नवादा: क्या आपने कभी चार हाथ चार पांव वाले मनुष्य (child with 4 hand 4 leg in Nawada) को देखा है. अगर नहीं, तो नवादा में एक बच्ची ऐसी ही है, जिसे देखने के लिए लोग व्याकुल दिखे. वारसलीगंज प्रखंड के हेमजा पंचायत की रहने वाली चौमुखी कुमारी (Chaumukhi Kumari of Hemja Panchayat) चहुं ओर कौतूहल का केंद्र बनी हुई है. हालांकि उसके माता-पिता बच्ची को लेकर काफी परेशान हैं.
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चौमुखी कुमारी अपने गांव में अलग तरह की बच्ची है. जो ना किसी के साथ खेल सकती है और ना ही किसी के साथ बात कर सकती है. गांव के अन्य बच्चे भी उसे देख कर डर जाते हैं. ऐसे में एक नन्हीं सी बच्ची चार पैर और चार हाथ के साथ अपनी नन्ही सी जिंदगी जी रही है. माता-पिता भी काफी गरीब होने के कारण इलाज के लिए दर-दर भटक रहे हैं.
"हमलोग नवादा जिले के वारसलीगंज प्रखंड के हेमजा पंचायत के निवासी हैं. यह बच्ची जन्म से ही ऐसी है. डीएम से मिलने आए हैं. ताकि कुछ मदद मिल सके. ऑपरेशन के लिए एक मेडिकल गए थे लेकिन डॉक्टर ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया था. निराश होकर घर लौट आया. अभाव में बच्ची का इलाज नहीं करा पाया.''- बसंत पासवान, चौमुखी के पिता
पिता इलाज करवाने में सक्षम नहीं : चौमुखी के पिता जब उसका इलाज करवाने के लिए अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर तो हैरान हो गए. डॉक्टरों को समझ नहीं आया कि करें तो करें क्या? धरती के भगवान ने भी इस मासूस का इलाज करने से मना कर दिया है. थक हारकर बसंत घर लौट गए. बच्ची के माता पिता आर्थिक स्थिति से काफी कमजोर है. पिता मजदूरी कर परिवार का पेट भरते हैं. उनके पास इतने पैसे नहीं है कि वे अपनी बच्ची का महंगे अस्पताल में इलाज करवा सकें.
परिवार में चार सदस्य हैं दिव्यांग : बसंत के परिवार में पांच सदस्य हैं, जिसमें चार दिव्यांग हैं. बसंत पासवान, पत्नी उषा देवी, गोद में रही बच्ची चौमुखी कुमारी के अलावा 11 साल का बेटा भी दिव्यांग है. इस दंपती को कुल तीन बच्चे हैंं. एक पुत्र व दो पुत्री. दोनों स्वयं दिव्यांग हैं, दो बच्चे भी दिव्यांग हैं. देखना है प्रशासनिक अमला इस दिव्यांग फैमिली के लिए क्या कुछ कर पाता है.
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