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'नीतीश PM पद का उम्मीदवार बनना चाहते थे'

राबड़ी देवी के बयान से बिहार की राजनीति में खलबली मच गई है. उनका दावा है कि नीतीश पीएम बनना चाहते थे. जानें और क्या कहा राबड़ी देवी ने.

राबड़ी देवी.
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Published : Apr 13, 2019, 1:22 PM IST

नई दिल्ली/पटना: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बयान से जनता दल यू में 'खलबली' मच गई है. राबड़ी ने दावा किया है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनना चाहते थे. वे यह भी चाहते थे कि बिहार में तेजस्वी यादव सीएम बनें.

राष्ट्रीय जनता दल नेता राबडी़ देवी के 'कथित' खुलासे से बिहार की राजनीति में बयानबाजी तेज हो गई है. जदयू नेता प्रशांत किशोर ने इससे पूरी तरह इनकार किया है. ईटीवी भारत को दिए गए इंटरव्यू में भी राबड़ी ने इसकी पुष्टि की है.

राबड़ी देवी ने दावा किया कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उनके पति लालू प्रसाद से भेंट करके यह प्रस्ताव रखा था कि राजद और नीतीश कुमार के जद(यू) का विलय हो जाए और इस प्रकार बनने वाले नए दल को चुनावों से पहले अपना 'प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार' घोषित करना चाहिए.

राबड़ी देवी से ईटीवी भारत की बातचीत.

पूर्व सीएम ने कहा कि अगर इस तरह के प्रस्ताव की बात से पीके इनकार करते हैं, तो वह सफेद झूठ बोल रहे हैं.

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले लालू यादव ने भी दावा किया था कि नीतीश कुमार महागठबंधन में फिर से शामिल होना चाहते थे, लेकिन उन्हें भरोसा नहीं रह गया है, लिहाजा इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया.

राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी ने कहा, 'मैं इससे बहुत नाराज हो गई और उनसे निकल जाने को कहा क्योंकि नीतीश के धोखा देने के बाद मुझे उन पर भरोसा नहीं रहा.'

राबड़ी देवी ने कहा कि हमारे सभी कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी इस बात के गवाह हैं कि उन्होंने हमसे कम से कम पांच बार मुलाकात की. मुलाकात मुख्य रूप से 10 सर्कुलर रोड पर हुई. तेजस्वी यादव से भी इस मुद्दे पर बातचीत की गई थी.

उन्होंने कहा, 'किशोर को नीतीश कुमार ने इस प्रस्ताव के साथ भेजा था - 'दोनों दलों का विलय कर देते हैं और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करते हैं.' वह दिन के उजाले में आए थे न कि रात में.'

कुमार के इस दावे, कि राजद सुप्रीमो जेल से ही किशोर से बात करते रहे हैं, पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, 'यहां तक कि हम (परिवार के सदस्य) लोगों को भी उनसे (लालू प्रसाद) फोन पर बात करने का मौका नहीं मिलता है और अनंत सिंह के दावे का क्या जो कहते हैं कि उनके जेल में रहने के दौरान ललन सिंह (मंत्री) नीतीश से टेलीफोन पर बातचीत करवाते थे.'

माफिया डॉन से राजनीतिज्ञ बने मोकामा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले अनंत सिंह पहले कुमार के निकट थे पर 2015 के चुनाव से पहले उनके रिश्ते खराब हो गए.
आपको बता दें कि 2017 में नीतीश कुमार राजद और कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में शामिल हो गए थे.

बीते साल सितम्बर में जद(यू) के पूर्ण सदस्य बने किशोर ने प्रसाद के इस दावे के बाद ट्विटर पर स्वीकार किया था कि उन्होंने जद(यू) की सदस्यता लेने से पूर्व प्रसाद से कई बार मुलाकात की थी. हालांकि, किशोर ने यह भी कहा कि अगर वह यह बताएंगे कि किस बात पर चर्चा हुई थी तो उन्हें (प्रसाद को) शर्मिंदगी उठानी पड़ सकती है.

नीतीश कुमार और लालू यादव लंबे समय तक राजनीति एक साथ करते रहे हैं. लालू को सीएम बनवाने में भी नीतीश की अहम भूमिका रही है. उन्हें लालू का चाणक्य तक कहा जाता था. हालांकि, बाद में दोनों के बीच मनमुटाव हो गया. दोनों की राहें जुदा हो गईं.

नई दिल्ली/पटना: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बयान से जनता दल यू में 'खलबली' मच गई है. राबड़ी ने दावा किया है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनना चाहते थे. वे यह भी चाहते थे कि बिहार में तेजस्वी यादव सीएम बनें.

राष्ट्रीय जनता दल नेता राबडी़ देवी के 'कथित' खुलासे से बिहार की राजनीति में बयानबाजी तेज हो गई है. जदयू नेता प्रशांत किशोर ने इससे पूरी तरह इनकार किया है. ईटीवी भारत को दिए गए इंटरव्यू में भी राबड़ी ने इसकी पुष्टि की है.

राबड़ी देवी ने दावा किया कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उनके पति लालू प्रसाद से भेंट करके यह प्रस्ताव रखा था कि राजद और नीतीश कुमार के जद(यू) का विलय हो जाए और इस प्रकार बनने वाले नए दल को चुनावों से पहले अपना 'प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार' घोषित करना चाहिए.

राबड़ी देवी से ईटीवी भारत की बातचीत.

पूर्व सीएम ने कहा कि अगर इस तरह के प्रस्ताव की बात से पीके इनकार करते हैं, तो वह सफेद झूठ बोल रहे हैं.

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले लालू यादव ने भी दावा किया था कि नीतीश कुमार महागठबंधन में फिर से शामिल होना चाहते थे, लेकिन उन्हें भरोसा नहीं रह गया है, लिहाजा इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया.

राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी ने कहा, 'मैं इससे बहुत नाराज हो गई और उनसे निकल जाने को कहा क्योंकि नीतीश के धोखा देने के बाद मुझे उन पर भरोसा नहीं रहा.'

राबड़ी देवी ने कहा कि हमारे सभी कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी इस बात के गवाह हैं कि उन्होंने हमसे कम से कम पांच बार मुलाकात की. मुलाकात मुख्य रूप से 10 सर्कुलर रोड पर हुई. तेजस्वी यादव से भी इस मुद्दे पर बातचीत की गई थी.

उन्होंने कहा, 'किशोर को नीतीश कुमार ने इस प्रस्ताव के साथ भेजा था - 'दोनों दलों का विलय कर देते हैं और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करते हैं.' वह दिन के उजाले में आए थे न कि रात में.'

कुमार के इस दावे, कि राजद सुप्रीमो जेल से ही किशोर से बात करते रहे हैं, पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, 'यहां तक कि हम (परिवार के सदस्य) लोगों को भी उनसे (लालू प्रसाद) फोन पर बात करने का मौका नहीं मिलता है और अनंत सिंह के दावे का क्या जो कहते हैं कि उनके जेल में रहने के दौरान ललन सिंह (मंत्री) नीतीश से टेलीफोन पर बातचीत करवाते थे.'

माफिया डॉन से राजनीतिज्ञ बने मोकामा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले अनंत सिंह पहले कुमार के निकट थे पर 2015 के चुनाव से पहले उनके रिश्ते खराब हो गए.
आपको बता दें कि 2017 में नीतीश कुमार राजद और कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में शामिल हो गए थे.

बीते साल सितम्बर में जद(यू) के पूर्ण सदस्य बने किशोर ने प्रसाद के इस दावे के बाद ट्विटर पर स्वीकार किया था कि उन्होंने जद(यू) की सदस्यता लेने से पूर्व प्रसाद से कई बार मुलाकात की थी. हालांकि, किशोर ने यह भी कहा कि अगर वह यह बताएंगे कि किस बात पर चर्चा हुई थी तो उन्हें (प्रसाद को) शर्मिंदगी उठानी पड़ सकती है.

नीतीश कुमार और लालू यादव लंबे समय तक राजनीति एक साथ करते रहे हैं. लालू को सीएम बनवाने में भी नीतीश की अहम भूमिका रही है. उन्हें लालू का चाणक्य तक कहा जाता था. हालांकि, बाद में दोनों के बीच मनमुटाव हो गया. दोनों की राहें जुदा हो गईं.

Intro:प्रथम चरण के चुनाव में चारों सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने किया दावा तो वही नीतीश सरकार पर जमकर बोला हमला...


Body: पटना--- लोकसभा चुनाव को लेकर शहरी सारी सियासी पार्टियां अपने अपने जीत का दावा कर रही हैं तो वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने 40 सीट पर जीत का दावा किया है पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा है कि इस बार लोकसभा चुनाव में 40 सीट पर एनडीए का सूपड़ा साफ हो जाएगा इंडिया के तरफ से किए जा रहे हैं दावे सब खोखले हैं वहीं प्रशांत किशोर को लेकर राबड़ी देवी ने कहा है कि महागठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार बीजेपी के साथ चले गए थे और 6 महीना बाद पूनम महागठबंधन में आना चाहते थे इसको लेकर जदयू के दूध प्रशांत किशोर हमारे आवास पर आए थे लेकिन हमने उन्हें मना कर दिया जदयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर द्वारा ट्वीट कर लगातार महागठबंधन और लालू परिवार को जीरा जा रहा है आज प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए कहा है कि मीडिया के सामने बहस कर ले लालू प्रसाद जी दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा जिसको लेकर राबड़ी देवी ने कहा कि उनकी ही सरकार है केंद्र में भी उनकी सरकार है और राज्य में भी उनकी सरकार है जेल आईजी से परमिशन लेकर सारी मीडिया कर्मी को जेल में ले जाकर वहां आमने-सामने बैठकर कर ले फैसला।

चुनाव में लालू की कमी खल रही है राबड़ी देवी

लोकसभा चुनाव में सारे पार्टी के स्टार प्रचारक अपनी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं लेकिन वही महागठबंधन में लालू प्रसाद यादव की कमी खल रही है पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि लालू जी की कमी तो खल रही है बिहार की जनता उन्हें बहुत मिस कर रही है लेकिन हम लोगों का दावा है कि हम 40 सीट पर जीत दर्ज करेंगे।

वही तेज प्रताप को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि दोनों भाइयों के बीच कोई नाराजगी नहीं है सब कुछ ठीक-ठाक हैं इसलिए उसके बारे में अभी हम कुछ कह नहीं सकते हैं उसके अंदर अभी भी बचपना है लेकिन हमने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछा कि तेज प्रताप यादव ने अपना दो निर्दल उम्मीदवार चुनाव में उतारा है जिसको लेकर आ बड़ी देवी ने कहा यह इस बात की हमें जानकारी नहीं है जब वह नॉमिनेशन करेंगे तो हमें पता चलेगा वही सारण सीट को लेकर राबड़ी देवी ने कहा कि हम ने ही मना कर दिया था कि हमारी तबीयत ठीक नहीं है वहां से हम चुनाव नहीं लड़ सकते हैं साथ ही प्रचार को लेकर राबड़ी देवी ने कहा कि हम प्रचार करने सारण जरूर जाएंगे

राबड़ी देवी के साथ 121 अरविंद राठौर


Conclusion:
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