ETV Bharat / bharat

जानिए कहां मठ में 14 दिनों के बाद 90 वर्षीय बौद्ध भिक्षु का अंतिम संस्कार किया गया

बौद्ध भिक्षु गेशे फुंटसोक (90) का निधन होने के 14 दिन बाद गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया. बौद्ध भिक्षु का उत्तर कन्नड़ जिले के मुंडागोडु तालुक की तिब्बती कॉलोनी के शार गादेन मठ में निधन हो गया था.

बौद्ध भिक्षु का अंतिम संस्कार
बौद्ध भिक्षु का अंतिम संस्कार
author img

By

Published : Sep 24, 2021, 12:53 PM IST

Updated : Sep 24, 2021, 2:10 PM IST

उत्तर कन्नड़ (कर्नाटक): बौद्ध भिक्षु गेशे फुंटसोक (90) का निधन होने के 14 दिन बाद गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया. बौद्ध भिक्षु का उत्तर कन्नड़ जिले के मुंडागोडु तालुक की तिब्बती कॉलोनी के शार गादेन मठ में 9 सितम्बर को निधन हो गया था.

एक रिपोर्ट.

बताया जाता है कि अन्य भिक्षु उनकी आत्मा के शरीर छोड़ने का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान वह मठ में ही अन्य बौद्ध भिक्षुओं के द्वारा मृत बौद्ध भिक्षु के शव की पूजा कर रहे थे. उनका मानना था कि आत्मा ने भिक्षु के शरीर को नहीं छोड़ा है.

इतना ही नहीं वरिष्ठ भिक्षु प्रतिदिन उस कमरे में जाकर बौद्ध भिक्षु के शव को देखते बताते थे कि आत्मा ने शरीर छोड़ा है कि नहीं. उनके द्वारा आत्मा के शरीर को छोड़ देने की पुष्टि किए जाने के बाद मृत बौद्ध भिक्षु का 14 दिनों के बाद शार गादेन मठ में अंतिम संस्कार किया गया.

ये भी पढ़ें - संकष्टी चतुर्थी : गणेश जी को ऐसे करें प्रसन्न, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

उत्तर कन्नड़ (कर्नाटक): बौद्ध भिक्षु गेशे फुंटसोक (90) का निधन होने के 14 दिन बाद गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया. बौद्ध भिक्षु का उत्तर कन्नड़ जिले के मुंडागोडु तालुक की तिब्बती कॉलोनी के शार गादेन मठ में 9 सितम्बर को निधन हो गया था.

एक रिपोर्ट.

बताया जाता है कि अन्य भिक्षु उनकी आत्मा के शरीर छोड़ने का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान वह मठ में ही अन्य बौद्ध भिक्षुओं के द्वारा मृत बौद्ध भिक्षु के शव की पूजा कर रहे थे. उनका मानना था कि आत्मा ने भिक्षु के शरीर को नहीं छोड़ा है.

इतना ही नहीं वरिष्ठ भिक्षु प्रतिदिन उस कमरे में जाकर बौद्ध भिक्षु के शव को देखते बताते थे कि आत्मा ने शरीर छोड़ा है कि नहीं. उनके द्वारा आत्मा के शरीर को छोड़ देने की पुष्टि किए जाने के बाद मृत बौद्ध भिक्षु का 14 दिनों के बाद शार गादेन मठ में अंतिम संस्कार किया गया.

ये भी पढ़ें - संकष्टी चतुर्थी : गणेश जी को ऐसे करें प्रसन्न, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Last Updated : Sep 24, 2021, 2:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.