पटना: आखिरकार महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पेश हो गया. अब बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा. लेकिन बिल के लागू होने के लेकर एक तरफ संशय बना हुआ है तो दूसरी तरफ सियासी बयानबाजी खूब हो रही है. आरजेडी ने सवाल उठाया है कि 2024 के चुनाव में लोगों को गुमराह करने के लिए यह बिल लाया गया है.
महिला आरक्षण बिले पर तेजस्वी क्या बोले? : बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि, हम चाहते हैं कि इस बिल में हर समाज की महिलाओं के लिए आरक्षित सीट हो. हम इस बिल को पूरा समर्थन देंगे. हालांकि तेजस्वी ने सवाल उठाते हुए कहा कि ये बिल राज्यसभा से भी पास आज हो जाएगा, लेकिन कब लागू होगा इसका पता नहीं है.
''जनगणना होगी तब ये लागू होगा फिर इसके बाद परिसीमन होगा तब जबकर महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा. हम तो चाहते हैं इस पर काम जल्द से जल्द हो. ये बिल को गुमराह करने के लिए लाया जा रहा है. ये केवल जुमलेबाजी है.'' - तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री, बिहार
महिला आरक्षण बिल पर जेडीयू का स्टैंड : बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि अगर 2021 जनगणना में हो गया रहता तो महिला आरक्षण बिल लागू हो जाता. इसमें एससी-एसटी और पिछडा-अति पिछड़ा को भी लाभ मिले.
ललन सिंह ने केन्द्र को घेरा था : वैसे, लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर बहस के दौरान ललन सिंह ने केन्द्र सरकार पर महिलाओं को ठगने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि आप (केन्द्र) नारी नंदन नहीं, बल्कि अपना वंदन कर रहे हैं.