सदन की कार्यवाही गुरुवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
लोकसभा की कार्यवाही गुरुवार पूर्वाह्न 11 बजे तक स्थगित - adhir ranjan chaudhary question
19:24 March 11
सदन की कार्यवाही गुरवार पूर्वाह्न 11 बजे तक स्थगित
19:12 March 11
यूपी से दंगा करने आए थे लोग - शाह
दिल्ली हिंसा पर बात करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में हिंसा फैलाने के लिए 300 से ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश से आए थे. उन्होंने यह भी कहा कि यह गहरी साजिश थी.
गृह मंत्री ने हिंसा में कुल 52 लोगों के मारे जाने की भी पुष्टि की.
18:58 March 11
कांग्रेस सांसदों का वॉक आउट
गृहमंत्री अमित शाह संसद में विपक्ष की बातों के जवाब दे रहे हैं. इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने वॉक आउट कर दिया. इसके चलते भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से यही करती आई है. भाजपा सांसदों ने आरोप लगाया कि जब भी बारी जवाब देने की आती है तो कांग्रेस वॉक आउट कर देती है.
18:53 March 11
हिंसा की चपेट में आई 20 लाख की आबादी
- हम यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि होली शांतिपूर्ण ढंग से मनाई जाए और इस क्रम में हम दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करना चाहते थे.
- दिल्ली की जनसंख्या 1.7 करोड़ है. हिंसा की चपेट में आए इलाके की आबादी 20 लाख है.
- काफी सारे सदस्यों ने एक सवाल उठाया कि दिल्ली पुलिस क्या कर रही थी? इस सदन के अंदर विपक्ष का ये दायित्व है कि सत्ता पक्ष और उसके अधीन विभागों की कड़ी आलोचना करे और उनकी निगरानी रखे और कहीं गलती होती है तो उसे सदन में भी और बाहर भी उठाए.
18:48 March 11
हिंसक घटनाओं पर दिल्ली पुलिस ने 36 घंटों में पाया काबू
गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस ने अपना काम बखूबी किया है और उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने 36 घंटों में हिंसक घटनाओं पर काबू पाया.
18:44 March 11
25 फरवरी के बाद से कोई भी हिंसा की घटना नहीं हुई - शाह
लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली हिंसा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही उन्होंने मृतकों के परिवार वालों को साथ सहानुभुति भी जताई.
उन्होंने कहा कि दिल्ली हिंसा को राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश की गई, जबकि ऐसा नहीं है. उन्होंने आगे दावा किया कि 25 फरवरी के बाद से कोई भी हिंसा की घटना नहीं हुई है.
18:28 March 11
हिंदुओं को भड़का रही सरकार : ओवैसी
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली हिंसा के तार ट्रंप के स्वागत कार्यक्रम से जोड़ते हुए गृहमंत्री पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जब दिल्ली हिंसा में भारतीयों की मौत हो रही थीं तो ट्रंप के आगमन पर नेवी बैंड क्यों प्ले किया जा रहा था.
उन्होंने कहा कि एक महिला ने पीएम की तुलना भगवान से की थी, लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि पीएम किस तरह के भगवान है जिनका दिल दिल्ली हिंसा में हुई इतनी मौतों पर नहीं पिघला. उन्होंने सरकार पर हिंदुओं को भड़काने का आरोप लगाया.
17:37 March 11
हिंसा की तारीख सुनियोजित : राजीव रंजन सिंह
कांग्रेस नेता राजीव रंजन सिंह ने दिल्ली हिंसा पर चर्चा के दौरान कहा कि जब ट्रंप का भारत दौरा सुनिश्चित था, तभी इस हिंसा की तारीख रखी गई. यह योजना पहले से ही बनाई गई थी.
16:46 March 11
हिंसा में मारे गए लोगों में 40 अल्पसंख्यक : सौगत रॉय
तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने दिल्ली हिंसा को लेकर कहा कि हिंसा में कुल 53 लोग मारे गए थे. इनमें से दो पुलिसकर्मी थे. 11 लोग बहुसंख्यक थे जबकि अल्पसंख्यकों का आंकड़ा 40 था. गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अजीत डोभाल को हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में क्यों जाना पड़ा. मैं पूछना चाहता हूं कि गृहमंत्री उस समय क्या कर रहे थे?
16:13 March 11
मीनाक्षी लेखी का अधीर रंजन पर पलटवार, कहा- चाहते क्या हो?
सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल द्वारा हिंसा क्षेत्रों का जायजा लेने वाली बात को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी पर पलटवार करते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा, 'एनएसए सुरक्षा का इंचार्ज होता है, यदि वह उतरते हैं तो इन्हें मुसीबत होती है, और यदि न भी उतरे तो भी मुसीबत. अगर आप गृहमंत्री की बात करते हैं तो वह सुपरवाइजरी बॉडी है. उन्हें सभी बातों का पता है. आप क्या चाहते हैं कि वह पुलिस स्टेशन में बैठ जाएं ताकि पुलिस का ध्यान हिंसा से हटकर उनपर रहे.'
वहीं, कांग्रेस राज में हुए दंगों पर बात करते हुए भाजपा सांसद ने कहा, 1194 दंगों में से 871 दंगे कांग्रेस शासनकाल में हुए, जिसका कुल प्रतिशत 73 है.
इसके अलावा दिल्ली हिंसा पर अपनी बात पूरी करते हुए लेखी ने गृहमंत्री को कहा कि बहुसंख्यक भले ही चुप हैं, लेकिन यह चुप्पी आपके साथ चट्टान बनकर खड़ी हुई है.
16:00 March 11
हिंसा में मरने वाले भारतीय : मीनाक्षी लेखी
भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली हिंसा पर बात करते हुए कहा कि इसमें मरने वाले भारतीय थे. उन्होंने आगे कहा कि यह हिंसा प्रायोजित थी. अंकित शर्मा पर 400 बार चाकुओं से हमला किया गया था.
दिल्ली हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराए गए कपिल मिश्रा को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें हिंसा के लिए जिम्मेदार कैसे ठहराया जा सकता है.
15:51 March 11
इंसानियत की पराजय हुई : अधीर रंजन चौधरी
सदन को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि दिल्ली हिंसा में अगर किसी की पराजय हुई है तो वह इंसानियत की पराजय हुई है. चौधरी ने कहा कि शाह हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में क्यों नहीं गए. देश में कोरोना का खौफ है तो शाह मास्क पहनकर भी जा सकते थे.
उन्होंने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कोरोना से ज्यादा भय इनका है.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन ने सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि डोभाल के सड़क पर उतरते ही हिंसा थम गई.
14:42 March 11
लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा शुरू
लोकसभा में दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर बहस शुरू हो चुकी है. सभी सदस्य इस मुद्दे पर अपनी अपनी बात रख रहे हैं.
14:27 March 11
सहमति-असहमति भारत के लोकतंत्र का मर्म है : लोकसभा अध्यक्ष
कांग्रेस के सभी सात सांसदों के निलंबन की वापसी पर संसद में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को संबोधित किया. उन्होंने कहा जो भी घटनाएं घटित हुईं, उससे उन्हें व्यक्तिगत रूप से पीड़ा हुई. अध्यक्ष ने कहा कि वह नहीं चाहते कि सदन की कार्यवाही में व्यवधान पैदा हो. उन्होंने कहा कि सहमति-असहमति भारत के लोकतंत्र का मर्म है.
13:40 March 11
लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू, सातों सांसदों का निलंबन वापस
संसद के हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही फिर से शुरु हो गई है. संसद में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई. बता दें कि बैठक के बाद स्पीकर ओम बिरला द्वारा सात कांग्रेस लोकसभा सांसदों का निलंबन रद कर दिया गया.
13:23 March 11
लोकसभा स्पीकर की ऑल पार्टी मीटिंग खत्म, सातों सांसदों का निलंबन वापस
लोकसभा स्पीकर की सर्वदलीय बैठक समाप्त हो गई है. सूत्रों की माने तो बैठक में सातों सांसदों का निलंबन वापस लेने का निर्णय लिया गया है.
12:43 March 11
सदन कैसे सुचारु चले, इसको लेकर सर्वदलीय बैठक जारी
सदन के सुचारु संचालन को लेकर संसद में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हो रही है.
12:43 March 11
विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित
विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित
नई दिल्ली : विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक बुधवार को शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इसके बाद उन्होंने घोषणा की कि दिल्ली में हिंसा मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य सदस्यों के नोटिस मिले हैं. नायडू ने कहा कि इस विषय पर आज लोकसभा में चर्चा हो रही है. इस विषय पर सदन में कल चर्चा होगी. इसके बाद उन्होंने सदन में शून्य काल शुरू करने को कहा. इसी दौरान वाम सदस्यों सहित विभिन्न दलों के सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दे उठाने का प्रयास किया. लेकिन सभापति ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी. सदन में हंगामे को देखते हुए उन्होंने 11 बजकर करीब पांच मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
10:36 March 11
LIVE लोकसभा
नई दिल्ली : कांग्रेस के सात सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग करते हुए लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस एवं द्रमुक के सदस्यों ने हंगामा किया, जिसके बाद कार्यवाही आरंभ होने के करीब 10 मिनट बाद दोपहर 1:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही कांग्रेस एवं द्रमुक के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए और निलंबन वापस लेने की मांग की.
सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और द्रमुक के नेता टीआर बालू अपने स्थान पर खड़े होकर कुछ कहने की कोशिश करते हुए देखे गए, हालांकि पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया.
कांग्रेस एवं द्रमुक सदस्यों ने 'निलंबन वापस लो', ‘गृह मंत्री सदन में आओ’ और ‘गृह मंत्री इस्तीफा दो’ के नारे लगाए.
सदन में नारेबाजी जारी रहने के बाद सोलंकी ने करीब 11:10 बजे कार्यवाही दोपहर 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि कांग्रेस के सात लोकसभा सदस्यों गौरव गोगोई, टी एन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बैनी बहनान, मणिकम टेगोर और गुरजीत सिंह औजला को गत बृहस्पतिवार को सदन का अनादर करने और ‘घोर कदाचार’ के मामले में मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया.
दूसरी तरफ आज दिल्ली हिंसा पर आज लोकसभा में चर्चा होगी. नियम 193 के तहत ये चर्चा की जाएगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शाम 5.30 बजे के आसपास लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा का जवाब देंगे. बता दें कि उत्तरपूर्वी दिल्ली में हाल में हुई हिंसा में 54 लोगों की मौत हुई थी और दो सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे. मामले में करीब 700 मुकदमे दर्ज किए हैं और 2,400 लोगों को पकड़ा गया है.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और बीजेपी सदस्य मीनाक्षी लेखी प्रकरण पर चर्चा शुरू करेंगे.
पुलिस ने बताया कि उत्तरपूर्वी दिल्ली में पिछले महीने हुई हिंसा के संबंध में 2,387 लोगों को या तो हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि अबतक 702 मामले दर्ज किए गए हैं.
बता दें कि कांग्रेस के सात लोकसभा सदस्यों को सदन का अपमान करने और 'घोर कदाचार' के मामले में मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था.
पीठासीन सभापति मीनाक्षी लेखी ने कहा था कि कांग्रेस सदस्यों द्वारा अध्यक्षीय पीठ से बलपूर्वक कागज छीने जाने और उछालने का ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण आचरण संसदीय इतिहास में संभवत: पहली बार हुआ है.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस सदस्यों गौरव गोगोई, टी एन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बैनी बहनान, मणिकम टेगोर और गुरजीत सिंह औजला को निलंबित करने संबंधी प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया था.
19:24 March 11
सदन की कार्यवाही गुरवार पूर्वाह्न 11 बजे तक स्थगित
सदन की कार्यवाही गुरुवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
19:12 March 11
यूपी से दंगा करने आए थे लोग - शाह
दिल्ली हिंसा पर बात करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में हिंसा फैलाने के लिए 300 से ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश से आए थे. उन्होंने यह भी कहा कि यह गहरी साजिश थी.
गृह मंत्री ने हिंसा में कुल 52 लोगों के मारे जाने की भी पुष्टि की.
18:58 March 11
कांग्रेस सांसदों का वॉक आउट
गृहमंत्री अमित शाह संसद में विपक्ष की बातों के जवाब दे रहे हैं. इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने वॉक आउट कर दिया. इसके चलते भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से यही करती आई है. भाजपा सांसदों ने आरोप लगाया कि जब भी बारी जवाब देने की आती है तो कांग्रेस वॉक आउट कर देती है.
18:53 March 11
हिंसा की चपेट में आई 20 लाख की आबादी
- हम यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि होली शांतिपूर्ण ढंग से मनाई जाए और इस क्रम में हम दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करना चाहते थे.
- दिल्ली की जनसंख्या 1.7 करोड़ है. हिंसा की चपेट में आए इलाके की आबादी 20 लाख है.
- काफी सारे सदस्यों ने एक सवाल उठाया कि दिल्ली पुलिस क्या कर रही थी? इस सदन के अंदर विपक्ष का ये दायित्व है कि सत्ता पक्ष और उसके अधीन विभागों की कड़ी आलोचना करे और उनकी निगरानी रखे और कहीं गलती होती है तो उसे सदन में भी और बाहर भी उठाए.
18:48 March 11
हिंसक घटनाओं पर दिल्ली पुलिस ने 36 घंटों में पाया काबू
गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस ने अपना काम बखूबी किया है और उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने 36 घंटों में हिंसक घटनाओं पर काबू पाया.
18:44 March 11
25 फरवरी के बाद से कोई भी हिंसा की घटना नहीं हुई - शाह
लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली हिंसा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही उन्होंने मृतकों के परिवार वालों को साथ सहानुभुति भी जताई.
उन्होंने कहा कि दिल्ली हिंसा को राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश की गई, जबकि ऐसा नहीं है. उन्होंने आगे दावा किया कि 25 फरवरी के बाद से कोई भी हिंसा की घटना नहीं हुई है.
18:28 March 11
हिंदुओं को भड़का रही सरकार : ओवैसी
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली हिंसा के तार ट्रंप के स्वागत कार्यक्रम से जोड़ते हुए गृहमंत्री पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जब दिल्ली हिंसा में भारतीयों की मौत हो रही थीं तो ट्रंप के आगमन पर नेवी बैंड क्यों प्ले किया जा रहा था.
उन्होंने कहा कि एक महिला ने पीएम की तुलना भगवान से की थी, लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि पीएम किस तरह के भगवान है जिनका दिल दिल्ली हिंसा में हुई इतनी मौतों पर नहीं पिघला. उन्होंने सरकार पर हिंदुओं को भड़काने का आरोप लगाया.
17:37 March 11
हिंसा की तारीख सुनियोजित : राजीव रंजन सिंह
कांग्रेस नेता राजीव रंजन सिंह ने दिल्ली हिंसा पर चर्चा के दौरान कहा कि जब ट्रंप का भारत दौरा सुनिश्चित था, तभी इस हिंसा की तारीख रखी गई. यह योजना पहले से ही बनाई गई थी.
16:46 March 11
हिंसा में मारे गए लोगों में 40 अल्पसंख्यक : सौगत रॉय
तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने दिल्ली हिंसा को लेकर कहा कि हिंसा में कुल 53 लोग मारे गए थे. इनमें से दो पुलिसकर्मी थे. 11 लोग बहुसंख्यक थे जबकि अल्पसंख्यकों का आंकड़ा 40 था. गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अजीत डोभाल को हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में क्यों जाना पड़ा. मैं पूछना चाहता हूं कि गृहमंत्री उस समय क्या कर रहे थे?
16:13 March 11
मीनाक्षी लेखी का अधीर रंजन पर पलटवार, कहा- चाहते क्या हो?
सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल द्वारा हिंसा क्षेत्रों का जायजा लेने वाली बात को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी पर पलटवार करते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा, 'एनएसए सुरक्षा का इंचार्ज होता है, यदि वह उतरते हैं तो इन्हें मुसीबत होती है, और यदि न भी उतरे तो भी मुसीबत. अगर आप गृहमंत्री की बात करते हैं तो वह सुपरवाइजरी बॉडी है. उन्हें सभी बातों का पता है. आप क्या चाहते हैं कि वह पुलिस स्टेशन में बैठ जाएं ताकि पुलिस का ध्यान हिंसा से हटकर उनपर रहे.'
वहीं, कांग्रेस राज में हुए दंगों पर बात करते हुए भाजपा सांसद ने कहा, 1194 दंगों में से 871 दंगे कांग्रेस शासनकाल में हुए, जिसका कुल प्रतिशत 73 है.
इसके अलावा दिल्ली हिंसा पर अपनी बात पूरी करते हुए लेखी ने गृहमंत्री को कहा कि बहुसंख्यक भले ही चुप हैं, लेकिन यह चुप्पी आपके साथ चट्टान बनकर खड़ी हुई है.
16:00 March 11
हिंसा में मरने वाले भारतीय : मीनाक्षी लेखी
भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली हिंसा पर बात करते हुए कहा कि इसमें मरने वाले भारतीय थे. उन्होंने आगे कहा कि यह हिंसा प्रायोजित थी. अंकित शर्मा पर 400 बार चाकुओं से हमला किया गया था.
दिल्ली हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराए गए कपिल मिश्रा को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें हिंसा के लिए जिम्मेदार कैसे ठहराया जा सकता है.
15:51 March 11
इंसानियत की पराजय हुई : अधीर रंजन चौधरी
सदन को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि दिल्ली हिंसा में अगर किसी की पराजय हुई है तो वह इंसानियत की पराजय हुई है. चौधरी ने कहा कि शाह हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में क्यों नहीं गए. देश में कोरोना का खौफ है तो शाह मास्क पहनकर भी जा सकते थे.
उन्होंने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कोरोना से ज्यादा भय इनका है.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन ने सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि डोभाल के सड़क पर उतरते ही हिंसा थम गई.
14:42 March 11
लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा शुरू
लोकसभा में दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर बहस शुरू हो चुकी है. सभी सदस्य इस मुद्दे पर अपनी अपनी बात रख रहे हैं.
14:27 March 11
सहमति-असहमति भारत के लोकतंत्र का मर्म है : लोकसभा अध्यक्ष
कांग्रेस के सभी सात सांसदों के निलंबन की वापसी पर संसद में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को संबोधित किया. उन्होंने कहा जो भी घटनाएं घटित हुईं, उससे उन्हें व्यक्तिगत रूप से पीड़ा हुई. अध्यक्ष ने कहा कि वह नहीं चाहते कि सदन की कार्यवाही में व्यवधान पैदा हो. उन्होंने कहा कि सहमति-असहमति भारत के लोकतंत्र का मर्म है.
13:40 March 11
लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू, सातों सांसदों का निलंबन वापस
संसद के हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही फिर से शुरु हो गई है. संसद में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई. बता दें कि बैठक के बाद स्पीकर ओम बिरला द्वारा सात कांग्रेस लोकसभा सांसदों का निलंबन रद कर दिया गया.
13:23 March 11
लोकसभा स्पीकर की ऑल पार्टी मीटिंग खत्म, सातों सांसदों का निलंबन वापस
लोकसभा स्पीकर की सर्वदलीय बैठक समाप्त हो गई है. सूत्रों की माने तो बैठक में सातों सांसदों का निलंबन वापस लेने का निर्णय लिया गया है.
12:43 March 11
सदन कैसे सुचारु चले, इसको लेकर सर्वदलीय बैठक जारी
सदन के सुचारु संचालन को लेकर संसद में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हो रही है.
12:43 March 11
विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित
विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित
नई दिल्ली : विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक बुधवार को शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इसके बाद उन्होंने घोषणा की कि दिल्ली में हिंसा मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य सदस्यों के नोटिस मिले हैं. नायडू ने कहा कि इस विषय पर आज लोकसभा में चर्चा हो रही है. इस विषय पर सदन में कल चर्चा होगी. इसके बाद उन्होंने सदन में शून्य काल शुरू करने को कहा. इसी दौरान वाम सदस्यों सहित विभिन्न दलों के सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दे उठाने का प्रयास किया. लेकिन सभापति ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी. सदन में हंगामे को देखते हुए उन्होंने 11 बजकर करीब पांच मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
10:36 March 11
LIVE लोकसभा
नई दिल्ली : कांग्रेस के सात सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग करते हुए लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस एवं द्रमुक के सदस्यों ने हंगामा किया, जिसके बाद कार्यवाही आरंभ होने के करीब 10 मिनट बाद दोपहर 1:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही कांग्रेस एवं द्रमुक के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए और निलंबन वापस लेने की मांग की.
सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और द्रमुक के नेता टीआर बालू अपने स्थान पर खड़े होकर कुछ कहने की कोशिश करते हुए देखे गए, हालांकि पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया.
कांग्रेस एवं द्रमुक सदस्यों ने 'निलंबन वापस लो', ‘गृह मंत्री सदन में आओ’ और ‘गृह मंत्री इस्तीफा दो’ के नारे लगाए.
सदन में नारेबाजी जारी रहने के बाद सोलंकी ने करीब 11:10 बजे कार्यवाही दोपहर 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि कांग्रेस के सात लोकसभा सदस्यों गौरव गोगोई, टी एन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बैनी बहनान, मणिकम टेगोर और गुरजीत सिंह औजला को गत बृहस्पतिवार को सदन का अनादर करने और ‘घोर कदाचार’ के मामले में मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया.
दूसरी तरफ आज दिल्ली हिंसा पर आज लोकसभा में चर्चा होगी. नियम 193 के तहत ये चर्चा की जाएगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शाम 5.30 बजे के आसपास लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा का जवाब देंगे. बता दें कि उत्तरपूर्वी दिल्ली में हाल में हुई हिंसा में 54 लोगों की मौत हुई थी और दो सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे. मामले में करीब 700 मुकदमे दर्ज किए हैं और 2,400 लोगों को पकड़ा गया है.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और बीजेपी सदस्य मीनाक्षी लेखी प्रकरण पर चर्चा शुरू करेंगे.
पुलिस ने बताया कि उत्तरपूर्वी दिल्ली में पिछले महीने हुई हिंसा के संबंध में 2,387 लोगों को या तो हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि अबतक 702 मामले दर्ज किए गए हैं.
बता दें कि कांग्रेस के सात लोकसभा सदस्यों को सदन का अपमान करने और 'घोर कदाचार' के मामले में मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था.
पीठासीन सभापति मीनाक्षी लेखी ने कहा था कि कांग्रेस सदस्यों द्वारा अध्यक्षीय पीठ से बलपूर्वक कागज छीने जाने और उछालने का ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण आचरण संसदीय इतिहास में संभवत: पहली बार हुआ है.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस सदस्यों गौरव गोगोई, टी एन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बैनी बहनान, मणिकम टेगोर और गुरजीत सिंह औजला को निलंबित करने संबंधी प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया था.