पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की वाराणसी में प्रस्तावित रैली फिलहाल स्थगित हो गई है. उत्तर प्रदेश के प्रभारी श्रवण कुमार ने इसकी जानकारी मीडिया से साझा की है. उन्होंने कहा कि जगह नहीं मिलने के कारण रैली को स्थगित करने का फैसला लिया गया है. बिहार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जल्द ही नई तारीख की घोषणा की जाएगी.
वाराणसी में नीतीश की रैली स्थगित : श्रवण कुमार ने कहा कि अधिकारियों पर दबाव बनाया गया. इसीलिए जगह महैया नहीं करायी गई. उन्होंने कहा कि रैली को रोकने के लिए षडयंत्र किया गया है. पर जेडीयू पीछे हटने वाली नहीं है. आने वाले दिनों में जल्द ही यह रैली होगी.
''पांच दिनों तक हमारे प्रतिनिधि मिलते रहे. वे लोग परमिशन को लेकर टालते रहे और आखिरकार कह दिया कि परमिशन नहीं दी जीएगी. जिस कॉलेज कैंपस में रैली प्रस्तावित थी उसके अधिकारी का कहना है कि हम अपने कॉलेज पर बुलडेजर नहीं चला सकते हैं.''- श्रवण कुमार, जेडीयू प्रभारी
जनता के बीच हमलोग जाएंगे : श्रवण कुमार यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि देश का संविधान खतरे में हैं. यह 'लोकतंत्र बचाओ, संविधान बचाओ' रैली थी. वाराणसी की जनता के बीच हमलोग जाएंगे और फिर से इस रैली को करने का संकल्प बनाएंगे.
बिहार में जमकर हो रही थी राजनीति : बता दें कि सीएम नीतीश कुमार की रैली को लेकर बिहार में सियासत गरमा गई थी. कई लोग यह कहने लगे थे कि नीतीश कुमार पीएम नरेन्द्र मोदी को 2024 में वाराणसी सीट पर चुनौती देंगे. I.N.D.I.A. गठबंधन के संदेश को क्लीयर करने के लिए नीतीश कुमार वाराणसी जाएंगे.
जेडूीयू नेता ने क्या कहा था? : बिहार सरकार में मंत्री जमा खान ने कहा था कि, ''हमलोग बनारस में 2024 के लिए बिगुल बजाने जा रहे हैं, इसलिए बीजेपी वालों को ठंड में पसीना छूट रहा है. परिवर्तन की लहर बढ़ी है और लहर जब बनेगी, तो वहीं से सीधे दिल्ली निकल जाएगी.''
रवि किशन ने 'फरिया' लेने की बात कही : इसके जवाब में बीजेपी ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी थी. प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा था कि, ''कोई फायदा नहीं होनेवाला है. वार्ड और पंचायत के चुनाव तो इनकी पार्टी जीत नहीं सकती और लोकसभा का ख्वाब ये देख रहे हैं.'' यही नहीं बीजेपी सांसद रवि किशन ने कहा था, ''आवा फरिया ल, जिंदगी खंड खंड बा नीतीश बाबू''
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