ETV Bharat / bharat

मोबाइल फोन में ऑनलाइन गेम का साइड इफेक्ट, फोन बंद होते ही बीमार हुआ युवक - online mobile game addiction

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में ऑनलाइन गेम की लत के कारण एक युवक की हालत बिगड़ (condition of young man addicted to online games deteriorated) गई. वह मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसी हरकतें करने लगा. वह रोड पर हैकर आया चिल्लाते हुए बेतरतीब दौड़ने लगा. परिजनों ने उसे रस्सी से बांधकर काबू किया और फिर श्री सांवलियाजी राजकीय अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज चल रहा है.

online mobile game addiction
online mobile game addiction
author img

By

Published : Mar 26, 2022, 9:58 PM IST

चित्तौड़गढ़ (राजस्थान) . आज के डिजिटल युग में मोबाइल हर आम और खास व्यक्ति की जरूरत बन गया है. मगर कई लोग ऑनलाइन गेम के चक्कर में पड़कर अपने जीवन से ही खिलवाड़ कर रहे हैं. मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलने कारण कई लोग मानसिक रूप से बीमार होते जा रहे हैं.

ऐसा ही एक मामला राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के बानसेन में देखने को मिला है. यहां ऑनलाइन गेम का लती एक युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसी हरकत करने लगा है. वह 'हैकर-हैकर' 'पासवर्ड चेंज' आदि बोलते हुए रोड पर भागने लग जा रहा है. नौबत यहां तक आ गई है कि युवक को रस्सी से बांधकर रखना पड़ रहा है. परिजनों ने मामला बिगड़ता देख उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया है. मनोचिकित्सक की देखरेख में युवक का उपचार किया जा रहा है. मनोचिकित्सक का कहना है कि देर रात तक मोबाइल पर गेम खेलने और नींद पूरी नहीं होने के कारण ऐसी समस्या हो जाती है.

बिहार से आया था युवक
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिले के बानसेन इलाके में रहने वाले इरफान अंसारी को ऑनलाइन मोबाइल गेम खेलने की लत थी. वह पहले बिहार के छपरा में रहता था. कुछ दिन पहले ही परिजनों ने उसे यहां बुला लिया था. परिजनों के मुताबिक इरफान मोबाइल पर घंटों फ्री फायर गेम खेलता रहता था. मोबाइल पर गेम खेलने की उसे ऐसी लत थी कि फोन छीन लेने पर आक्रोशित हो जाता था. गुरुवार रात को भी वह गेम खेल रहा था कि अचानक उसका मोबाइल बंद हो गया. इसके बाद वह गुस्से में मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसी हरकतें करने लगा. वह बार-बार हैकर आया-हैकर आया, पासवर्ड चेंज और आईडी लॉक जैसे शब्द बोलने लगा. उसकी हरकतों से परिजन भी सकते में आ गए और उसे काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन काफी देर तक वह अजीबो-गरीब हरकत करता रहा.

शुक्रवार को वह उदयपुर हाईवे पर वाहन चालकों को रोक कर आईडी हैक करने की बात कहने लगा. उसके दोस्तों ने उसे किसी तरह काबू किया और एक खाट पर रस्सी से बांध दिया. बानसेन ग्राम पंचायत के सरपंच कन्हैयालाल वैष्णव ने बताया कि मोबाइल खराब होने से युवक की मानसिक हालत बिगड़ गई. मोबाइल उसके हाथ में था. उसके बाद भी अन्य लोगों पर आरोप लगा रहा था कि मोबाइल किसी ने चोरी कर लिया है.

इस संबंध में श्री सांवलियाजी राजकीय अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ. राजेश कुमार स्वामी ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 12 बजे इस युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रात को उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था. उन्होंने बताया कि पर्याप्त नींद नहीं लेने के कारण और देर तक मोबाइल देखने के कारण कभी-कभी इस तरह की स्थिति हो जाती है. फिलहाल युवक की हालत में सुधार है.

पढ़ें. ऑनलाइन गेम की लत में नाबालिग ने अपने चचेरे भाई की हत्या की

चित्तौड़गढ़ (राजस्थान) . आज के डिजिटल युग में मोबाइल हर आम और खास व्यक्ति की जरूरत बन गया है. मगर कई लोग ऑनलाइन गेम के चक्कर में पड़कर अपने जीवन से ही खिलवाड़ कर रहे हैं. मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलने कारण कई लोग मानसिक रूप से बीमार होते जा रहे हैं.

ऐसा ही एक मामला राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के बानसेन में देखने को मिला है. यहां ऑनलाइन गेम का लती एक युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसी हरकत करने लगा है. वह 'हैकर-हैकर' 'पासवर्ड चेंज' आदि बोलते हुए रोड पर भागने लग जा रहा है. नौबत यहां तक आ गई है कि युवक को रस्सी से बांधकर रखना पड़ रहा है. परिजनों ने मामला बिगड़ता देख उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया है. मनोचिकित्सक की देखरेख में युवक का उपचार किया जा रहा है. मनोचिकित्सक का कहना है कि देर रात तक मोबाइल पर गेम खेलने और नींद पूरी नहीं होने के कारण ऐसी समस्या हो जाती है.

बिहार से आया था युवक
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिले के बानसेन इलाके में रहने वाले इरफान अंसारी को ऑनलाइन मोबाइल गेम खेलने की लत थी. वह पहले बिहार के छपरा में रहता था. कुछ दिन पहले ही परिजनों ने उसे यहां बुला लिया था. परिजनों के मुताबिक इरफान मोबाइल पर घंटों फ्री फायर गेम खेलता रहता था. मोबाइल पर गेम खेलने की उसे ऐसी लत थी कि फोन छीन लेने पर आक्रोशित हो जाता था. गुरुवार रात को भी वह गेम खेल रहा था कि अचानक उसका मोबाइल बंद हो गया. इसके बाद वह गुस्से में मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसी हरकतें करने लगा. वह बार-बार हैकर आया-हैकर आया, पासवर्ड चेंज और आईडी लॉक जैसे शब्द बोलने लगा. उसकी हरकतों से परिजन भी सकते में आ गए और उसे काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन काफी देर तक वह अजीबो-गरीब हरकत करता रहा.

शुक्रवार को वह उदयपुर हाईवे पर वाहन चालकों को रोक कर आईडी हैक करने की बात कहने लगा. उसके दोस्तों ने उसे किसी तरह काबू किया और एक खाट पर रस्सी से बांध दिया. बानसेन ग्राम पंचायत के सरपंच कन्हैयालाल वैष्णव ने बताया कि मोबाइल खराब होने से युवक की मानसिक हालत बिगड़ गई. मोबाइल उसके हाथ में था. उसके बाद भी अन्य लोगों पर आरोप लगा रहा था कि मोबाइल किसी ने चोरी कर लिया है.

इस संबंध में श्री सांवलियाजी राजकीय अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ. राजेश कुमार स्वामी ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 12 बजे इस युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रात को उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था. उन्होंने बताया कि पर्याप्त नींद नहीं लेने के कारण और देर तक मोबाइल देखने के कारण कभी-कभी इस तरह की स्थिति हो जाती है. फिलहाल युवक की हालत में सुधार है.

पढ़ें. ऑनलाइन गेम की लत में नाबालिग ने अपने चचेरे भाई की हत्या की

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.