पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित की गई एसटीईटी परीक्षा का रिजल्ट अभी तक आया नहीं है, लेकिन परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों की चिंताएं बढ़ गई हैं. अभ्यर्थियों की चिंताएं अपने रिजल्ट को लेकर नहीं, बल्कि ऐसे फोन कॉल की वजह से बढ़ गई हैं, जिसमें ठग फोन करके अभ्यर्थियों को पास कराने का दावा कर रहे हैं. इसके एवज में काफी पैसे की डिमांड कर रहे हैं.
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बीएसईबी कर्मी बनकर फोन कॉल से ठगी: आश्चर्य की बात यह है कि ठग अपने फोन कॉल के दौरान खुद को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का कर्मचारी बता रहे हैं. इसके बाद वह अभ्यर्थियों का नाम, माता-पिता का नाम, रोल नंबर, किस दिन परीक्षा थी और किस केंद्र पर परीक्षा देने गए थे, तमाम जानकारियां सबसे पहले बता रहे हैं. ताकी दूसरी ओर फोन पर खड़े शख्स को ये यकीन हो जाए कि कॉल बीएसईबी से ही आई है. इसके बाद बता रहे हैं कि आप 5 या 10 नंबर से एसटीईटी परीक्षा क्वालीफाई नहीं कर पा रहे हैं.
बीएसईबी का डाटा कैसे हुआ लीक? : यह ठग अपने फोन कॉल के दौरान अभ्यर्थियों को कह रहे हैं कि यदि आप क्वालीफाई करना चाहते हैं तो आपको एक खाते में पैसा जमा कराना होगा. अलग-अलग अभ्यर्थियों से अलग-अलग प्रकार पैसे की डिमांड की जा रही है. किसी को ठग बता रहे हैं कि आप तीन नंबर से फेल हो रहे हैं, तो किसी को बता रहे हैं आप 7 नंबर से क्वालीफाई नहीं कर पा रहे हैं. इसके बदले ₹5000 से लेकर ₹50000 तक की डिमांड कर रहे हैं. पैसा जमा करने के लिए 2 घंटे से 5 घंटे का समय भी दे रहे हैं, ऐसे में अब अभ्यर्थी परेशान हैं. अभ्यर्थियों को यह जालसाज बैंक अकाउंट नंबर भी भेज रहे हैं और जल्द से जल्द पैसा जमा करने का दबाव बना रहे हैं.
डाटा लीक होने से तनाव में परीक्षार्थी : छात्रों के मुद्दे पर लगातार संघर्ष करने वाले राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि जिस डाटा का उपयोग एसटीईटी परीक्षा में किया गया था, वह फोन करने वाले ठगों के पास कैसे पहुंच गया? अभ्यर्थियों के परीक्षा में उपयोग किया गया डाटा को बताकर, परीक्षा पास कराने के बदले रुपए की डिमांड की जा रही है. पैसे नहीं देने पर परीक्षा में फेल करने की धमकी दी जा रही है, जिससे अभ्यर्थी सहमें हुए हैं और तनाव में हैं.
विभागीय कर्मियों की मिलीभगत है? : अभ्यर्थियों को अंदेशा है कि इसमें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अधिकारियों या किसी कर्मचारी की मिली भगत तो नहीं है. वह इस मामले पर समिति से स्पष्टीकरण चाहते हैं, क्योंकि इसका इंतजार अभ्यर्थियों को है. इस पूरे प्रकरण पर आर्थिक अपराध इकाई के एसपी सुशील कुमार ने बताया कि जब भी इस प्रकार की परीक्षाएं होती हैं तो रिजल्ट के समय ऐसे फोन कॉल आते हैं.
'अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली' : अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड से जुड़ी कई जानकारी अभ्यर्थियों द्वारा ही अलग-अलग साइट पर भर दी जाती है, जिसका जालसाज दुरुपयोग करते हैं. कई बार ऐसे मामलों में जांच हुई है तो परीक्षा समिति का कोई कर्मचारी अथवा सदस्य सम्मिलित नहीं मिला है और यह पूरी तरह से बाहरी जालसाजों का किया धरा मिला है. उन्हें अभी तक इस प्रकार के ठगों के कॉल को लेकर कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है.
''यदि शिकायत प्राप्त होती है तो उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी. अभ्यर्थियों से अपील है कि परीक्षा में पास कराने को लेकर यदि कोई फोन कॉल आए तो उससे सतर्क रहें. उनकी बातों के बहकावे में ना आए क्योंकि यह सब जालसाज हैं.''- सुशील कुमार, एसपी, आर्थिक अपराध इकाई
इन फोन नंबर से रहें सावधान : एक जिम्मेदार मीडिया हाउस होने के नाते ईटीवी भारत संवाददाता ने जालसाजों के फोन कॉल से संबंधित जितनी भी जानकारी थी, उसे आर्थिक अपराध इकाई के एसपी के साथ साझा किया. हमने बताया कि अभ्यार्थियों को ऐसी दर्जनों फोन कॉल आ रहे हैं और दर्जनों अभ्यर्थी अपनी चिंताएं मीडिया से साझा कर रहे हैं.
बहकावे में न आएं अभ्यर्थी- SP : ईओयू के एसपी सुशील कुमार ने कहा कि आपके द्वारा दिए गए साक्ष्य के आधार पर कर्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. उन्होंने ईटीवी के माध्यम से अभ्यर्थियों से अपील भी किया कि यदि उनके पास कोई ऐसे फोन कॉल आता है, जिसमें एसटीईटी परीक्षा को पास करने के बदले पैसे की डिमांड की जाती है तो उस फोन कॉल से संबंधित सभी जानकारी आर्थिक अपराध इकाई से साझा करें. उस फोन कॉल की किसी भी बातों के बहकावे में ना आए.