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Eid Significance : आपसी भाईचारे का त्योहार है ईद, जानिए इसका महत्व और इतिहास - eid ul fitr 2023 in india

Eid Ul Fitr या ईद का त्योहार भारत के कई राज्यों में आज हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. ईद को आपसी भाईचारे का त्योहार कहा जाता है. मुस्लिम समाज के लोग एक-दूसरे को गले मिलकर और मुंह मीठा कराकर बधाई देते हैं. तो आइए जानते हैं क्या है इस त्योहार को मनाने के पीछे की वजह और क्या है इस त्योहार में खास... Eid significance . Eid 2023 . eid ul fitr

Eid significance Eid 2023 celebrations
ईद का महत्व
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Published : Apr 20, 2023, 1:05 PM IST

Updated : Apr 22, 2023, 6:40 AM IST

ईद 2023 : भारत के कई राज्यों में आज ईद या ईद अल-फितर (फित्र) का त्योहार मनाया जा रहा है. इससे पहले रमजान के एक महीने के दौरान मुसलमान अपने परिवार और करीबी दोस्तों के साथ रोजा (उपवास) रखते हैं.इस दौरान मुस्लिम खास नमाज भी अदा करते हैं.साथ ही उन्हें मीठी ईद का बेसब्री से इंतजार रहता है. मीठी ईद, जिसे Eid ul fitr के नाम से भी जाना जाता है, शव्वाल के इस्लामी कैलेंडर महीने के पहले दिन मनाया जाता है. यह एक ऐसा त्योहार है जो विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत खास है और न केवल भारत में,बल्कि पूरी दुनिया में मुस्लिम समुदाय के लोग मीठी ईद को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. Eid significance . Eid 2023 . Eid ul fitr

इतिहास : ईद का त्योहार मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए प्रमुख त्योहारों में से एक है. रमजान के पवित्र महीने (रमजान 2023) के आखिरी दिन जब चांद नजर आता है तो अगले दिन Eid मनाई जाती है. रमजान की शुरुआत चांद के दिखने से होती है और इसका अंत भी चांद के दिखने पर निर्भर करता है. ईद को Ramzan के महीने का अंत भी माना जाता है.ईद को Mithi Eid (मीठी ईद) के नाम से भी जाना जाता है.मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन परोपकारी कार्य करते हैं, जैसे गरीबों को दान देना, भूखों को खाना खिलाना आदि.... साथ ही अल्लाह की इबादत करने के बाद नमाज अदा करते हैं.

इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार ईद-उल-फितर की शुरुआत खुद पैगंबर मुहम्मद के नेतृत्व में जंग-ए-बद्र के बाद हुई.कहा जाता है कि इस लड़ाई में मुस्लिम समुदाय के लोगों की जीत हुई थी. मुस्लिम समुदाय के लोग एक खास कैलेंडर का पालन करते हैं, जो चांद के दिखने से निर्धारित होता है. ईद के दिन लोग अल्लाह की इबादत करने के साथ-साथ 30 दिनों तक रोजे रखने की ताकत देने के लिए अल्लाह का शुक्रिया भी अदा करते हैं. साथ ही दान आदि देना. रमजान में मुस्लिम समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति को फितरा या जकात ( दान ) देना होता है.

यह त्योहार कब मनाया जाता है? : ईद उल फितर या मीठी ईद रमजान के एक महीने बाद मनाई जाती है. यह एक धार्मिक आनंदोत्सव है, जो आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने पर जोर देता है. त्योहार इस्लामी कैलेंडर में शव्वाल के महीने में चांद के दिखने के साथ शुरू होता है. जब इस महीने में पहली बार अर्धचंद्र दिखाई देता है, तब ईद मनाई जाती है.

हर साल एक ही तारीख को क्यों नहीं पड़ती ईद-उल-फितर? : होली, दिवाली की तरह ईद-उल-फितर मनाने की तारीख भी हर साल बदलती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हिजरी कैलेंडर एक चंद्र कैलेंडर है और यह चंद्रमा के विभिन्न चरणों पर निर्भर करता है.मुसलमानों के लिए एक नया महीना अर्धचंद्र के दर्शन के बाद ही शुरू होता हैऔर यह हर साल चंद्रमा की स्थिति के आधार पर बदल सकता है. ईद-उल-फितर का त्योहार पूरे विश्व में मुस्लिम समुदाय द्वारा मनाया जाता है. इस दौरान मुसलमान नमाज में हिस्सा लेते हैं. इस दिन को मनाने के लिए मुस्लिम नए कपड़े पहनते हैं और एक-दूसरे को ' ईद मुबारक ' कहते हैं. वहीं, बड़ों द्वारा छोटों को ' ईदी ' (Eidi) के रूप में उपहार भी दिया जाता है. eid ul fitr

Ramadan 2023 : कश्मीरी छात्रा ने पवित्र कुरान को याद कर अपने हाथों से लिखा

ईद 2023 : भारत के कई राज्यों में आज ईद या ईद अल-फितर (फित्र) का त्योहार मनाया जा रहा है. इससे पहले रमजान के एक महीने के दौरान मुसलमान अपने परिवार और करीबी दोस्तों के साथ रोजा (उपवास) रखते हैं.इस दौरान मुस्लिम खास नमाज भी अदा करते हैं.साथ ही उन्हें मीठी ईद का बेसब्री से इंतजार रहता है. मीठी ईद, जिसे Eid ul fitr के नाम से भी जाना जाता है, शव्वाल के इस्लामी कैलेंडर महीने के पहले दिन मनाया जाता है. यह एक ऐसा त्योहार है जो विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत खास है और न केवल भारत में,बल्कि पूरी दुनिया में मुस्लिम समुदाय के लोग मीठी ईद को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. Eid significance . Eid 2023 . Eid ul fitr

इतिहास : ईद का त्योहार मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए प्रमुख त्योहारों में से एक है. रमजान के पवित्र महीने (रमजान 2023) के आखिरी दिन जब चांद नजर आता है तो अगले दिन Eid मनाई जाती है. रमजान की शुरुआत चांद के दिखने से होती है और इसका अंत भी चांद के दिखने पर निर्भर करता है. ईद को Ramzan के महीने का अंत भी माना जाता है.ईद को Mithi Eid (मीठी ईद) के नाम से भी जाना जाता है.मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन परोपकारी कार्य करते हैं, जैसे गरीबों को दान देना, भूखों को खाना खिलाना आदि.... साथ ही अल्लाह की इबादत करने के बाद नमाज अदा करते हैं.

इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार ईद-उल-फितर की शुरुआत खुद पैगंबर मुहम्मद के नेतृत्व में जंग-ए-बद्र के बाद हुई.कहा जाता है कि इस लड़ाई में मुस्लिम समुदाय के लोगों की जीत हुई थी. मुस्लिम समुदाय के लोग एक खास कैलेंडर का पालन करते हैं, जो चांद के दिखने से निर्धारित होता है. ईद के दिन लोग अल्लाह की इबादत करने के साथ-साथ 30 दिनों तक रोजे रखने की ताकत देने के लिए अल्लाह का शुक्रिया भी अदा करते हैं. साथ ही दान आदि देना. रमजान में मुस्लिम समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति को फितरा या जकात ( दान ) देना होता है.

यह त्योहार कब मनाया जाता है? : ईद उल फितर या मीठी ईद रमजान के एक महीने बाद मनाई जाती है. यह एक धार्मिक आनंदोत्सव है, जो आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने पर जोर देता है. त्योहार इस्लामी कैलेंडर में शव्वाल के महीने में चांद के दिखने के साथ शुरू होता है. जब इस महीने में पहली बार अर्धचंद्र दिखाई देता है, तब ईद मनाई जाती है.

हर साल एक ही तारीख को क्यों नहीं पड़ती ईद-उल-फितर? : होली, दिवाली की तरह ईद-उल-फितर मनाने की तारीख भी हर साल बदलती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हिजरी कैलेंडर एक चंद्र कैलेंडर है और यह चंद्रमा के विभिन्न चरणों पर निर्भर करता है.मुसलमानों के लिए एक नया महीना अर्धचंद्र के दर्शन के बाद ही शुरू होता हैऔर यह हर साल चंद्रमा की स्थिति के आधार पर बदल सकता है. ईद-उल-फितर का त्योहार पूरे विश्व में मुस्लिम समुदाय द्वारा मनाया जाता है. इस दौरान मुसलमान नमाज में हिस्सा लेते हैं. इस दिन को मनाने के लिए मुस्लिम नए कपड़े पहनते हैं और एक-दूसरे को ' ईद मुबारक ' कहते हैं. वहीं, बड़ों द्वारा छोटों को ' ईदी ' (Eidi) के रूप में उपहार भी दिया जाता है. eid ul fitr

Ramadan 2023 : कश्मीरी छात्रा ने पवित्र कुरान को याद कर अपने हाथों से लिखा

Last Updated : Apr 22, 2023, 6:40 AM IST
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