ETV Bharat / bharat

कर्नाटक : दीपावली के लिए तैयार हो रहे इको फ्रेंडली दीए - Cow dung diyas for this Diwali

कर्नाटक के डोड्डाबल्लापुर में गाय के गोबर से तैयार इको फ्रेंडली दीए की खूब डिमांग है. गांव की महिलाएं दूध, दही, घी और गोबर मिलाकर दीए बना रही हैं. दिवाली के लिए तीन करोड़ दीयों की डिमांड है.

दीपावली के लिए बन रहे इको फ्रेंड़ली दिए
दीपावली के लिए बन रहे इको फ्रेंड़ली दिए
author img

By

Published : Oct 28, 2020, 3:17 PM IST

बेंगलुरु : गोबर से बने दीयों और सजावट के सामान का अब ग्रामीण अंचल में ही नहीं, बल्कि शहरों में भी क्रेज है. इस दीपावली पर पारंपरिक मिट्टी के दीयों के अलावा गोबर से बने डिजाइनर दीयों का उपयोग कर सकते हैं. यह पर्यावरण के अनुकूल दीये हैं.

यह इको-फ्रेंडली दीए कर्नाटक के डोड्डाबल्लापुर तालुक गोशाला में तैयार किया जा रहा है. साथ ही गाय के गोबर और लकड़ी के बुरादों से इको फ्रेंड़ली दीए बनाने वाली ग्रामीण महिलाएं जिलेभर में सुर्खियां बटोर रही हैं. यही नहीं महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी पेश कर रही हैं. महिलाओं ने गाय के गोबर और लकड़ी के बुरादे से इको फ्रेंड़ली दीया, गमला और झूमर जैसे सजावटी के सामान बनाकर रोजगार का नया साधन खोज लिया है.

दीपावली के लिए बन रहे इको फ्रेंडली दिए

पढ़ें :दीये की रोशनी से जगमगा उठा शहर, दीपावली जैसा दिखा नजारा

महिलांए दूध, दही, घी, के साथ अब गोबर से दीये बना रही हैं. दीपावली के लिए 3 करोड़ दीयों की मांग है और उनमें से 50 लाख गोशाला में दीए तैयार किए जा रहे हैं. दीया को लोगों तक पहुंचाने के लिए पशु कल्याण बोर्ड, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग और मुजराई विभाग से अपील की गई है.

बेंगलुरु : गोबर से बने दीयों और सजावट के सामान का अब ग्रामीण अंचल में ही नहीं, बल्कि शहरों में भी क्रेज है. इस दीपावली पर पारंपरिक मिट्टी के दीयों के अलावा गोबर से बने डिजाइनर दीयों का उपयोग कर सकते हैं. यह पर्यावरण के अनुकूल दीये हैं.

यह इको-फ्रेंडली दीए कर्नाटक के डोड्डाबल्लापुर तालुक गोशाला में तैयार किया जा रहा है. साथ ही गाय के गोबर और लकड़ी के बुरादों से इको फ्रेंड़ली दीए बनाने वाली ग्रामीण महिलाएं जिलेभर में सुर्खियां बटोर रही हैं. यही नहीं महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी पेश कर रही हैं. महिलाओं ने गाय के गोबर और लकड़ी के बुरादे से इको फ्रेंड़ली दीया, गमला और झूमर जैसे सजावटी के सामान बनाकर रोजगार का नया साधन खोज लिया है.

दीपावली के लिए बन रहे इको फ्रेंडली दिए

पढ़ें :दीये की रोशनी से जगमगा उठा शहर, दीपावली जैसा दिखा नजारा

महिलांए दूध, दही, घी, के साथ अब गोबर से दीये बना रही हैं. दीपावली के लिए 3 करोड़ दीयों की मांग है और उनमें से 50 लाख गोशाला में दीए तैयार किए जा रहे हैं. दीया को लोगों तक पहुंचाने के लिए पशु कल्याण बोर्ड, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग और मुजराई विभाग से अपील की गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.