पटना: बिहार से जेडीयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल (Mla Gopal Mandal) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) में यात्रा करने के दौरान बनियान और अंडरवियर पहनकर यात्री से गाली-गलौज करने के मामले में जेडीयू विधायक समेत 4 लोगों पर केस दर्ज किया गया है.
इस मामले में जीरो FIR नई दिल्ली से पुलिस अधीक्षक, रेल विकास बर्मन को ईमेल के जरिए आवेदन आया. जिसके बाद रेल एसपी विकास बर्मन के निर्देश पर आरा जीआरपी (Ara GRP) में विधायक गोपाल मंडल, कुणाल सिंह, दिलीप कुमार, विजय मंडल पर एफआईआर दर्ज की गई है.
बता दें कि जदयू के विधायक गोपाल मंडल ने पटना (राजेन्द्र नगर) से नई दिल्ली जाने वाली तेजस राजधानी एक्सप्रेस (Tejas Rajdhani Express) में शर्मनाक हरकत की थी. विधायक की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वे अपने कपड़े उतारकर घूमते नजर आये थे. गोपाल मंडल सिर्फ बनियान और अंडरवियर में ही दिखे थे.
जदयू विधायक की इस हरकत को देखकर ट्रेन में यात्रा कर रहे अन्य यात्रियों ने जब इसका विरोध किया तो उन्होंने कथित तौर पर उन्हें गालियां भी दी. उन्होंने चलती ट्रेन में कोच के अंदर खूब हंगामा किया. इसके बाद ट्रेन में स्कोर्ट कर रही RPF की टीम मौके पर पहुंची. विधायक और पैसेंजर को समझाने की कोशिश की. यह मामला तब हुआ जब ट्रेन दिलदारनगर स्टेशन को पास कर चुकी थी. इस बात की पुष्टि RPF ने की है.
वहीं, पीड़ित यात्री प्रहलाद पासवान ने विधायक और उनके समर्थकों पर मारपीट करने के साथ ही गले में पहने 20 ग्राम के सोने की चेन, और अंगूठी छीनने का आरोप लगाया है. एफआईआर में जातिसूचक शब्द का भी इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाया गया है. प्रहलाद पासवान से इस पूरे मामले को लेकर फोन पर बात की है. इस दौरान प्रहलाद पासवान ने कहा कि जिस समय विधायक गंजी-जांघिया में घूम रहे थे, उस दौरान वे खुद और उनके तीन सहयोगी भी शराब के नशे में थे.
प्रहलाद पासवान ने ईटीवी भारत से बताया कि उनकी गलती सिर्फ इतनी है कि उन्होंने विधायक को गंजी-जांघिया में देख इतना कह दिया कि कम से कम गमछा लपेट लीजिए. यह बात उन्हें काफी बुरा लगी. जिसके बाद विधायक और उनके सहयोगियों ने उन्हें पूरे रास्ते परेशान किया और मुंह में गंदा पानी डाल दिया.
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शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने सिर्फ इस बात को लेकर विरोध किया था कि ट्रेन में महिलाएं और अन्य यात्री भी होते हैं. उन्होंने बताया कि गोपालमंडल और प्रहलाद तेजस राजधानी एक्सप्रेस के कोच नंबर ए-1 के सीट नंबर 13, 14 और 15 में सफर कर रहे थे.
तेज कोचस एक्सप्रेस क कोच में विधायक और उनके समर्थक जब हंगामा कर रहे थे, तभी आरपीएफ के जवान वहां पहुंचे. बाद में काफी संख्या में फोर्स बुलाया गया. उस समय ट्रेन पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन पहुंचने वाली थी. बाद में सभी को समझा-बुझाकर ट्रेन को आगे बढ़ाया गया.
हालांकि, इसके बाद विधायक गोपाल मंडल ने बयान देते हुए कहा कि उनका पेट खराब हो गया था. उन्हें जोर की शौच लगी थी, जिस कारण से वे कुछ पहन नहीं सके. इसी बीच प्रहलाद पासवान ने उनका हाथ पकड़ लिया. गोपाल मंडल ने गाली गलौज करने की बात स्वीकार की है. लेकिन उन्होंने प्रहलाद पर शराब के नशे में होने का आरोप लगाया है.
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के विधायक गोपाल मंडल (Gopal Mandal) के कथित अभद्र व्यवहार पर नरमी से पेश आये. शनिवार को जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से पूछा कि गोपाल मंडल के खिलाफ उनके व्यवहार के लिए क्या कार्रवाई की जा रही है, तो उन्होंने कहा, "ये चीजें होती रहती हैं. जांच चल रही है."
क्या है ज़ीरो एफआईआर?
अगर शिकायती के साथ किया गया अपराध उस थाना क्षेत्र से बाहर हुआ हो, जहां शिकायत लेकर शिकायती पहुंचता है, तो भी पुलिस को शिकायती की शिकायत के आधार पर केस दर्ज करना होगा. ऐसी स्थिति में बाद में शिकायत को संबंधित थाने में ट्रांसफर कर दिया जाता है. इस तरह की प्राथमिकी को ZERO FIR कहा जाता है.
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