गुना। जिले में 20 साल के कॉलेज स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली है. मरने से पहले छात्र ने वीडियो भी बनाया था. सम्यक जैन नाम के युवक ने वीडियो शूट करते हुए प्रताड़ित करने वालों के नाम लिए हैं. इसके साथ ही वीडियो में वह कह रहा है कि ईमानदारी में मेरा मरण हो गया. वीडियो में सम्यक ने कहा कि, "पेट्रोल पंप का मामला यदि मेरे मरने से हल हो जाएगा तो मैं मर जाता हूंं. मैं खराब किस्मत लेकर पैदा हुआ हूं. पापा मेरा अंतिम संस्कार धरनावदा में करना." गंभीर हालत में पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
जमीनी मामले के चलते की आत्महत्या: घटना जिले धरनावदा की है. यहां राजेश जैन किराना दुकान चलाते हैं. उनको एक बेटा और एक बेटी है. बड़ा बेटे सम्यक जैन (20) ने इसी साल बारहवीं पास कर कॉलेज में एडमिशन लिया था. वह फर्स्ट ईयर में था. शनिवार दोपहर उसने आत्महत्या कर ली. पूरा मामला जमीनी विवाद से जुड़ा हुआ है. राजस्व विभाग की गलती का खामियाजा युवक को जान देकर चुकाना पड़ा. युवक के पिता राजेश जैन ने साल 2017 में हरपाल सिंह धाकड़ को अपनी 3 बीघा जमीन बेच दी थी. इस जमीन से लगी हुई 4 बीघा जमीन उन्होंने साल 2022 में प्रवीण जैन और अरविंद जैन को बेच दी. 2019 में पटवारी ने दोनों जमीनों के नक्शे आगे-पीछे कर दिए थे. इससे दोनों खरीदारों के खसरा नंबर बदल गए. हरपाल सिंह धाकड़ के दस्तावेज में जमीन का पिछला हिस्सा दर्ज हो गया. जबकि, वह पेट्रोल पंप खोलने की योजना बना रहे थे. जमीन की स्थिति बदलने से उनकी पेट्रोल पंप की एनओसी कैंसिल हो गई. इस मामले में तत्कालीन पटवारी राजेश शर्मा को सस्पेंड भी किया था, लेकिन इसके बावजूद दोनों जमीन खरीददार सम्यक पर आरोप लगा रहे थे. आरोपी पीड़ित परिवार से 3 करोड़ रुपए की मांग करने लगे, जिसके चलते सम्यक जैन ने दबाव में आकर आत्महत्या कर ली.
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आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग: इस सनसनीखेज मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने वालों के खिलाफ परिजनों ने कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. सम्यक जैन के शव को एम्बुलेंस में लाकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने रख दिया गया. जिसके बाद आनन फानन में पुलिस ने एसपी कार्यालय के सामने डेरा डाल दिया. पुलिस ने परिजनों को समझाइश दी कि शव का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कराया जाए, लेकिन परिजनों ने कहा कि जब तक आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए गिरफ्तारी नहीं की जाती तब तक सम्यक के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.
पुलिस ने कार्रवाई का दिया आश्वासन: मृतक के परिजनों ने बताया कि, प्रताड़ित करने वाले लोग सत्ता पक्ष से हैं. रसूखदार होने के कारण प्रशासन द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार से प्रताड़ना और मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई न होने तक वह मृतक का दाह संस्कार नहीं करेंगे. इस मामले में पुलिस ने परिजनों को आश्वासन देते हुए एफआईआर दर्ज करने की बात कही है. पुलिस ने कहा कि किसी भी तरह का राजनीतिक दबाव नहीं चलेगा, कानूनी कार्रवाई की जाएगी.