर यात्रा सीजन में हेली सेवा में टिकट की ओवर रेटिंग और टिकट ब्लैक को लेकर काफी चर्चाएं रहती हैं. इसे देखते हुए हाल ही में तैयारियों को लेकर हुई बैठक में उनके द्वारा यह विषय उठाया गया. जिस पर मुख्यमंत्री ने इस मामले में कड़े निर्देश जारी करते हुए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

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