पटना: आज जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह बीजेपी में शामिल हो गए. भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. उन्हें जरा सोचना चाहिए कि देश कहां से कहां चला गया और बिहार कहां हैं.
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"नीतीश कुमार को सब PM कहते हैं. मैंने भी उन्हें कहा कि आप PM थे, PM हैं और PM रहेंगे. पीएम मतलब पल्टीमार. उन्होंने कितनी बार विश्वासघात किया है. सच तो ये है कि नीतीश कुमार को 'C' शब्द से बड़ा प्यार है, सी से चेयर होता है इसलिए कुर्सी के मोह में सारा काम कर रहे हैं"- आरसीपी सिंह, नेता, बीजेपी
'बीजेपी ज्वाइन करना गौरव की बात' : सदस्यता ग्रहण करने के बाद आरसीपी सिंह ने कहा कि बीजेपी ज्वाइन करना हमारे लिए गौरव की बात है. इसके लिए पीएम नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को इसके लिए मैं धन्यवाद देता हूं. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वो (नीतीश कुमार) कहते हैं कि देश का विकास नहीं हो रहा है. मैंने इसके लिए कई बार उन्हें टोका भी था. मैंने उनसे पूछा था कि अगर विकास नहीं हो रहा है तो फिर पूरे विश्व में भारत पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश कैसे बन गया.
बिहार के मुख्यमंत्री 3 दिन में 3 प्रदेश गए : आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार की स्थिति काफी खराब हो चुकी है. आखिर हो भी क्यों नहीं. जिस राज्य की जनता ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया वह कुर्सी के लिए दूसरे प्रदेशों में भटक रहे हैं. तीन दिनों में तीन राज्य का भ्रमण कर चुके हैं. कभी ओडिशा जाते हैं तो कभी झारखंड तो कभी महाराष्ट्र. आखिर नीतीश कुमार बिहार की जनता की चिंता क्यों नहीं करते हैं. वो विपक्षी एकता की बात करते हैं. वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी देश का नाम रोशन कर रहे हैं. यह देशवासियों के लिए गौरव की बात है.
क्या बोले धर्मेन्द्र प्रधान : केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने ज्वानिंग के दौरान आरसीपी सिंह की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दे पर वह हमेशा अपना पक्ष रखते रहे हैं. जदयू को बड़ी पार्टी बनाने में भी रामचंद्र प्रसाद सिंह ने अहम भूमिका निभाई है. बिहार में वर्तमान में जो परिस्थिति बनी हुई है ऐसे में आरसीपी सिंह ने केन्द्रीय नेतृत्व संपर्क कर पार्टी में जुड़ने की अपनी इच्छा व्यक्त की. हम उनका तहे दिल से स्वागत करते हैं. आरसीपी सिंह की पिछड़े वर्ग के लोगों पर अच्छी पकड़ है ऐसे में पार्टी को काफी मजबूती मिलेगी.
नालंदा से चुनाव लड़ सकते हैं आरसीपी: बिहार की राजनीति में इस बात की भी चर्चा चल रही है कि बीजेपी उनको उस नालंदा सीट से लोकसभा का चुनाव लड़वा सकती है, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अभेद्य किला मानी जाती है. यहां मोदी लहर के बावजूद 2014 में भी जेडीयू ने जीत हासिल की थी, जबकि उस चुनाव में उसका किसी के साथ गठबंधन नहीं था. नीतीश और आरसीपी दोनों नालंदा के रहने वाले हैं. साथ ही दोनों कुर्मी जाति से आते हैं. यहां कुर्मी जाति की आबादी अच्छी-खासी है.
आरसीपी ने पिछले साल छोड़ा था जेडीयू: नीतीश कुमार के करीबी होने के कारण आरसीपी सिंह को मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया था. जब वह मंत्री बने थे, तब वह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. बाद में उनकी जगह ललन सिंह को ये जिम्मेदारी दी गई. धीरे-धीरे ललन सिंह और आरसीपी सिंह के बीच दूरी बढ़ती गई और बयानबाजी भी शुरू हो गई, जिसका असर नीतीश के साथ उनके रिश्तों पर भी पड़ा. आलम ये हुआ कि राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद पार्टी ने उनको फिर से राज्यसभा नहीं भेजा, जिस वजह से उनको मंत्री पद छोड़ना पड़ा. बाद के दिनों में नीतीश और आरसीपी एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर बयान देने लगे. आरसीपी पर बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लगने लगा. जिसके बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया.
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कौन हैं आरसीपी सिंह?: आईएएस अधिकारी रह चुके आरसीपी सिंह कभी नीतीश कुमार के कहने पर ही राजनीति में आए थे. पहले वह जेडीयू के संगठन महासचिव बने, फिर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बने. वह राज्यसभा सांसद के साथ-साथ मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. आरसीपी मूल रूप से नालंदा जिले के रहने वाले हैं और कुर्मी जाति से आते हैं. पिछले एक साल से वह लगातार नालंदा जिले में सक्रिय हैं.