पटना/दिल्ली: बिहार में महागठबंधन सरकार से समर्थन वापसी के बाद जीतन राम मांझी दिल्ली पहुंच गए. मांझी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का वक्त मांगा था. इसी कड़ी में बुधवार को साढ़े तीन बजे जीतनराम मांझी ने अमित शाह से मुलाकात की. वैसे दोनों नेताओं की मुलाकात खत्म हो चुकी है. बीजेपी के चाणक्य अमित शाह से मुलाकात के बाद मांझी एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिए.
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अब मांझी के ऐलान का इंतजार: अमित शाह से मुलाकात करने दिल्ली पहुंचे जीतनराम मांझी के साथ उनके बेटे और हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष मांझी भी थे. मुलाकात के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री व बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नित्यानंद राय भी मौजूद थे. महागठबंधन से अलग होने के बाद मांझी और अमित शाह की मुलाकात के बाद बिहार के सियासी गलियारे में हलचल शुरू हो गई है.
13 जून को संतोष मांझी का इस्तीफा: पिछले दिनों हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था. इससे पहले मांझी के बेटे और संतोष मांझी ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर धोखा देने का आरोप लगाया था. साथ ही कहा था कि ''हमारे लिए सभी विकल्प खुले हुए हैं. सभी संभावनाओं पर विचार करके फैसला लिया जाएगा.''
संतोष मांझी के इस्तीफे से पहले ही शुरू थी अटकलबाजी: महागठबंधन से अलग होने से पहले भी जीतन राम मांझी ने अमित शाह से मुलाकात की थी. वैसे तो उस मुलाकात के बाद से ही अटकलबाजी शुरू हो गई थी कि मांझी अपनी पार्टी के साथ एनडीए में जा सकते हैं. क्योंकि उसके पहले से ही नीतीश कुमार के साथ जीतन राम मांझी के रिश्तों में तल्खियां दिखने लगी थी. फिर भी बार-बार मांझी दावा करते रहे कि वह नीतीश कुमार के साथ हैं, लेकिन 13 जून को संतोष मांझी के इस्तीफे के बाद परिदृश्य एकदम साफ हो गया कि आगे जो भी हो, लेकिन अब 'हम' पार्टी महागठबंधन के साथ नहीं हैं.
क्या हुआ था हम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में? : संतोष सुमन ने बताया कि, पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में महागठबंधन से समर्थन वापस लेने पर सहमति बनी. पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों ने सर्वसम्मति से मुझे और पार्टी के संस्थापक संरक्षक जीतन राम मांझी को किसी भी निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है. उन्होंने कहा कि जो भी निर्णय लिया जाएगा, वह पार्टी और राज्य की जनता के हित में होगा.
क्या बोले थे जीतन राम मांझी : जीतन राम मांझी ने कहा था कि अभी मैं न्यूट्रल हूं. हमारी पार्टी छोटी है, हमको किसी न किसी का सहारा लेना पड़ेगा, चाहे वह कोई भी हो. हमारी पार्टी को कहे (नीतीश कुमार) कि छोटे-छोटे चलने वाले दुकान बंद कर दीजिए. विलय कर लीजिए, नहीं तो बाहर हो जाइए.