पेशावर : पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी शहर पेशावर में जुमे (शुक्रवार) की नमाज़ के दौरान एक शिया मस्जिद में शक्तिशाली आत्मघाती बम विस्फोट में कम से कम 56 लोगों की मौत हो गई और तकरीबन 200 लोग जख्मी हो गए. यह अफगानिस्तान की सरहद से लगते अशांत प्रांत में हुए सबसे घातक हमलों में से एक है. विस्फोट किस्सा ख्वानी बाजार (Qissa Khwani bazaar) के नज़दीक इमामबारगाह में उस वक्त हुआ जब लोग जुमे की नमाज़ अदा कर रहे थे. इस्लामिक स्टेट ने विस्फोट की जिम्मेदारी ली है.
अफगानिस्तान की सीमा से लगते खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत की राजधानी पेशावर में विस्फोट की जिम्मेदारी किसी भी समूह ने फौरन नहीं ली है. मगर इस्लामिक स्टेट और कट्टरपंथी आतंकवादी समूह अतीत में शिया समुदाय पर घातक हमलों की ज़िम्मेदारी ले चुके हैं. लेडी रीडिंग अस्पताल (एलएचआर) के प्रवक्ता आसिम खान ने पुष्टि की कि विस्फोट में कम से कम 56 लोगों की मौत हुई है और 194 लोग जख्मी हुए हैं.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि आत्मघाती हमलावर काले रंग के कपड़े पहने हुए था और जैसे ही वह मस्जिद में घुसा, उसने पहले सुरक्षा कर्मी की गोली मारकर हत्या की और फिर पांच-छह गोलियां चलाईं. प्रत्यक्षदर्शी ने 'जियो न्यूज़' से कहा, 'इसके बाद, वह (मस्जिद) के मुख्य हॉल में आया और मिम्बर (वह स्थान जहां इमाम बैठकर बयान देते हैं) के सामने खुद को उड़ा लिया। इसके बाद वहां शव और जख्मी लोग पड़े हुए थे.'
खैबर पख्तूनख्वाह सरकार के प्रवक्ता बैरिस्टर मोहम्मद अली सैफ ने बताया कि यह विस्फोट आत्मघाती हमला था और हमले में दो आतंकवादी शामिल थे. मीडिया कर्मियों से बातचीत में पेशावर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (अभियान) हारून रशीद खान ने कहा कि आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया. उन्होंने कहा कि दो हमलावर थे जिनमें से सिर्फ एक ही आत्मघाती था.
पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) एमजे अंसारी ने बताया कि मस्जिद में घुसने के बाद आतंकवादी ने पहले नमाज़ियों पर गोलीबारी की और फिर खुद को उड़ा लिया. उन्होंने कहा कि विस्फोट में पांच-छह किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है जो मस्जिद की तीसरी सफ (कतार) में हुआ है. अस्पताल में आपातकाल घोषित कर दिया गया है और छुट्टी पर गए डॉक्टरों को ड्यूटी के लिए बुलाया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि कुछ घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है. राजधानी शहर पेशावर के पुलिस अधिकारी एजाज़ अहसन ने बताया कि दो हमलावरों ने मस्जिद में घुसने की कोशिश की और वहां तैनात पुलिस कर्मियों पर गोलीबारी की. उन्होंने बताया कि इसमें एक पुलिस कर्मी की मौत हो गई है जबकि दूसरा गंभीर रूप से जख्मी हो गया है. अहसन ने बताया कि गोलीबारी के बाद विस्फोट हुआ.
राष्ट्रपति अल्वी, पीएम इमरान ने की निंदा
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने विस्फोट की निंदा करते हुए इसमें जन हानि पर दुख जताया है. प्रधानमंत्री इमरान खान ने पेशावर में हुए विस्फोट की कड़ी निंदा की और अधिकारियों को घायलों का इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए तथा संबंधित अफसरों से रिपोर्ट मांगी. गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने प्रांत के मुख्य सचिव और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) से घटना पर रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने कहा, 'किसी तरह के खतरे की खबर नहीं थी... हमारी कुछ दिन पहले बैठक हुई थी लेकिन खतरे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.' खैबर पख्तूनख्वाह के मुख्यमंत्री महमूद खान ने विस्फोट की निंदा करते हुए इस जघन्य कृत्य के गुनाहगारों को इंसाफ के दायरे में लाने का संकल्प लिया.
उन्होंने कहा कि इबादतगाहों में लोगों को निशाना बनाना अमानवीय और ज़ालिम कृत्य है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों का बेहतरीन इलाज सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने अफगानिस्तान की सीमा से लगते प्रांत में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए अपने सरकारी आवास पर एक आपात बैठक की है.
पीएमएल-एन के प्रमुख और राष्ट्रीय असेम्बली में विपक्ष के नेता शाहबाज़ शरीफ ने ट्वीट किया, 'पेशावर में दुखद आतंकवादी घटना हुई है जिसमें कई सारी कीमती जानें चली गई हैं. इस क्रूरता की निंदा करने के लिए शब्द नाकाफी हैं.' उन्होंने कहा, 'आतंकवाद हमारी सबसे बड़ी राष्ट्रीय चुनौती बना हुआ है. शोक संतप्त परिवारों के लिए संवेदनाएं.' पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी ने कहा कि अगर आतंकवाद की ज़रखे़ज़ जमीन को खत्म कर दिया जाता तो यह हमला नहीं हुआ होता. उनके बेटे और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने भी एक अलग बयान में हमले की निंदा की.
पढ़ें- पाकिस्तान : मदरसे के पास धमाका, आठ बच्चों की मौत, 120 से ज्यादा घायल