पटनाः बिहार शिक्षा विभाग ने साल 2024 में छुट्टी का कैलेंडर जारी कर दिया है. इस बार छुट्टियों में भारी कटौती की गई है. पूर्व में महापुरुषों के जयंती के मौके पर अवकाश नहीं था, लेकिन अब इस दिन को छट्टी के लिस्ट में शामिल किया गया है. निर्देश भी दिया गया है कि इस दिन को विद्यालय में हर हाल में सेलिब्रेट करना है. हरतालिका तीज, जितिया, भाई दूज, रक्षा बंधन, मकर संक्रांति की छुट्टी रद्द कर दी गई है. इसके साथ ही कई छुट्टी में कटौती की गई है.
220 दिन खुले रहेंगे स्कूलः शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूल में छुट्टी को लेकर अधिसूचना जारी की है. प्रारंभिक विद्यालयों में कम से कम 220 दिन अध्यापन होना है. शिक्षा विभाग का कहना है कि नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी घोषित करने की कार्यवाही प्रक्रिया जारी है, इसलिए इन पर भी सरकारी अवकाश लागू होंगे. शिक्षा विभाग की छुट्टियों में भाई-बहन के प्रेम के प्रतिक त्योहार रक्षाबंधन की छुट्टी भी रद्द कर दी गई है. दशहरा के समय पहले दिन जो छुट्टी घोषित होती थी, उसे भी रद्द किया गया है. पहले 6 दिन की छुट्टी होती थी, जिसे 3 दिन कर दिया गया है.
30 दिनों की गर्मी छुट्टीः शिक्षा विभाग के 2024 के अवकाश तालिका में ग्रीष्म अवकाश 15 अप्रैल से 15 मई तक रखा गया है. यह भी निर्देश दिया गया है कि यह छुट्टी केवल विद्यार्थियों के लिए है. अवकाश के दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक, अध्यापक और शिक्षक सरकारी कैलेंडर के अनुसार विद्यालय में आएंगे. ग्रीष्म अवकाश के दौरान भी पेरेंट्स टीचर मीटिंग होगी. इसके अलावा कमजोर छात्रों के लिए विशेष कक्षाएं होंगी. विशेष कक्षाएं के साथ विशेष परीक्षाएं भी ली जाएगी.
महापुरुष की जयंती मनाने का निर्देशः शिक्षा विभाग ने अपने निर्देश में कहा है कि किसी भी सरकारी विद्यालय के प्राचार्य अपने स्तर से विद्यालय अवकाश की घोषणा नहीं करेंगे. यदि करते हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा विद्यालयों में वार्षिकोत्सव गणतंत्र दिवस स्वतंत्रता दिवस गांधी जयंती और अन्य महापुरुषों की जयंती भी अनिवार्य रूप से मनाई जाएगी. इसको लेकर सख्त निर्देश जारी किया गया है.
मुस्लिम अवकाश की तिथि में परिवर्तन संभवः शिक्षा विभाग की इस निर्देश के मुताबिक सप्ताह में शनिवार के दिन भोजन अवकाश के बाद अध्यापन कार्य होगा. अभिभावकों के साथ बैठक और बाल संसद भी आयोजित किए जाएंगे. शिक्षा विभाग ने कहा है कि चांद के दृष्टिगोचर होने के अनुसार मुस्लिम अवकाश की तिथि में परिवर्तन हो सकता है, जिसकी आधिसूचना निकाली जाएगी. कोई विद्यालय मुस्लिम बहुल क्षेत्र में है और उर्दू विद्यालय की तरह शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश घोषित करना चाहते हैं तो स्थानीय स्तर से अनुमति प्राप्त कर इसे घोषित कर सकते हैं. इसके बदले रविवार को कक्षाओं का संचालन होगा.
शिक्षकों और अभिभावकों में नाराजगीः नियोजित शिक्षकों का कहना है कि नियोजित शिक्षक पहले से ही नियमित की तरह काम कर रहे हैं. बिना नियमित हुए हजारों नियोजित शिक्षक रिटायर भी हो गए हैं. पहले भी अवकाश तालिका का पालन किया जाता था. मजदूर दिवस, वट सावित्री जैसे कई हिंदू धर्म के महान पर्वों की छुट्टियां रद्द की गई हैं. इस अवकाश तालिका से शिक्षकों में नाराजगी है. विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक भी शिक्षा विभाग के फैसले से नाराज हैं.
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