नई दिल्ली : शिवसेना नेता संजय राउत द्वारा इंदिरा गांधी और अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला पर दिए गए बयान को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि अगर राउत अपना बयान वापस न लेते तो मैं उनको इंदिरा गांधी के खिलाफ सुबूत देता.
ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा, 'मैंने स्वयं यह मामला 1980 के दशक में संसद में उठाया था. जब इंदिरा गांधी दोबारा चुनाव जीत कर आईं तो उन्होंने ने रंगराजन भाइयों पर लगे सभी केस वापस ले लिए थे.'
उन्होंने कहा कि राउत ने अपना बयान इसलिए वापस लिया है क्योंकि उनके बयान से कांग्रेस खफा हो जाएगी. अगर राउत अपना बयान वापस नहीं लेते तो मैं उनको इस मामले से जुड़े सबूत देता.
वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर लगे आरोपों को लेकर स्वामी ने कहा कि इस मामले पर उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उन पर जिसने आरोप लगाए, वह सुबूत दे.
उन्होंने कहा कि उस समय के गृह सचिव मोहरा साहब ने यह खुलकर कहा था कि उनके पास सारा चिट्ठा है कि कौन-कौन नेता किस अंडरवर्ल्ड के नेताओं से मिलते हैं और उन्होंने साफ तौर पर यह कहा था कि उन्हें सब मालूम है कि इन अंडरवर्ल्ड नेताओं के पास इन नेताओं का आना जाना है और वह उससे मदद लिया करते थे.
हालांकि गृह सचिव के इस बयान पर काफी बवाल मचा था, लेकिन बाद में जस्टिस रंगराजन ने भी इस पर अपनी रिपोर्ट दी थी और इस रिपोर्ट में सब कुछ लिखा था.
पढ़ें- इंदिरा गांधी पर विवादित बोल से उलझे संजय राउत, कहा- वापस लेता हूं बयान
डॉ. स्वामी ने अपने बयान पर, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय नोटों पर देवी लक्ष्मी की तस्वीर होनी चाहिए, पर सफाई देते हुए कहा कि यह बयान उन्होंने कोई सलाह मशविरा के तौर पर नहीं दिया था. उन्होंने कहा, 'मैंने एक कार्यक्रम में इंडोनेशिया की करेंसी की बात कही थी और कहा था कि जब वहां की करेंसी गिर रही थी, तो उन्होंने भगवान गणेश की तस्वीर छापी थी और जब मीडिया ने उनसे सवाल किया कि भारत की करेंसी पर किसकी तस्वीर होनी चाहिए तो इसके जवाब में उन्होंने यह कह दिया था कि भारतीय करेंसी में लक्ष्मी जी की फोटो होनी चाहिए.